स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 20 June 2023 12:29:35 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संयुक्त राज्य अमेरिका और मिस्र की अपनी पहली यात्रा पर प्रस्थान करने से पहले एक वक्तव्य जारी करके बताया हैकि वह अमेरिका के राष्ट्रपति जोसेफ जे बाइडेन और प्रथम महिला डॉ जिल बाइडेन के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जा रहे हैं और यह विशेष निमंत्रण हमारे लोकतंत्रों केबीच साझेदारी की शक्ति और जीवंतता का प्रतिबिंब है। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि वह न्यूयॉर्क से अपनी यात्रा शुरू करेंगे, जहां 21 जून को संयुक्तराष्ट्र मुख्यालय में संयुक्तराष्ट्र के नेतृत्व और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों केसाथ वह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाएंगे। उन्होंने बतायाकि वह उसी स्थान पर इस विशेष उत्सव की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसने दिसंबर 2014 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता देने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन किया था। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें विश्वास हैकि अमेरिका की उनकी यात्रा लोकतंत्र, विविधता और स्वतंत्रता के साझा मूल्यों पर आधारित संबंधों को और मजबूत करेगी एवं साझा वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करने केलिए हम एकसाथ मजबूती से खड़े हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वक्तव्य में बतायाकि इसके बाद वह वाशिंगटन डीसी जाएंगे। उन्होंने कहाकि राष्ट्रपति जो बाइडेन और उन्हें सितंबर 2021 में संयुक्तराज्य अमेरिका की अपनी पिछली आधिकारिक यात्रा केबाद से कई बार मिलने का अवसर मिला है, यह यात्रा हमारी साझेदारी की गहराई और विविधता को समृद्ध करने का अवसर होगी। उन्होंने कहाकि भारत-अमेरिका संबंध बहुआयामी हैं, जिसमें सभी क्षेत्रों में गहरा जुड़ाव रहा है। उन्होंने कहाकि अमेरिका वस्तु और सेवाओं में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है, हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी, शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में निकटतापूर्वक सहयोग करते हैं। क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज की पहल ने नए आयाम जोड़े हैं और रक्षा औद्योगिक सहयोग, अंतरिक्ष, दूरसंचार, क्वांटम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बायोटेक क्षेत्रों में सहयोग को व्यापक बनाया है। हमारे दोनों देश मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत के हमारे साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने केलिए भी सहयोग कर रहे हैं।
राष्ट्रपति जो बाइडेन और अन्य वरिष्ठ अमेरिकी नेताओं केसाथ चर्चा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इससे दोनों देशों केबीच द्विपक्षीय सहयोग केसाथ जी20, क्वाड और आईपीईएफ जैसे बहुपक्षीय मंचों पर मजबूती मिलेगी। उन्होंने बतायाकि उन्हें कई गणमान्य व्यक्तियों केसाथ राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला डॉ जिल बाइडेन के राजकीय भोज में शामिल होने का भी सौभाग्य प्राप्त होगा। उन्होंने कहाकि अमेरिकी कांग्रेस ने हमेशा भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत द्विदलीय समर्थन प्रदान किया है, अपनी यात्रा के दौरान वह कांग्रेस नेतृत्व के निमंत्रण पर अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि जन-जन केबीच मजबूत संपर्क हमारे देशों केबीच विश्वास विकसित करने में सहायक रहे हैं। उन्होंने कहाकि वह जीवंत भारतीय-अमेरिकी समुदाय से मिलने केलिए उत्सुक हैं, जो हमारे समाजों का सर्वोत्तम प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने बतायाकि वह दोनों देशों केबीच व्यापार और निवेश संबंधों को ऊपर उठाने और लचीली वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के निर्माण के अवसरों पर चर्चा करने केलिए कुछ प्रमुख सीईओ से भी मिलेंगे।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के निमंत्रण पर काहिरा की यात्रा पर नरेंद्र मोदी ने कहाकि वह एक करीबी और मैत्रीपूर्ण देश की राजकीय यात्रा पर पहलीबार जाने को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहाकि हमें इस वर्ष अपने गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूपमें राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी का स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था, कुछ महीने के अंतराल में ये दो यात्राएं मिस्र केसाथ हमारी तेजीसे विकसित हो रही साझेदारी का प्रतिबिंब हैं, जिसे राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी की यात्रा के दौरान एक 'रणनीतिक साझेदारी' तक बढ़ाया गया था। प्रधानमंत्री ने कहाकि वह दोनों देशों केबीच सभ्यतागत और बहुआयामी साझेदारी को और गति प्रदान करने केलिए राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और मिस्र सरकार के वरिष्ठ सदस्यों केसाथ अपनी चर्चा केलिए उत्सुक हैं। उन्होंने बतायाकि उन्हें मिस्र में जीवंत भारतीय समुदाय केसाथ बातचीत करने का भी अवसर मिलेगा।