स्वतंत्र आवाज़
word map

लद्दाख भारत का मस्तक है-राष्ट्रपति

'विकसित भारत की निर्माण यात्रा में लद्दाख अग्रणी रहे'

केंद्रशासित प्रदेश के रूपमें लद्दाख स्थापना दिवस समारोह

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 1 November 2023 11:13:37 AM

establishment ceremony of ladakh as a union territory

लेह। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लेह में केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया और लद्दाखवासियों को बधाई देते हुए कहाकि वर्ष 2019 में 31 अक्तूबर को पारित अधिनियम से लद्दाख की केंद्रशासित प्रदेश के रूपमें अलग पहचान बनी। द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि हर देशवासी लद्दाख को भारत का मस्तक मानता है और वह देशवासियों की ओर से लद्दाख के भाई-बहनों को आश्वस्त करती हैंकि उन सबकी आन-बान-शान को बनाए रखने और बढ़ाने केलिए पूरा देश प्रतिबद्ध है। राष्ट्रपति ने कहाकि उनका दृढ़ विश्वास हैकि लद्दाख का समग्र विकास होता रहेगा और भारत का मस्तक सदैव ऊंचा रहेगा। राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें इस बात की बहुत प्रसन्नता हैकि राष्ट्रपति के रूपमें लद्दाख की उनकी पहली यात्रा लद्दाख के स्थापना दिवस के दिन शुरू हो रही है। उन्होंने कहाकि लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश में तेजीसे बहुआयामी विकास हो रहा है और प्रगति के रास्ते पर बढ़ते रहने केलिए लद्दाखवासियों की तारीफ की। उन्होंने उपराज्यपाल ब्रिगेडियर बीडी मिश्र और उनकी टीम की भी प्रशंसा की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 31 अक्तूबर को लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती है, भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार पटेल को देशवासी कृतज्ञता से याद करते हैं। उन्होंने लद्दाख की वीरभूमि से सरदार पटेल की स्मृति को सादर नमन किया। उन्होंने कहाकि लद्दाख के लोगों ने देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में असाधारण योगदान दिया है, यहां वीर नारी बहनों से मिलना उनके लिए गर्व और भावुकता का भी अवसर है। राष्ट्रपति ने सर्वोच्च बलिदान करने वाले लद्दाख के शूरवीरों और यहां की वीर नारियों को नमन किया और उल्लेख कियाकि लद्दाख की रिगज़िन छोरोल भारतीय सेना में प्रमाणित अधिकारी बनने वाली पहली वीर नारी हैं, उन्होंने देश केलिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले अपने पति रिगज़िन खंडप का गौरव बढ़ाया तथा महिलाओं के सम्मुख आदर्श प्रस्तुत किया है। राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हैकि लेह और कारगिल की स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषदों ने जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को निरंतर मजबूत बनाया है तथा लद्दाख के विकास केलिए विशेषकर युवाओं के रोज़गार केलिए सार्थक कदम उठाए हैं। उन्होंने जनभागीदारी से विकास प्रयासों केलिए पंचायती राज संस्थानों तथा नगर पालिकाओं की सराहना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि युवाओं के भविष्य निर्माण केलिए शिक्षा ही सबसे अच्छा माध्यम होती है, वर्ष 2019 में लद्दाख विश्वविद्यालय की स्थापना से यहां के युवाओं को उच्चशिक्षा का अवसर यहीं पर उपलब्ध हो पाया और हालही में सिंधु केंद्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षा की गतिविधियों में तेजी आई है। राष्ट्रपति ने विश्वास जतायाकि देश के प्रमुख आईआईटी के मार्गदर्शन में विकसित किया जा रहा यह केंद्रीय विश्वविद्यालय लद्दाख के युवाओं सहित देशभर के विद्यार्थियों केलिए एक महत्वपूर्ण संस्थान के रूपमें अपनी अलग पहचान बनाएगी। उन्होंने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि यहां की स्थानीय भाषा में रेवा शब्द का अर्थ होता है आशा तथा अपेक्षा, लद्दाख प्रशासन की प्रतिभाशाली विद्यार्थियों केलिए आर्थिक सहायता तथा कोचिंग की सुविधा हेतु रेवा स्कीम युवाओं की आशाओं को यथार्थ रूप प्रदान करेगी। राष्ट्रपति ने कहाकि युवा प्रतिभाओं के विकास को केंद्र में रखकर लद्दाख में यूथ-20 प्री-समिट का आयोजन किया गया, इससे केंद्र सरकार ने विश्वस्तर के विकास से लद्दाख को जोड़ने की एक और पहल की है। उन्होंने बतायाकि चार वर्ष के दौरान लद्दाख केलिए केंद्र सरकार ने बजट के प्रावधानों में पांच गुना बढ़ोतरी की है, यह लद्दाख के विकास केलिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता को बचाते हुए और यहां के लोगों की अलग पहचान को बनाए रखते हुए लद्दाख को विकास के मार्ग पर आगे ले जाना है। उन्होंने कहाकि लद्दाख की कनेक्टिविटी बढ़ाने केलिए बुनियादी विकास पर बहुत ज़ोर दिया जा रहा है, अनेक नई योजनाएं लागू की गई हैं, जिनके परिणामस्वरूप लद्दाख की आर्थिक प्रगति विशेषकर पर्यटन के विकास को गति मिल रही है, साथही लद्दाख को स्वच्छ रखना भी हम सबकी प्राथमिकता है। राष्ट्रपति ने कहाकि सतत पर्यटन और जिम्मेदार पर्यटन पर ज़ोर दिया जा रहा है, लद्दाख को कार्बन तटस्थ क्षेत्र के रूपमें विकसित करने के लक्ष्य के अनुरूप अनेक कदम उठाए गए हैं, केंद्र सरकार के उपक्रमों ने ग्रीन एनर्जी के विकास हेतु काम शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि एनटीपीसी लेह में विश्व का पहला उच्च ऊंचाई वाला हरित हाइड्रोजन ईंधन स्टेशन स्थापित कर रहा है, हाल हीमें केंद्र सरकार ने लद्दाख में हरित ऊर्जा गलियारा परियोजना को स्वीकृति प्रदान की है, इसके तहत 13000 मेगावाट की क्षमता की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को पावर ग्रिड द्वारा अंतर्राज्य ट्रांसमिशन सिस्टम के जरिए जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहाकि विद्युत गतिशीलता को बढ़ावा देने केलिए आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान भी किया गया है।
राष्ट्रपति ने कहाकि स्थानीय संसाधनों और कौशल का उपयोग करते हुए हस्तकौशल और हथकरघा को बढ़ावा देने तथा उद्यमशीलता पर बल देने केलिए 'सतत औद्योगिक नीति 2022 से 2027' के तहत अनेक व्यवस्थाएं की गई हैं, दिल्ली में ब्रांड लद्दाख एम्पोरियम खोला गया है, इसके जरिए लद्दाख के कारीगरों और उद्यमियों को राष्ट्रीय स्तरपर अपनी पहचान और व्यापार बढ़ाने का एक प्रभावी माध्यम उपलब्ध हो गया है। राष्ट्रपति ने कामना कीकि वर्ष 2047 के विकसित भारत के निर्माण की यात्रा में लद्दाख आर्थिक, पर्यावरण एवं मानव विकास के पैमानों पर देश में अग्रणी स्थान पर रहे। उन्होंने लद्दाखवासियों को स्वर्णिम भविष्य की शुभकामनाएं दीं। 

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]