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Monday 25 September 2023 12:22:26 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नई नौ वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा हैकि वंदे भारत देश के हर हिस्से को कनेक्ट करेगी, ये नई वंदे भारत ट्रेनें देशभर में कनेक्टिविटी में सुधार और रेल यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक कदम हैं। नई वंदे भारत ट्रेनों में हैं उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस, तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस, हैदराबाद-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस, विजयवाड़ा-चेन्नई (रेनिगुंटा के रास्ते) वंदे भारत एक्सप्रेस, पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस, कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सेप्रेस, राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस, रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस और जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस। प्रधानमंत्री ने इस अवसर को देश में आधुनिक कनेक्टिविटी का एक अभूतपूर्व अवसर बताया और कहाकि देश में बुनियादी ढांचे के विकास की यह गति और पैमाना 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं से बिल्कुल मेल खाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि वंदे भारत ट्रेनों में एक करोड़ ग्यारह लाख से ज्यादा लोगों ने सफर किया है और इस बात पर खुशी जताईकि वंदे भारत के प्रति उत्साह बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतायाकि 25 वंदे भारत ट्रेनें विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लोगों की सेवा में हैं, इसमें 9 और वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहाकि वंदे भारत उन लोगों केलिए फायदेमंद है, जो समय बचाना चाहते हैं और एकही दिन में यात्रा करना चाहते हैं। उन्होंने वंदे भारत से जुड़े स्थानों पर पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि पर भी प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने देश में आशा और विश्वास के माहौल को रेखांकित करते हुए कहाकि हर नागरिक देश की उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा है। उन्होंने चंद्रयान 3 और आदित्य एल1 की ऐतिहासिक सफलताओं का जिक्र किया, इसी तरह जी20 की सफलता ने भारत के लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और विविधता की ताकत को प्रदर्शित किया है। उन्होंने नारीशक्ति वंदन अधिनियम का उल्लेख करते हुए इसे महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देने केलिए एक निर्णायक क्षण बताया। इस संबंध में उन्होंने उल्लेख कियाकि कई रेलवे स्टेशनों को महिला अधिकारियों द्वारा चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि आत्मविश्वास से भरा भारत अपने वर्तमान और भविष्य की जरूरतों पर एकसाथ काम कर रहा है। उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास में निर्बाध समन्वय केलिए पीएम गतिशक्ति मास्टरप्लान और परिवहन और निर्यात से संबंधित शुल्कों में कमी केलिए नई लॉजिस्टिक पॉलिसी को सूचीबद्ध किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के बारेमें भी बात की, क्योंकि परिवहन के एक साधन को अन्य साधनों का समर्थन करने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहाकि यहसब आम नागरिकों केलिए यात्रा की सुगमता में सुधार केलिए है। आम नागरिकों के जीवन में रेलवे के महत्व पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने पहले के समय में इस महत्वपूर्ण क्षेत्र की उपेक्षा पर खेद व्यक्त किया। भारतीय रेल के कायापलट केलिए मौजूदा सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने बजट में वृद्धि की जानकारी दी, रेलवे केलिए इस वर्ष का बजट 2014 के रेल बजट से आठ गुना अधिक है, इसी तरह दोहरीकरण, विद्युतीकरण और नए मार्गों पर काम चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि विकसित होने के पथ पर अग्रसर भारत को अब अपने रेलवे स्टेशनों का भी आधुनिकीकरण करना होगा, इसी सोच को ध्यान में रखते हुए भारत में पहली बार रेलवे स्टेशनों के विकास और आधुनिकीकरण का अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहाकि देश में रेल यात्रियों की सुविधा केलिए रिकॉर्ड संख्या में फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट और एस्केलेटर का निर्माण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि कुछदिन पहले ही देश के 500 से ज्यादा बड़े स्टेशनों के पुनर्विकास का काम शुरू किया गया, अमृतकाल के दौरान इन नए स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन कहा जाएगा और आने वाले दिनों में ये स्टेशन नए भारत की पहचान बनेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहाकि भारतीय रेल ने रेलवे स्टेशन की स्थापना का 'स्थापना दिवस' मनाना शुरू कर दिया है, कोयंबटूर, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और मुंबई में समारोहों का उल्लेख किया। कोयम्बटूर रेलवे स्टेशन ने 150 साल पूरे कर लिए हैं। उन्होंने कहाकि अब रेलवे स्टेशनों का जन्मदिन मनाने की इस परंपरा को और विस्तार दिया जाएगा और अधिक से अधिक लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश ने एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन को संकल्प से सिद्धि का माध्यम बनाया है, 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने केलिए हर राज्य और हर राज्य के लोगों का विकास आवश्यक है। उन्होंने कहाकि हमें सबका साथ सबका विकास के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ना होगा। प्रधानमंत्री ने मेहनती रेलवे कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उनसे यात्रियों केलिए हर यात्रा को यादगार बनाने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहाकि रेलवे के प्रत्येक कर्मचारी को यात्रा को सुविधाजनक बनाने और यात्रियों को अच्छा अनुभव प्रदान करने केलिए लगातार संवेदनशील रहना होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश में नागरिकों ने रेलवे की स्वच्छता के नए मानकों पर गौर किया है।
नरेंद्र मोदी ने सभीसे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने केलिए 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे प्रस्तावित स्वच्छता अभियान में शामिल होने केलिए कहा। उन्होंने सभीसे खादी और स्वदेशी उत्पादों की खरीद केलिए खुदको समर्पित करने और 2 से 31 अक्टूबर सरदार पटेल की जयंती के दौरान स्थानीय लोगों केलिए वोकल फार लोकल होने केलिए भी कहा। कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री, संसद सदस्य, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और गणमान्य नागरिक भी शामिल हुए। गौरतलब हैकि ये नौ ट्रेनें 11 राज्यों-राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी। ये वंदे भारत ट्रेनें अपने संचालन के रूटों पर सबसे तेज गति से दौड़ेंगी और यात्रियों के समय में काफी बचत करेंगी। इन वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत से देश में रेल सेवा के एक नए मानक की शुरुआत होगी। विश्वस्तरीय सुविधाओं और कवच तकनीक सहित उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित ये ट्रेनें आम लोगों, पेशेवरों, व्यापारियों, छात्रों और पर्यटकों को यात्रा के आधुनिक, त्वरित और आरामदायक साधन प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होंगी।