स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 19 May 2023 01:04:38 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की आधिकारिक यात्रा केलिए रवाना हो चुके हैं। इससे पहले एक वक्तव्य जारी करके उन्होंने इन यात्राओं की जानकारी देते हुए बताया हैकि वे जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर जापानी अध्यक्षता केतहत जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने केलिए जापान के हिरोशिमा केलिए रवाना हो रहे हैं। उन्होंने कहाकि हाल में ही भारत-जापान शिखर सम्मेलन केलिए भारत की यात्रा करने केबाद प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से फिर भेंट होना प्रसन्नता की बात होगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि चूंकि इस साल भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, इसे देखते हुए जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी उपस्थिति विशेष रूपसे महत्वपूर्ण है, वे जी7 के सदस्यों और अन्य आमंत्रित भागीदार देशों केसाथ विश्व के सामने आनेवाली चुनौतियों और उन्हें सामूहिक रूपसे संबोधित करने से संबंधित विचारों के आदान-प्रदान को लेकर उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि वे हिरोशिमा जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले कुछ नेताओं केसाथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। वे जापान केबाद पापुआ न्यू गिनी के पोर्ट मोरेस्बी का दौरा करेंगे, जो उनकी पहली यात्रा होगी, इसके साथही यह किसीभी भारतीय प्रधानमंत्री की भी पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा होगी। उन्होंने कहाकि वे 22 मई को पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे केसाथ संयुक्त रूपसे भारत-प्रशांत द्वीप सहयोग फोरम के तीसरे शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे और वे आभारी हैंकि सभी 14 प्रशांत द्वीप के देशों ने इस महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन में भाग लेने केलिए निमंत्रण को स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री ने बतायाकि एफआईपीआईसी का गठन साल 2014 में उनकी फिजी यात्रा के दौरान किया गया था और वे पीआईसी नेताओं केसाथ एकमंच पर लानेवाले मुद्दों जैसेकि जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण, स्वास्थ्य एवं कल्याण, बुनियादी ढांचा और आर्थिक विकास पर बातचीत करने केलिए उत्सुक हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि एफआईपीआईसी में सम्मिलित होने के अलावा वे पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर जनरल सर बॉब डाडे, प्रधानमंत्री मारापे और शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले पीआईसी के अन्य नेताओं केसाथ द्विपक्षीय बातचीत केलिए उत्सुक हैं। उन्होंने कहाकि इसके बाद वे ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज के निमंत्रण पर सिडनी जाएंगे, वे भारत-ऑस्ट्रेलिया बैठक केलिए उत्सुक हैं, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लेने और इस साल मार्च में नई दिल्ली में हुए पहले भारत-ऑस्ट्रेलिया वार्षिक शिखर सम्मेलन पर आगे की कार्रवाई करने का अवसर होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि वे ऑस्ट्रेलिया में सीईओ और व्यापार जगत की प्रमुख हस्तियों केसाथ बैठक करेंगे और सिडनी में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान भारतीय समुदाय से भी मिलेंगे।