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Saturday 9 December 2023 03:21:45 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने 2021-22 और 2022-23 का परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) उत्कृष्टता सम्मान प्रदान करते हुए कहा हैकि अपने फायदे केलिए दूसरों का शोषण न करें, बाहरी स्रोतों से घटिया आपूर्ति के झांसे में न आएं। उन्होंने कहाकि देश में संपूर्ण कपड़ा इकोसिस्टम के दीर्घकालिक स्वास्थ्य केलिए एकदूसरे का सहयोग करके घरेलू आपूर्ति श्रृंखला क्षमताओं का निर्माण करना आवश्यक है। केंद्रीय मंत्री ने कहाकि उद्योग का प्रत्येक अंश महत्वपूर्ण है और इसलिए उन्होंने उद्योगपतियों का घरेलू उपलब्धता के स्थान पर कम लागत वाले घटिया सामान के झांसे में नहीं आने का आह्वान किया है।
कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट कियाकि आत्मनिर्भर भारत का असली अर्थ दुनिया केलिए भारत के दरवाजे बंद करना नहीं है, बल्कि घरेलू आपूर्तिकर्ताओं का सहयोग करने और घरेलू इकोसिस्टम विकसित करने के माध्यम से उन्हें व्यापक रूपसे खोलना है। पीयूष गोयल ने कहाकि उद्योग को सामान्य से परे की आकांक्षा करनी चाहिए और उनका सहयोग करने केलिए सरकार विकसित देशों केसाथ मुक्त व्यापार समझौतों केसाथ जुड़ाव या ब्रांड इंडिया को बढ़ावा देने के प्रयासों जैसे परिस्थितियों को अनुकूल बनाने केलिए हर संभव उपाय कर रही है। फरवरी में प्रस्तावित भारत टेक्स 2024 के बारेमें उन्होंने कहाकि यह भारत की ताकत दिखाने का एक अवसर है, दुनिया को यह दिखाने का अवसर हैकि चाहे गुणवत्ता हो, लागत प्रतिस्पर्धात्मकता हो, अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का सामना करने की क्षमता हो और दुनिया की जरूरतों को पूरा करने केलिए बड़े पैमाने पर उत्पादन में लगातार उच्चगुणवत्ता प्रदान करने की क्षमता हो, भारत किसीसे पीछे नहीं है।
पीयूष गोयल ने कहाकि यह उद्योग जगत के नेताओं का विश्वास थाकि भारत पिछले साल 100 अरब डॉलर के निर्यात का लक्ष्य हासिल करने में सक्षम था। उन्होंने कहाकि क्योंकि असाधारण परिणाम केवल आम लोग ही देते हैं। उन्होंने कहाकि परिधान उद्योग में न केवल आत्मविश्वास है, बल्कि दृढ़ विश्वास भी है। पीयूष गोयल ने कहाकि कस्तूरी कॉटन के माध्यम से सरकार का लक्ष्य कपास की ट्रेसेबिलिटी हासिल करना है। उन्होंने कहाकि पीएम मित्र पार्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल्पना है, सरकार का प्रयास इनमें से प्रत्येक पार्क को व्यापक, समग्र तरीके से बनाना है, ताकि यह अंतिम समाधान प्रदान कर सके। पीयूष गोयल ने कहाकि वह फैशन डिजाइनरों केसाथ भी यह विश्लेषण करने में लगे हुए हैंकि वे उद्योग की बातचीत और जुड़ाव का एक अभिन्न अंग कैसे बन सकते हैं।