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Tuesday 11 April 2023 05:52:50 PM
पेरिस/ नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने कहा हैकि विश्व हर क्षेत्रमें भारत से अपेक्षा कर रहा है और प्रवासी भारतीयों का प्रत्येक सदस्य भारत का एक राजदूत है। उन्होंने कहाकि फ्रांस में भारतीय समुदाय 2047 तक भारत को एक विकसित देश देखने के प्रधानमंत्री की परिकल्पित अमृतकाल की यात्रा में योगदान दे सकता है। उन्होंने कहाकि भारत को अनिवार्य रूपसे मित्र और सम्मानित देशों के समूह में अपना सही स्थान प्राप्त करना चाहिए, क्योंकि जैसाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि यही समय है, यही सही समय है। उन्होंने कहाकि भारत फ्रांस केसाथ 25 वर्ष की अपनी रणनीतिक साझीदारी और 75 वर्ष की मित्रता को बहुत सम्मान देता है। उन्होंने कहाकि फ्रांस रक्षा, अर्थव्यवस्था, निवेश आदि में पसंदीदा साझीदार है और 25 वर्ष की यह यात्रा वास्तव में भारत की प्रगति की यात्रा को दर्शाती है।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने कहाकि भारत इस साझीदारी को सुदृढ़ बनाने की इच्छा रखता है। पीयूष गोयल ने कहाकि दोनों देशों केबीच वास्तव में एक जीवित सेतु के रूपमें काम कर रहा फ्रांस में भारत का जीवंत समुदाय निरंतर एक ऐसे मार्ग पर चलेगा, जिससे प्रौद्योगिकी, निवेश, पर्यटन आदि में फ्रांस केसाथ भारत का रिश्ता प्रगाढ़ है और भी प्रगाढ़ होगा। उन्होंने कल पेरिस में प्रवासी भारतीयों केसाथ एक परस्पर बातचीत के दौरान फ्रांस की भूमि पर भारत की विकासगाथा का वर्णन किया और बतायाकि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व केतहत वैश्विक मंत्र पर एक उज्ज्वल स्थान के रूपमें उभरकर सामने आ रहा है। पीयूष गोयल ने कहाकि भारत इस वर्ष फ्रांस केसाथ 25 वर्ष की साझीदारी तथा भारत की आजादी के 75वें वर्ष का समारोह मना रहा है। उन्होंने कहाकि भारत शेष विश्व को विशाल अवसर प्रस्तुत करता है और भारत के समग्र निर्यात का 2022-23 में 765 बिलियन डॉलर तक बढ़ जाना एक नए भारत का एक उदाहरण है, जो शेष विश्व को सार्मथ्य, क्षमता और आत्मविश्वास से भरपूर एक नए भारत का मार्ग दिखा रहा है।
पीयूष गोयल ने कहाकि जहां यह पिछले 75 वर्ष में अर्जित की गई सभी अच्छी चीजों पर चिंतन मनन करने का एक महान क्षण है, यह हममें से प्रत्येक केलिए अभिनव विचारों को प्रदर्शित करने काभी एक महान अवसर हैकि किस प्रकार हमारे देश को भविष्य में प्रगति करनी चाहिए। पीयूष गोयल ने उन बदलावों को दर्ज किया, जो मोदी सरकार के 9 वर्ष के दौरान घटित हुए हैं। पीयूष गोयल ने कहाकि सरकार का फोकस यह सुनिश्चित करने पर रहा हैकि देश के प्रत्येक व्यक्ति विशेष रूपसे जो समाज के सबसे निचले पायदान पर हैं की मूलभूत आवश्यकताओं पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहाकि सभी केलिए आवास, स्वास्थ्य देखभाल, भोजन, वस्त्र, आश्रय आदि के प्रावधन का सरकार सभी स्तरों पर मजबूती से पालन कर रही है। उन्होंने जनजातीय समुदायों की सहायता करने एवं उन्हें सशक्त बनाने में समुदाय के नेताओं एवं एकल विद्यालय की भूमिका की सराहना की।
वाणिज्य मंत्री ने कहाकि 2014 तक आधे भारत में शौचालयों की कमी थी, सरकारें आईं और चली गईं, लेकिन कहीं न कहीं उस संवेदनशीलता का अभाव थाकि शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा से जो सम्मान और गरिमा प्राप्त होती है, उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महसूस किया और स्वच्छ भारत मिशन केतहत देशभर में शौचालयों का निर्माण किया गया। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार की विभिन्न विकास पहलों का उल्लेख किया और कहाकि ये पहलें देशभर के काम करने के तरीके में सुधार ला रही हैं और भारत को एक विकसित देश बनने की दिशा में लेजा रही हैं। पीयूष गोयल ने कहाकि कोविड-19 महामारी की चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान सरकार ने यह सुनिश्चित करने केलिए गंभीर प्रयास किएकि देश के प्रत्येक व्यक्ति को भोजन, जल आदि उपलब्ध हो। उन्होंने कहाकि कोविड को रोकने केलिए विश्व के सबसे सख्त लॉकडाउन के बावजूद भारत सरकार की सभी की देखभाल करने के तरीके की विश्व के अन्य देशों ने सराहना की।
पीयूष गोयल ने कहाकि सरकार के 9 वर्ष में आरंभ किएगए ये प्रयास मूलभूत निर्माण इकाइयों और सक्षमकताओं के रूपमें काम करते हैं, जिन्होंने हमारे लोगों केलिए जीवन की बेहतर गुणवत्ता उपलब्ध कराने तथा एक बेहतर भविष्य की ओर देखने वाले आकांक्षी युवा भारतीयों के राष्ट्र के निर्माण करने केलिए इस नई युग की प्रौद्योगिकी केसाथ काम करने केलिए भारत को तैयार किया है। पीयूष गोयल ने कहाकि प्रत्येक भारतीय के कौशलों तथा प्रतिभा केसाथ सशक्त बनाने और मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति किए जाने केसाथ भारत के युवा जिन्होंने अपने स्मार्ट फोन पर विश्वभर की प्रगति को देखा है, और भी बड़ा और बेहतर अर्जित करने केलिए काम कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि अधिक से अधिक महिलाओं के श्रम बल में शामिल होने और विनिर्माण तथा सेवा सेक्टरों में तेजगति से आगे बढ़ने केसाथ कार्य सिद्धांतों के मूल के रूपमें स्थिरता को अपनाने की दिशा में तेजीसे आगे बढ़ते हुए भारत एक विकसित देश बनने के सही मार्ग पर है।