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Thursday 13 April 2023 11:15:49 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा, सौम्या गुप्ता संयुक्त सचिव शिक्षा मंत्रालय और युवराज मलिक निदेशक नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया केसाथ शंघाई सहयोग संगठन के युवा लेखकों के सम्मेलन का नई दिल्ली में उद्घाटन किया। सम्मेलन का आयोजन शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने द लीला पैलेस नई दिल्ली में कार्यांवयन एजेंसी के रूपमें नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया केसाथ किया है। मीनाक्षी लेखी ने इस अवसर पर कहाकि हमारी संस्कृतियों में कई समानताएं हैं और इन संबंधों को और मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि साझा विरासत के संबंधों को खोजने और युवाओं में सभ्यतागत लोकाचार और सामाजिक मूल्य प्रणालियों के अनुभवों से सीखना जारी रखने के विचारों को जन्म देना भी अनिवार्य है।
नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर गोविंद प्रसाद शर्मा ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया और इस बात पर प्रकाश डालाकि आपसी विकास केलिए संवाद और सहयोग की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहाकि युवाओं को हमारी साझा संस्कृति की बेहतर और गहरी समझ को सक्षम करने केलिए विविध संस्कृति, परंपराओं और एकदूसरे के समाज के दृष्टिकोण को समझने का प्रयास करना चाहिए। शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त सचिव सौम्या गुप्ता ने कहाकि सभ्यतागत संवाद मानव प्रगति का सार है और युवाओं की उपस्थिति विचारों के इस आदान-प्रदान का केंद्र है। एससीओ के उप महासचिव जनेश कैन ने वीडियो संदेश के जरिए सम्मेलन को संबोधित किया और कहाकि शंघाई सहयोग संगठन ने अपनी स्थापना केबाद से विश्व सभ्यताओं केबीच सहयोग विकसित करने का काम किया है। उन्होंने कहाकि युवा लेखकों के सम्मेलन से साहित्य, संस्कृति और कला के क्षेत्रमें हमारे देशों केबीच सहयोग की परंपरा स्थापित होगी। ज्ञातव्य हैकि एससीओ 15 जून 2001 को शंघाई में स्थापित एक अंतर सरकारी संगठन है और एससीओ में आठ सदस्य देश चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया के निदेशक युवराज मलिक ने कहाकि अगली पीढ़ी के नेताओं के रूपमें युवाओं में नए दृष्टिकोण को शामिल करने, नवाचार को प्रोत्साहन देने, उद्यमिता को प्रोत्साहित करने और आपसी सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने की क्षमता है। उन्होंने कहाकि एससीओ युवा लेखकों का सम्मेलन युवा लेखकों और विद्वानों को एक सार्थक संवाद में सम्मिलित होने केलिए एक मंच प्रदान करके युवाओं को सशक्त बनाने केलिए संगठन की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। सम्मेलन का विषय इतिहास और दर्शन, अर्थव्यवस्था, धर्म, संस्कृति, साहित्य और विज्ञान तथा चिकित्सा के उपविषयों केसाथ युवा विद्वानों के परिप्रेक्ष्य में एससीओ के सदस्य देशों केबीच सभ्यतागत संवाद है। आशा व्यक्त की गई हैकि दो दिवसीय एससीओ युवा लेखक सम्मेलन आधुनिक शिक्षा, प्रशिक्षण और युवाओं के उन्नत प्रशिक्षण, उद्यमशीलता गतिविधियों और अभिनव परियोजनाओं में व्यापक भागीदारी के अवसरों का पता लगाने केलिए एक गतिशील मंच प्रदान करेगा।