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Wednesday 7 June 2023 03:43:26 PM
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने नागर विमानन मंत्रालय की बीते नौ वर्ष की उपलब्धियों को साझा करते हुए कहा हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विमानन क्षेत्र, जो कुछही लोगों तक सीमित था, अब आम आदमी की पहुंच के दायरे में है। उन्होंने कहाकि भारत तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है। उन्होंने यह भी बतायाकि नागर विमानन मंत्रालय की भूमिका एक नियामक की नहीं, बल्कि एक सुविधाप्रदाता की है। हवाई किराए के विषय पर सवाल के जवाब में उन्होंने दो दिन पहले एयरलाइन ऑपरेटरों केसाथ हुई अपनी बैठक के बारेमें जानकारी दी, जिसके परिणामस्वरूप किराए में कमी आई है। उन्होंने कहाकि दुर्भाग्यपूर्ण ओडिशा त्रासदी के मामले में एयरलाइंस को यह सलाह दी गई हैकि वे मृतकों के परिवारों को नि:शुल्क कैरिज (कार्गो) सेवाएं प्रदान करें।
नागर विमानन मंत्री ने इस अवसर पर उल्लेख कियाकि घरेलू यात्रियों की कुल संख्या 2014 में 60 मिलियन थी, जो कोविड-19 से पहले 2020 में दोगुनी से अधिक बढ़कर 143 मिलियन हो गई थी, अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 43 मिलियन से बढ़कर 64 मिलियन हो गई है, विमान के संदर्भ में कोविड-19 के प्रभाव के बावजूद विमानों की संख्या 2014 में लगभग 400 से बढ़कर 2023 में 723 हो गई है। नागर विमानन मंत्री ने कहाकि वर्ष 2014 तक देश में केवल 74 हवाईअड्डों में कामकाज हो रहा था, मार्च 2023 तक सरकार ने 74 अन्य हवाईअड्डों/ हेलीकॉप्टरों/ वाटर एयरोड्रोमों में कामकाज शुरू कर दिया और भारत सरकार का लक्ष्य इस संख्या को बढ़ाकर 220 तक ले जाना है। उन्होंने बतायाकि इन 9 वर्ष में 11 और ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों में कामकाज शुरू किया गया है, उड़ान योजना के तहत देश में आरसीएस उड़ानों के संचालन केलिए 25 वाटर एयरोड्रोम और 40 हेलीपैड सहित 180 आरसीएस हवाईअड्डों की पहचान की गई है, अबतक 1152 वैध आवंटित आरसीएस मार्गों में से 475 आरसीएस मार्गों पर आवागमन शुरू हो चुका है, जो 9 हेलीपोर्ट और 2 वाटर एयरोड्रोम सहित 74 हवाईअड्डों को जोड़ते हैं।
आरसीएस उड़ान योजना के तहत 121.67 लाख यात्रियों ने यात्रा की है और आरसीएस उड़ानों के संचालन केलिए चुने हुए एयरलाइन ऑपरेटरों को 11 अप्रैल 2023 तक लगभग 2585.25 करोड़ रुपये की वीजीएफ धनराशि जारी की गई है। हालही में उड़ान 5.1 का शुभारंभ विशेष रूपसे हेलीकॉप्टर मार्गों केलिए किया गया है। उड़ान प्रशिक्षण संगठनों की संख्या 54 बेस केसाथ बढ़कर 35 हो गई है। दिसंबर 2023 तक 9 और बेस जोड़े जाने की संभावना है, जिससे बेस की संख्या 63 हो जाएगी। वित्तीय वर्ष 2014-15 से 2019-20 तक 5.66 प्रतिशत के सीएजीआर केसाथ 24 एएआई प्रबंधित हवाईअड्डों और 6 जेवी/ पीपीपी हवाईअड्डों पर उपलब्ध कार्गो सुविधाओं के जरिए ढुलाई किया गया कुल कार्गो 25.27 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 33.28 लाख मीट्रिक टन हो गया है।
ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने बतायाकि घरेलू उड़ानों के यात्रियों केलिए डिजी यात्रा का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहाकि डिजी यात्रा हवाईअड्डों पर एक सहज, परेशानी मुक्त और स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों से मुक्त यात्री प्रक्रिया केलिए एक नया वैश्विक मानदंड स्थापित कर रही है। उन्होंने बतायाकि इसे तीन हवाईअड्डों यानी दिल्ली, बैंगलुरु और वाराणसी में 1 दिसंबर 2022 को और चार अन्य हवाईअड्डों हैदराबाद, कोलकाता, पुणे और विजयवाड़ा में मार्च 2023 में प्रारंभ किया गया था, इसके बाद इसे देश के विभिन्न हवाईअड्डों में लागू किया जाएगा।