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Wednesday 3 May 2023 03:47:49 PM
नई दिल्ली। भारत और इजराइल इनोवेशन एवं स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ावा देने और गहन द्विपक्षीय सहयोग के एक नए चरण की जल्द ही शुरुआत करेंगे। यह बात पीएमओ कार्यालय सहित कई और मंत्रालयों में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने इजरायल के रक्षा मंत्रालय के डीडीआरएंडडी के प्रमुख डॉ डेनियल गोल्ड के नेतृत्व में भारत आए एक उच्चस्तरीय इज़राइली प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान कही। इस अवसर पर भारत-इजराइल ने एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्ट्रूमेंटेशन, सिविल, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग, इकोसिस्टम, पर्यावरण, पृथ्वी और महासागर विज्ञान और जल, खनन, खनिज, धातु और सामग्री, रसायन और पेट्रोकेमिकल्स, ऊर्जा (पारंपरिक और गैर-पारंपरिक) और ऊर्जा उपकरण, कृषि, पोषण और बायोटेक और हेल्थकेयर जैसे कई प्रमुख प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए औद्योगिक अनुसंधान और विकास सहयोग पर एक समझौता किया। डॉ जितेंद्र सिंह ने रिश्ते को मजबूत करने के प्रयासों केलिए डीजी सीएसआईआर और प्रमुख डीडीआरएंडडी को बधाई दी।
राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह की उपस्थिति में नई दिल्ली के सीएसआईआर विज्ञान केंद्र में सीएसआईआर और रक्षा अनुसंधान एवं विकास निदेशालय, इजराइल के रक्षा मंत्रालय केबीच बहुक्षेत्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। डॉ जितेंद्र सिंह ने समझौते का स्वागत करते हुए कहाकि 2023 देश केलिए बहुत महत्वपूर्ण वर्ष है, क्योंकि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जी20 की अध्यक्षता कर रहा है और यह वह वर्ष भी है, जब भारत-इजराइल सफल राजनयिक संबंधों के 30 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि वे आशावान हैंकि यह समझौता नवाचार, प्रौद्योगिकी और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में भारत-इजरायल साझेदारी में एक नया चरण खोलेगा। उन्होंने कहाकि भारत-इजराइल न केवल द्विपक्षीय साझेदार हैं, बल्कि जल, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा क्षेत्रों में संयुक्त निवेश और नई पहलों के माध्यम से हमारी दुनिया के सामने मौजूद कुछ सबसे बड़ी चुनौतियों का समाधान भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका के समूह-आई2यू2 के माध्यम से करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
डॉ जितेंद्र सिंह ने इज़राइली प्रतिनिधियों से कहाकि मोदी सरकार जमीनी स्तरपर कार्रवाई करने केलिए आवश्यक नीति और बजटीय सहायता प्रदान करके हमारे देश में एसएंडटी विकास और हैंडहोल्डिंग स्टार्टअप इनोवेशन को बढ़ावा दे रही है, विज्ञान और तकनीक हमेशा से भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। उन्होंने कहाकि भारतीय विज्ञान को विशेष रूपसे उभरते परिदृश्य और प्रतिस्पर्धी अर्थव्यवस्था में वृद्धि और विकास के सबसे शक्तिशाली उपकरणों में से एक माना जाता है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि अंतरिक्ष, स्वास्थ्य, खाद्य, कृषि, ऊर्जा, एयरोस्पेस, स्मार्ट सिटीज, पर्यावरण, बुनियादी ढांचा, सामग्री आदि और सतत विकास हमारी वर्तमान सरकार के प्रमुख स्तंभ और केंद्रित क्षेत्र हैं। इजरायल के रक्षा मंत्रालय के डीडीआरएंडडी के प्रमुख डॉ डेनियल गोल्ड ने कहाकि यह जानकर बहुत खुशी हैकि 2022-23 में भारत-इजरायल ने सफल राजनयिक संबंधों के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाया है। उन्होंने कहाकि भारत-इजरायल बहुत अच्छे दोस्त हैं और दोनों देशों केबीच उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में सहयोग करने की बहुत संभावनाएं हैं।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहाकि भारत-इज़राइल के पास जल, कृषि, आतंकवाद का मुकाबला और रक्षा सहित सभी सहयोग क्षेत्रों में द्विपक्षीय परामर्श तंत्र हैं। उन्होंने कहाकि रक्षा विशेष रूपसे इजरायल केसाथ सहयोग की प्राथमिकता रही है और नवंबर 2021 में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन और डीडीआरएंडडी ने दोहरे उपयोग वाली तकनीकों के विकास केलिए दोनों देशों के स्टार्टअप और एमएसएमई में नवाचार और त्वरित आरएंडडी को बढ़ावा देने केलिए एक द्विपक्षीय नवाचार समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि विशेष रूपसे प्रौद्योगिकी विकास एवं कार्यांवयन केलिए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना आवश्यक है। डॉ जितेंद्र सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त कीकि दोनों देशों के मध्य हेल्थकेयर में संयुक्त गतिविधियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं और एयरोस्पेस, क्वांटम टेक्नोलॉजी, लेजर, ग्रीन हाइड्रोजन, इंस्ट्रुमेंटेशन और पानी जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों केलिए आगे की राह बनाई गई है।