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Saturday 21 October 2023 12:24:22 PM
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजियाबाद में साहिबाबाद रैपिडएक्स स्टेशन पर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे के प्राथमिकता वाले खंड का उद्घाटन किया और भारत में रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के शुभारंभ को चिन्हित करते हुए साहिबाबाद से दुहाई डिपो को जोड़ने वाली नमो भारत रैपिडएक्स ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने बेंगलुरु मेट्रो के पूर्व-पश्चिम गलियारे की दो लाइनों को भी राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने रीजनल रैपिड ट्रेन नमो भारत में यात्रा की। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि देश केलिए एक ऐतिहासिक क्षण है, चार वर्ष पहले दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे के शिलान्यास को याद किया। उन्होंने उन परियोजनाओं का उद्घाटन करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई, जिनका शिलान्यास किया जा चुका है और विश्वास व्यक्त कियाकि डेढ़ साल बाद आरआरटीएस के मेरठ खंड के पूरा होने पर वह उसका उद्घाटन करने केलिए उपस्थित भी रहेंगे। नरेंद्र मोदी ने नमो भारत में अपनी यात्रा के अनुभव को साझा किया और देश में रेलवे के कायापलट पर प्रसन्नता व्यक्त की।
नवरात्र का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि नमो भारत को माता कात्यायनी का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने यहभी बतायाकि नमो भारत ट्रेन में सहायक स्टाफ और लोकोमोटिव पायलट सभी महिलाएं हैं, नमो भारत देश में नारीशक्ति के बढ़ते कदमों का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहाकि नमो भारत ट्रेन में आधुनिकता भी है, गति भी है, नमो भारत ट्रेन नए भारत के नए सफर और नए संकल्पों का प्रतिबिंब है। उन्होंने कहाकि भारत का विकास राज्यों के विकास में निहित है। उन्होंने कहा कि मेट्रो की दो लाइने बेंगलुरु के आईटी हब में कनेक्टिविटी को और बेहतर करेंगी। उन्होंने बतायाकि प्रतिदिन लगभग 8 लाख यात्री मेट्रो से यात्रा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि 21वीं सदी का भारत हर क्षेत्र में प्रगति और विकास की अपनी दास्तान लिख रहा है। उन्होंने भारत को समूची दुनिया के आकर्षण का केंद्र बनाने वाली चंद्रयान 3 की सफलता और जी20 के सफल आयोजन का भी उल्लेख किया। उन्होंने एशियाई खेलों में 100 से अधिक पदक अपने नाम करने वाले रिकॉर्ड प्रदर्शन, भारत में 5जी की शुरुआत और विस्तार तथा रिकॉर्ड संख्या में हो रहे डिजिटल लेन-देन का उल्लेख किया। नरेंद्र मोदी ने मेड इन इंडिया टीकों का उल्लेख किया जो दुनिया के करोड़ों लोगों केलिए जीवनरक्षक साबित हुए।
भारत के उदय का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने मोबाइल फोन, टीवी, लैपटॉप और कंप्यूटर केलिए भारत में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने की बहुराष्ट्रीय कंपनियों की उत्सुकता के बारेमें चर्चा की। उन्होंने लड़ाकू विमानों और विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत सहित रक्षा विनिर्माण का उल्लेख किया और कहाकि नमो भारत ट्रेन भी मेड इन इंडिया है, प्लेटफार्मों पर स्थापित स्क्रीन डोर भी भारत में निर्मित हैं। प्रधानमंत्री ने बतायाकि नमो भारत ट्रेन में आवाज़ का स्तर हेलीकॉप्टर और हवाई जहाज की तुलना में कम है। उन्होंने कहाकि नमो भारत भविष्य के भारत की झलक है और इस बात का भी प्रमाण हैकि जब देश की आर्थिक ताकत बढ़ती है तो कैसे देश की तस्वीर बदलने लगती है। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह 80 किलोमीटर का दिल्ली मेरठ खंड सिर्फ शुरुआतभर है, क्योंकि पहले चरण में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के कई क्षेत्रों को नमो भारत ट्रेन से जोड़ा जाएगा। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि कनेक्टिविटी में सुधार लाने और रोज़गार के नए अवसरों का सृजन करने केलिए आनेवाले दिनों में देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की प्रणाली तैयार की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि मौजूदा सदी का ये तीसरा दशक भारतीय रेल के बदलाव का दशक है। उन्होंने युवा पीढ़ी को गारंटी दीकि इस दशक के अंततक वे भारत की ट्रेनों को दुनिया में किसी सेभी पीछे नहीं पाएंगे। उन्होंने कहाकि भारतीय रेल सुरक्षा, स्वच्छता, सुविधाओं, समन्वय, संवेदनशीलता और क्षमता में दुनिया में नया मुकाम हासिल करेगी, भारतीय रेल 100 प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य के समीप है। प्रधानमंत्री ने नमो भारत और वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनों और अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना केतहत रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने जैसी पहलों को सूचीबद्ध किया। उन्होंने कहाकि अमृत भारत, वंदे भारत और नमो भारत की ये त्रिवेणी इस दशक के अंततक भारतीय रेल के आधुनिकीकरण का प्रतीक बनेगी। मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि दिल्ली के सराय काले खां, आनंद विहार, गाजियाबाद और मेरठ बस स्टेशनों, मेट्रो स्टेशनों और रेलवे स्टेशनों को नमो भारत प्रणाली से जोड़ा जा रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि सरकार नागरिकों के जीवनस्तर और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने, बेहतर वायु गुणवत्ता प्रदान करने, कचरा फेंकने के स्थानों से छुटकारा पाने, बेहतर शैक्षिक सुविधाएं और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में सुधार लाने पर जोर दे रही है।
