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Friday 15 December 2023 01:31:35 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर ऊर्जा संरक्षण के महत्व पर जोर दिया और राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2023, राष्ट्रीय ऊर्जा दक्षता नवाचार पुरस्कार 2023 एवं ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता 2023 के विजेताओं कोभी सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहाकि ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा उत्पादन है-यह संदेश बहुत उपयोगी है। उन्होंने सभीका इस संदेश को फैलाने केलिए हर संभव प्रयास करने का आग्रह किया। राष्ट्रपति ने कहाकि हम सभीका स्वास्थ्य और खुशी प्रकृति के संरक्षण एवं अच्छे स्वास्थ्य में निहित है, यदि हम उपलब्ध संसाधनों का इष्टतम उपयोग करते हैं तो प्रकृति और धरती माता पर अनावश्यक दबाव डाले बिना सभीकी ऊर्जा और अन्य ज़रूरतें पूरी हो सकेंगी। उन्होंने कहाकि इष्टतम उपयोग केसाथ सभीको ऊर्जा दक्षता और नवाचार को बढ़ावा देना होगा, ऊर्जा बचत के उपायों को बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करना होगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि 21वीं सदी में विश्व समुदाय को ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग बढ़ाने केलिए निरंतर सक्रिय रहना होगा, हमें पवन सौर और लघु एवं सूक्ष्म जल विद्युत परियोजनाओं से ऊर्जा का उत्पादन बढ़ाना होगा। उन्होंने कहाकि अधिक नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करने केसाथ-साथ हमें कम संसाधनों से अधिक ऊर्जा उत्पादन के प्रयास भी करने होंगे। उन्होंने कहाकि हमें अपने स्थिरता प्रयासों में ट्रिपल बॉटम लाइन की अवधारणा केसाथ बढ़ना चाहिए और किसीभी व्यवसाय से न केवल आर्थिक लाभ होना चाहिए, बल्कि पर्यावरणीय और सामाजिक लाभ भी होना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत ने स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में हमेशा एक जिम्मेदार देश के रूपमें काम किया है, लेकिन हम समय-समय पर यहभी स्पष्ट करते रहे हैंकि जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता निश्चित रूपसे कम हो रही है, लेकिन जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा भी हमारे देश में आवश्यक है।
राष्ट्रपति ने कहाकि भारत स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा दे रहा है, ताकि कोयला निष्कर्षण और उपयोग की प्रक्रिया अधिक कुशल और पर्यावरण अनुकूल बन सके। उन्होंने कहाकि यह पर्यावरण केप्रति हमारी प्रतिबद्धता का ही परिणाम हैकि दस वर्ष की अवधि में भारत जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक की रैंकिंग में 30वें से 7वें स्थान पर आ गया है। उन्होंने कहाकि 'हरित ऊर्जा खुली पहुंच नियम-2022' और नवीकरणीय खरीद दायित्व जैसे प्रयास भी वर्ष 2030 तक राष्ट्रीयस्तर पर निर्धारित योगदान के लक्ष्य को प्राप्त करने की भारत की यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहाकि 'लाइफ' के अनुरूप यानी पर्यावरण केलिए जीवनशैली भारत ने अब ग्रीन क्रेडिट की पहल की है, जो हमारी परंपराओं से संबंधित पर्यावरण संरक्षण प्रथाओं को प्रोत्साहित करती है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि ये प्रयास हमारे स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण साबित होंगे। गौरतलब हैकि ऊर्जा संरक्षण का संदेश फैलाने और ऊर्जा दक्षता एवं संरक्षण में राष्ट्र की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने केलिए हर साल 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है।