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Wednesday 24 May 2023 01:07:07 PM
सिडनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिडनी के कुडोस बैंक एरिना में आयोजित भव्य सामुदायिक कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, न्यू साउथ वेल्स के प्रीमियर क्रिस मिन्स, विदेशमंत्री पेनी वोंग, संचार मंत्री मिशेल रोलैंड, ऊर्जा मंत्री क्रिस बोवेन, विपक्ष के नेता पीटर डटन, सहायक विदेश मंत्री टिम वाट्स, न्यू साउथ वेल्स के मंत्रिमंडल सदस्यों, पैरामाटा से सांसद डॉ एंड्रयू चार्लटन, ऑस्ट्रेलिया के मेयर, डिप्टी मेयर, काउंसिलर्स और बड़ी संख्या में उपस्थित ऑस्ट्रेलियावासियों और ऑस्ट्रेलिया में रह रहें प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि वह जब 2014 में यहां आए थे तो एक वादा किया थाकि अबसे उनको भारत के किसी प्रधानमंत्री का 28 साल तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा तो लीजिए यहां मैं फिर हाजिर हूं और मैं अकेला नहीं आया हूं प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज भी मेरे साथ आए हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि पीएम एंथोनी अल्बनीज ने अपने व्यस्त कार्यक्रमों में से हम सभी केलिए समय निकाला है, ये हम भारतीयों केप्रति उनके स्नेह और ऑस्ट्रेलिया के मन में भारत केप्रति विश्वास एवं सम्मान को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इसी वर्ष उन्हें प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज का अहमदाबाद में स्वागत करने का अवसर मिला था और संयुक्त रूपसे पश्चिमी सिडनी में पररामट्टा स्थित हैरिस पार्क में निर्माण किए जानेवाले लिटिल इंडिया गेटवे की आधारशिला का अनावरण किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के योगदान और सफलता की सराहना की तथा उन्हें भारत का सांस्कृतिक ब्रांड एंबेसडर बताया। प्रधानमंत्री ने कहाकि ये लिटिल इंडिया गेटवे ऑस्ट्रेलिया के विकास में भारतीय समुदाय के योगदान की एक पहचान है। उन्होंने कहाकि खुशी हैकि न्यू साउथ वेल्स में प्रवासी भारतीय समुदाय से कई लोग सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं, अपनी पहचान बना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब पैरामाटा में ये सब हो रहा है, तभी ये जानकारी भी आई हैकि पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर में भारतीय सैनिक नैन सिंह सैलानी के नामपर सैलानी एवेन्यू बनाया गया है, उन्होंने पहले विश्वयुद्ध में ऑस्ट्रेलिया की फौज केलिए लड़ते हुए वीरगति प्राप्त की थी, इस सम्मान केलिए उन्होंने पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के नेतृत्व का आदरपूर्वक अभिनंदन किया।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि एक समय था जब कहा जाता थाकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को 3 सी डिफाइन करते हैं, ये कौन से 3 सी हैं-राष्ट्रमंडल, क्रिकेट और करी, इसके बाद कहा गयाकि भारत ऑस्ट्रेलिया संबंध 3 डी पर आधारित हैं-लोकतंत्र, प्रवासी और दोस्ती, कुछ लोगों ने ये भी कहाकि भारत ऑस्ट्रेलिया संबंध 3 ई पर आधारित हैं-ऊर्जा, अर्थव्यवस्था और शिक्षा यानि कभी सी, कभी डी, कभी ई, अलग-अलग कालखंड में ये बात संभवत: सही भी रही है। उन्होंने कहाकि लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक संबंधों का विस्तार इससे कही ज्यादा बड़ा है और जानते हैंकि इन सारे संबंधों का सबसे बड़ा आधार क्या हैं? सबसे बड़ा आधार है आपसी विश्वास और आपसी सम्मान, ये सिर्फ भारत-ऑस्ट्रेलिया के कूटनीतिक रिश्तों से विकसित नहीं हुआ है, इसकी असली वजह और ताकत ऑस्ट्रेलिया में रहनेवाला हर एक भारतीय है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारे बीच भौगोलिक दूरी जरूर है, लेकिन हिंद महासागर हमें आपस में जोड़ता है, हमारी जीवन शैलियां भले ही अलग-अलग हैं, योगा भी हमें जोड़ता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि क्रिकेट से तो हम न जाने कबसे जुड़े हुए हैं, लेकिन अब टेनिस और फिल्में भी हमें जोड़ रही हैं, हमारे यहां खाना बनाने का तरीका भलेही अलग-अलग है, लेकिन अब मास्टर शेफ हमें जोड़ता है, हमारे यहां पर्व और त्यौहार भले ही अलग-अलग मनाएं जाते हैं, लेकिन हम जुड़े हुए हैं दिवाली की रौनक, बैसाखी के जश्न से, हमारे यहां भाषाएं भलेही अलग-अलग बोली जाती हों, लेकिन हम जुड़े हुए हैं-मलयालम, तमिल, तेलुगु, पंजाबी, हिंदी भाषाएं पढ़ाने वाले इतने सारे स्कूलों से। उन्होंने कहाकि ऑस्ट्रेलिया के लोग भारत की विविधता को खुले दिल से स्वीकारते हैं, वाकई दिल्ली स्ट्रीट, बॉम्बे स्ट्रीट, कश्मीर एवेन्यू, मालाबार एवेन्यू जैसी कितनी ही सड़कें यहां ऑस्ट्रेलिया में प्रवासी भारतीयों को भारत से जोड़े रखती हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि अब तो ग्रेटर सिडनी में इंडिया परेड भी शुरू होने जारही है, यहां आजादी का अमृत महोत्सव भी बहुत धूमधाम से मनाया गया है, कई सारी सिटी काउंसिल्स में बहुत सारे कार्यक्रम हुए हैं, सिडनी ऑपेरा हाउस जब तिरंगे की रोशनी से सराबोर हुआ तो यहां हर भारतीय का दिल खुश हो गया, हिंदुस्तान में भी जय जयकार हो रहा था।
