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Sunday 9 July 2023 03:43:56 PM
बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान को विकास की सौगातें देते हुए कहा हैकि राजस्थान पर करणी माता और सालासर बालाजी की कृपा है और राजस्थान को विकास के शिखर पर होना चाहिए, इसलिए भारत सरकार प्रतिबद्धता से राजस्थान सहित देशभर के विकास केलिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहाकि सभीके संयुक्त प्रयास से राजस्थान के सभी विकास लक्ष्य साकार होंगे। प्रधानमंत्री ने बीकानेर में 24300 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया, इनमें हैं-अमृतसर जामनगर आर्थिक गलियारे का छह लेन वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे खंड, जिसे लगभग 11125 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है, लगभग 10,950 करोड़ रुपये की लागत से हरित ऊर्जा गलियारे के अंतर्राज्य ट्रांसमिशन लाइन का चरण-I, लगभग 1340 करोड़ रुपये की लागत से बीकानेर पावर ग्रिड द्वारा विकसित भिवाड़ी ट्रांसमिशन लाइन और बीकानेर में 30 बिस्तरों वाला कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से बीकानेर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और 43 किलोमीटर लंबी चूरू-रतनगढ़ खंड रेललाइन के दोहरीकरण की आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए योद्धाओं की भूमि राजस्थान को नमन किया और कहाकि राज्य के विकास केलिए समर्पित लोग हमेशा एक ऐसा अवसर प्रदान करते हैं, जहां विकास परियोजनाओं के लोकार्पण केलिए वे स्वयं को उपलब्ध करा पाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि कुछही महीनों के भीतर राजस्थान को दो आधुनिक छह लेन वाले एक्सप्रेसवे मिल गए हैं। फरवरी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस कॉरिडोर के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड के उद्घाटन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के 500 किलोमीटर लंबे छह लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे खंड का उद्घाटन करने का अवसर मिलने केलिए आभार व्यक्त किया।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि राष्ट्रीय राजमार्गों की बात करें तो एक तरह से राजस्थान ने दोहरा शतक लगाया है। प्रधानमंत्री ने बीकानेर और राजस्थान के लोगों को हरित ऊर्जा गलियारे और कर्मचारी राज्य बीमा निगम अस्पताल केलिए भी बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहाकि राजस्थान क्षमताओं और संभावनाओं से परिपूर्ण है, विकास के इसी सामर्थ्य के कारण राज्य में रिकॉर्ड निवेश हो रहा है, परिवहन संपर्क को हाईटेक बनाया जा रहा है, क्योंकि यहां औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहाकि तेजगति वाले एक्सप्रेसवे और रेलवे, पर्यटन के अवसरों को बढ़ावा देंगे, जिससे राज्य के युवाओं को लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का जिक्र करते हुए कहाकि यह राजस्थान को हरियाणा, पंजाब, गुजरात और जम्मू-कश्मीर से जोड़ेगा, जबकि जामनगर और कांडला जैसे महत्वपूर्ण वाणिज्यिक पत्तन भी बीकानेर और राजस्थान की पहुंच में आ जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने रेखांकित कियाकि बीकानेर से अमृतसर तथा जोधपुर केबीच की दूरियां कम हो जाएंगी, साथही जोधपुर और गुजरात केबीच की दूरी भी कम हो जाएगी, जिससे क्षेत्र के किसानों और व्यवसायों को काफी फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पूरे पश्चिमी भारत में आर्थिक गतिविधियों को मजबूती प्रदान करेगा। नरेंद्र मोदी ने तेल क्षेत्र रिफाइनरियों केसाथ बढ़ते परिवहन संपर्क पर प्रकाश डाला, जिससे आपूर्ति मजबूत होगी तथा देश में आर्थिक विकास को गति मिलेगी। रेलवे लाइन के दोहरीकरण के बारेमें प्रधानमंत्री ने राजस्थान में रेलवे के विकास को दी गई प्राथमिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बतायाकि 2004-2014 केबीच राजस्थान को रेलवे केलिए औसतन प्रतिवर्ष 1000 करोड़ रुपये से भी कम मिले, जबकि 2014 केबाद राज्य को हर साल औसतन 10000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस अवसंरचना विकास के सबसे बड़े लाभार्थी छोटे व्यवसायी और लघु उद्योग हैं।
प्रधानमंत्री ने बीकानेर के अचार, पापड़, नमकीन का जिक्र किया और कहाकि बेहतर परिवहन संपर्क से ये छोटे कारोबारी अपने उत्पाद दुनिया के हर कोने तक पहुंचाने में सक्षम होंगे। राजस्थान के विकास के प्रयासों के बारेमें प्रधानमंत्री ने लंबे समय से उपेक्षित सीमावर्ती गांवों केलिए वाइब्रेंट ग्राम योजना का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमने सीमांत गांवों को देश का पहला गांव घोषित किया है, इससे इन क्षेत्रों में विकास होगा और देश के लोगों में इन क्षेत्रों की यात्रा करने को लेकर दिलचस्पी बढ़ेगी। इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, केंद्रीय जल शक्तिमंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।