प्रधानमंत्री ने बतायाकि सरकार देश में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बेहतर बनाने केलिए पहले से कहीं अधिक खर्च कर रही है और उन्होंने भूमि, वायु और समुद्र पर सर्वांगीण विकास प्रयासों का उल्लेख किया। जल परिवहन प्रणालियों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने बतायाकि भारत की नदियों में सौ से अधिक जलमार्ग विकसित किए जा रहे हैं, जहां सबसे बड़ा जलमार्ग वाराणसी से हल्दिया तक गंगा के किनारे विकसित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि किसान अब अंतर्देशीय जलमार्गों की मदद से अपनी उपज क्षेत्र के बाहर भेज सकते हैं। प्रधानमंत्री ने हाल ही में संपन्न गंगाविलास नदी क्रूज का भी उल्लेख किया, जिसने 3200 किलोमीटर से अधिक की यात्रा पूरी कर सबसे लंबे नदी क्रूज का विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने देश में बंदरगाह अवसंरचना के विस्तार और आधुनिकीकरण का उल्लेख किया, जिसका लाभ कर्नाटक जैसे राज्यों को भी मिला है। थल नेटवर्क का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने बतायाकि आधुनिक एक्सप्रेसवे के जाल के विस्तार पर 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा रहे हैं, जबकि नमो भारत या मेट्रो ट्रेनों जैसी आधुनिक ट्रेनों पर 3 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने दिल्ली में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार का उल्लेख करते हुए कहाकि इसी तरह उत्तर प्रदेश के नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, आगरा और कानपुर जैसे शहर इसी मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं, यहां तककि कर्नाटक में बेंगलुरु और मैसूरु में भी मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि पिछले 9 वर्ष में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी हो गई है, और भारत की विमानन कंपनियों ने 1000 से अधिक नए विमानों केलिए ऑर्डर दिए हैं। प्रधानमंत्री ने अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की तीव्र प्रगति कोभी रेखांकित करते हुए चंद्रमा पर कदम रखने वाले चंद्रयान का उल्लेख किया। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि सरकार ने 2040 तक की योजना तैयार की है, जिसमें मानवयुक्त अंतरिक्ष यात्राओं केलिए गगनयान और भारत का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित किया जाना शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहाकि वह दिन दूर नहीं जब हम अपने अंतरिक्ष यान से चंद्रमा पर पहले भारतीय को उतारेंगे। उन्होंने दोहरायाकि ये विकास देश के युवाओं केलिए और उनके लिए उज्ज्वल भविष्य तैयार करने केलिए किया गया है। प्रधानमंत्री ने शहरी प्रदूषण को कम करने की जरूरत पर बल दिया, इसी की बदौलत देश में इलेक्ट्रिक बसों का नेटवर्क बढ़ रहा है। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार की कोशिश हैकि दिल्ली, उत्तर प्रदेश हो या कर्नाटक हर शहर में आधुनिक और हरित सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिले। प्रधानमंत्री ने कहाकि देश में जो बुनियादी ढांचा विकसित किया जा रहा है, उसमें नागरिक सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है, मेट्रो या नमो भारत जैसी ट्रेनें यात्रियों के जीवन में कितनी सुगमता लाएंगी और गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचा देश के युवाओं, व्यापारियों और कामकाजी महिलाओं केलिए नए अवसर लाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहाकि अस्पतालों जैसी सामाजिक अवसंरचना से मरीजों, डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों को लाभ होगा, डिजिटल अवसंरचना पैसे को गलत हाथों में जाने से रोकेगी और उसका सुचारू लेनदेन सुनिश्चित होगा। प्रधानमंत्री ने वर्तमान में जारी त्योहारों के समय का हवाला देते हुए किसानों, कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को लाभांवित करने वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल के हाल के फैसलों का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि जब ऐसे संवेदनशील फैसले लिए जाते हैं तो हर परिवार में उत्सव की खुशियां बढ़ जाती हैं और देश के हर परिवार की ख़ुशी उत्सव की खुशियों को और बढ़ाती है। उन्होंने नागरिकों से कहाकि आपही मेरा परिवार हैं, इसलिए आपही मेरी प्राथमिकता भी हैं, ये काम आपके लिए हो रहा है, यदि आप प्रसन्न होंगे तो मुझे भी खुशी होगी, यदि आप समर्थ होंगे तो देश समर्थ बनेगा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे, जबकि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शामिल हुए।