प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारे क्रिकेट के रिश्तों को 75 वर्ष पूरे हो गए हैं, क्रिकेट की फिल्ड पर मुकाबला जितना रोचक होता है, उतनी ही गहरी ऑफ द फिल्ड हमारी दोस्ती है। उन्होंने कहाकि इसबार तो ऑस्ट्रेलिया की अनेक वूमेन क्रिकेट प्लेयर भी पहलीबार भारत में आईपीएल खेलने आई थीं। उन्होंने याद किया और कहाकि पिछले साल जब महान शेन वॉर्न का निधन हुआ तो ऑस्ट्रेलिया केसाथ कोटि-कोटि भारतीयों ने भी शोक मनाया, ये ऐसा था जैसे हमने अपना कोई खो दिया है। प्रधानमंत्री ने भारतीयों से कहाकि आप सभी यहां ऑस्ट्रेलिया में हैं, यहां के विकास को देख रहे हैं, आप सभीका एक सपना रहा हैकि हमारा भारत भी विकसित राष्ट्र बने, ये मेरा भी सपना है, 140 करोड़ भारतीयों का सपना है। उन्होंने कहाकि भारत के पास सामर्थ्य, संसाधनों की कमी नहीं है, आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा टैलेंट फैक्ट्री जिस देश में है, वो है इंडिया। उन्होंने कहाकि आज भारत के हर कदम, हर उपलब्धियों के बारेमें दुनिया जानना चाहती है, आजकी दुनिया जिस वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ जा रही है, जिन संभावनाओं का तलाश रही है, उसमें ये स्वाभाविक भी है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत हजारों वर्ष की जीवंत सभ्यता है, भारत लोकतंत्र की जननी है, हमने समय के अनुसार खुदको ढाला है, लेकिन अपने मूल सिद्धांतों, बुनियादी बातों पर हमेशा टिके रहे हैं। उन्होंने कहाकि हम राष्ट्र कोभी एक परिवार के रूपमें देखते हैं और विश्व कोभी एक परिवार मानते हैं, इसलिए जब भारत अपनी जी-20 अध्यक्षता की थीम तय करता है तो कहता हैकि एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य, जब भारत पर्यावरण की रक्षा केलिए सोलर एनर्जी के बड़े लक्ष्य तय करता है तो कहता है वन सन वन वर्ल्ड वन ग्रिड, जब भारत वैश्विक समुदाय के स्वस्थ रहने की कामना करता है तो कहता है एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य। उन्होंने कहाकि भारत वो देश है, जिसने कोरोना के संकट में दुनिया के 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां भेजीं, 100 से अधिक देशों को मुक्त वैक्सीन देकर करोड़ों लोगों का जीवन बचाया है। उन्होंने कहाकि मानवता के हित में ऐसे ही कार्यों के कारण भारत को फ़ोर्स ऑफ़ ग्लोबल गुड कहा जा रहा है, जहां कहीं भी कोई आपदा होती है, भारत मदद केलिए तैयार मिलता है, जबभी कोई संकट आता है, भारत समाधान केलिए तत्पर रहता है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत अपने हितों को सबके हितों से जोड़कर देखता है, सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास और सबका प्रयास, ये हमारे घरेलू शासन का भी आधार है और वैश्विक शासन केलिए भी यही विजन है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत-ऑस्ट्रेलिया केबीच सामरिक भागीदारी निरंतर गहरी हो रही है, हालमें ही हमने आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता साइन किया है, अनुमान हैकि इससे दोनों केबीच ट्रेड अगले पांच वर्ष में दो गुने से अधिक हो जाएगा। उन्होंने बतायाकि हम व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता पर काम कर रहे हैं, हम लचीला और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण कर रहे हैं, इससे दोनों देशों के बिजनेस को बल मिलेगा, दुनिया को भी नया विश्वास मिलेगा। उन्होंने कहाकि भारत-ऑस्ट्रेलिया केबीच बीते वर्ष में फ्लाइट्स की संख्या बढ़ी है, आनेवाले दिनों में इनकी संख्या और बढ़ेगी, एक-दूसरे की डिग्रियों को मान्यता देने को लेकर भी दोनों देश आगे बढ़े हैं, इससे हमारे स्टूडेंट्स को बहुत लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि प्रवासन और गतिशीलता भागीदारी समझौता पर भी सहमति बनी है, इससे हमारे कुशल पेशेवर केलिए ऑस्ट्रेलिया आना और यहां काम करना आसान होगा। उन्होंने कहाकि ब्रिसबेन में भारतीय समुदाय की नए वाणिज्य दूतावास खोले जाने की मांग को भी जल्दही पूरा किया जाएगा।