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Friday 5 May 2023 12:29:10 PM
रायरंगपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ओडिशा के रायरंगपुर में रायरंगपुर नगरपालिका के उनके सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में भाग लिया और समारोह को संबोधित करते हुए कहाकि वह राष्ट्रपति का पद संभालने केबाद पहलीबार अपने गांव मयूरभंज आईं हैं, लेकिन वह अक्सर अपने गांव के बारे में सोचती हैं। उन्होंने कहाकि भलेही वह आधिकारिक जिम्मेदारियों के कारण यहां नहीं आ सकीं, लेकिन उनके परिजन, पड़ोसी और गांव वाले सभी हमेशा उनके दिल में बसते हैं। अपने गांव मयूरभंज की यात्रा को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहाकि बचपन से ही उनमें बहुत कुछ सीखने की ललक थी, हालांकि उनके पिता संपन्न नहीं थे, वह उन्हें उच्च शिक्षा दिलाना चाहते थे, घर में साधन नहीं थे, लेकिन इच्छाशक्ति थी और जब इच्छाशक्ति हो तो मार्ग अपनेआप ही प्रशस्त हो जाता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने उन शिक्षकों, पड़ोसियों और वरिष्ठ लोगों केप्रति सम्मान प्रकट किया, जिन्होंने उनकी इस गौरवशाली यात्रा के दौरान हमेशा उन्हें प्यार और समर्थन दिया। राष्ट्रपति ने कहाकि रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल स्कूल एंड रिसर्च सेंटर में एक मानद शिक्षक के रूपमें कार्यभार ग्रहण करने केबाद उन्होंने श्री अरबिंदो के बारेमें बहुत कुछ जाना और वे उनके लिए एक प्रेरणास्रोत बन गए। उन्होंने भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया और उनकी उस प्रसिद्ध कविता का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने भगवान से यह विनती की थीकि वह इतनी ऊंचाई हासिल नहीं करना चाहतेकि अपने लोगों को गले न लगा सकें। रायरंगपुर केसाथ अपने घनिष्ठ जुड़ाव को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहाकि वह आज जो कुछभी हैं, रायरंगपुर के कारण हैं, वह रायरंगपुर केलिए ख्याति लाएं या न लाएं, लेकिन इसके गौरव को हमेशा बनाए रखेंगी।
राष्ट्रपति ने कहाकि रायरंगपुर नगरपालिका की उपाध्यक्ष के रूपमें उन्हें रायरंगपुर को स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी दी गई थी, तब स्वच्छ भारत अभियान नहीं था, फिरभी उन्होंने रायरंगपुर को स्वच्छ बनाने केलिए काम किया। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त कीकि स्वच्छ भारत अभियान की सफलता में लोग अपना योगदान दे रहे हैं। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रायरंगपुर के बड़ाबंधा के निकट राष्ट्रीय ध्वज फहराकर 100 फीट के ध्वज मस्तूल का उद्घाटन किया। उन्होंने विभिन्न स्थानों पर जाकर सुनाराम सोरेन, पंडित रघुनाथ मुर्मु, बीजू पटनायक और उत्कल गौरव मधुसूदन दास की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि करके उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।