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Tuesday 10 October 2023 03:31:07 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद ने आज देश में राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा अभ्यास 'भारत एनसीएक्स 2023' का उद्घाटन किया है। यह दूसरा संस्करण सरकारी एवं महत्वपूर्ण क्षेत्र के संगठनों के वरिष्ठ प्रबंधन और सार्वजनिक-निजी एजेंसियों के तकनीकी कर्मियों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से 20 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। बारह दिन की अवधि के इस हाइब्रिड अभ्यास में समकालीन साइबर खतरों, साइबर घटनाओं और प्रतिक्रिया से निपटने पर बल दिया जाएगा। इसका संचालन भारत सरकार के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय केसाथ रणनीतिक साझेदारी में कररहा है। यह कार्यक्रम सरकारी एजेंसियों, सार्वजनिक संगठनों और निजी क्षेत्र के विविध समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाले 300 से अधिक प्रतिभागियों को एक एकीकृत मंच प्रदान करेगा, जिनको प्रशिक्षण सत्रों, लाइव फायर और रणनीतिक अभ्यासों के माध्यम से बुनियादी ढांचे की सुरक्षा केलिए महत्वपूर्ण सूचना मिलेगी।
प्रतिभागियों को विभिन्न प्रमुख साइबर सुरक्षा क्षेत्रों जैसे घुसपैठ का पता लगाने की तकनीक, मैलवेयर सूचना साझाकरण प्लेटफ़ॉर्म, भेद्यता प्रबंधन और प्रवेश परीक्षण, नेटवर्क प्रोटोकॉल और डेटा प्रवाह, डिजिटल फोरेंसिक आदि के बारेमें प्रशिक्षण दिया जाएगा। भारत एनसीएक्स इंडिया रणनीतिक नेताओं को साइबर खतरों को बेहतर ढंग से समझने, तैयारी का आकलन करने, साइबर संकट प्रबंधन और सहयोग केलिए कौशल विकसित करने में मदद करेगा। इससे साइबर सुरक्षा कौशल, टीम वर्क, योजना, संचार, आलोचनात्मक सोच और निर्णय लेने की प्रक्रिया के विकास और परीक्षण में भी मदद मिलेगी। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार डॉ अजय कुमार सूद ने साइबर कार्यबल को कुशल बनाने के महत्व पर जोर दिया, जिससे लोगों को साइबर योद्धाओं की एक अजेय सेना में शामिल होने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहाकि भारत की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने केलिए निरंतर सीखना और विशेषज्ञता हासिल करना जरूरी है। उन्होंने क्वांटम सुरक्षित बनने की आवश्यकता के बारेमें बात करते हुए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षा, हार्डवेयर सुरक्षा आवश्यकताओं और पोस्ट क्वांटम क्रिप्टोग्राफी के महत्व को भी बताया।
राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक लेफ्टिनेंट जनरल एमयू नायर ने भारत के साइबर डोमेन का रणनीतिक पक्ष पेश किया। उन्होंने देश की डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा में सामूहिक सतर्कता की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए साइबर खतरों के उभरते परिदृश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम से इतर राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के निदेशक कर्नल निधीश भटनागर ने साइबर सुरक्षा केप्रति भारत सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने भारत की साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने में ऐसी पहलों, विशेष रूपसे व्यापक डिजिटलीकरण और विस्तारित खतरे के संबंध में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने साइबर सुरक्षा कार्यबल विकास की दिशा में कदम उठाने की भी वकालत की। भारत एनसीएक्स 2023 के अंतर्गत भारतीय साइबर सुरक्षा स्टार्टअप और एमएसएमई के नवाचार और लचीलेपन पर प्रकाश डालने वाली एक विशेष प्रदर्शनी भी आयोजित होगी, जो गतिशील संस्थाओं के विकसित अत्याधुनिक समाधानों और प्रौद्योगिकियों पर प्रकाश डालेगी और जो भारत के साइबर सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करेंगे। भारत एनसीएक्स उभरते साइबर खतरे के परिदृश्य पर गहन चर्चा और विचार-विमर्श केलिए एक अनूठा मंच प्रदान करेगा।