स्वतंत्र आवाज़
word map

लद्दाख के प्रतिनिधि पीएमओ राज्यमंत्री से मिले

केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा मिलने केबाद लद्दाख में तेजीसे विकास

प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 16 January 2024 12:11:39 PM

ladakh representatives met the minister of state for pmo

नई दिल्ली। पीएमओ सहित केंद्र सरकार के कई और भी विभागों में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-कारगिल के पार्षद स्टैनज़िन लाकपा के नेतृत्व में नई दिल्ली उनसे मिलने आए प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में कहा हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लद्दाख में तेजी से विकास हुआ है। उन्होंने कहाकि मोदी सरकार ने लद्दाख के विकास, बौद्धों और आदिवासियों सहित स्थानीय आबादी के कल्याण को उच्च प्राथमिकता दी है। प्रतिनिधिमंडल ने अक्टूबर 2019 में पर्वतीय क्षेत्र लद्दाख को यूटी का दर्जा दिए जाने केबाद से यहां तेजीसे विकास केलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केप्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि हालांकि पहलीबार लद्दाख प्रतिनिधिमंडल ने 1949 में सुदूर क्षेत्र केलिए अलग केंद्रशासित प्रदेश के दर्जे की मांग लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से मुलाकात की थी, लेकिन सात दशक बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने पर ही उनका यह सपना पूरा हो पाया।
केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि पिछली सरकारों के कारण केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को दशकों तक उपेक्षा और वनवास का सामना करना पड़ा, इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लद्दाख को सर्वोच्च प्राथमिकता और ध्यान देते हैं। उन्होंने कहाकि मोदी सरकार ने लद्दाख को एक विश्वविद्यालय, होटल प्रबंधन संस्थान और पेशेवर कॉलेज की अनुमति दी है। लद्दाख केलिए घोषित कार्बन न्यूट्रल कार्ययोजना का उल्लेख करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि लद्दाख केलिए 50 करोड़ रुपये के विशेष विकास पैकेज केसाथ पहलीबार कोई केंद्र सरकार क्षेत्र केलिए विभिन्न परियोजनाओं के वित्तपोषण में इतनी उदार है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा के संचालन केलिए लेह में एक विशेष परीक्षा केंद्र स्थापित किया गया है, यह न केवल एक महत्वपूर्ण शासन सुधार है, बल्कि पिछड़े और दूर-दराज इलाकों में रहने वाले नौकरी के इच्छुक युवाओं केलिए एक बड़ा सामाजिक सुधार है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि लद्दाख में जल्द ही चांगथांग वन्यजीव अभयारण्य के एक हिस्से के रूपमें पूर्वी लद्दाख के हानले गांव में नाइट स्काई रिज़र्व में दक्षिण पूर्व एशिया का पहला नाइट स्काई अभयारण्य होगा, यह भारत में खगोल पर्यटन को बढ़ावा देगा और ऑप्टिकल, इंफ्रा-रेड और गामा-रे दूरबीनों केलिए दुनिया के सबसे ऊंचे स्थानों में से एक होगा।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय में सीएसआईआर लेह बेरी को बढ़ावा दे रहा है, जो ठंडे रेगिस्तान का एक विशेष खाद्य उत्पाद है। मई 2018 में पीएम मोदी की लद्दाख यात्रा का जिक्र करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि प्रधानमंत्री ने सीबकथॉर्न की व्यापक खेती की सलाह दी है, जो लेह बेरी का स्रोत है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि 15,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर तीन औषधीय पौधों की व्यावसायिक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, इसमें संजीवनी बूटी शामिल है, जिसे स्थानीय रूपसे सोला के नाम से जाना जाता है, जिसमें जीवनरक्षक और चिकित्सीय गुण बहुत अधिक हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि परमाणु ऊर्जा विभाग फलों और सब्जियों के संरक्षण/शेल्फ-लाइफ विस्तार केलिए गामा विकिरण प्रौद्योगिकी केलिए केंद्र शासित प्रदेश में सुविधाएं स्थापित करेगा। उन्हें यह जानकर खुशी हुईकि लद्दाख से खुबानी का निर्यात अब दुबई और अन्य विदेशी स्थानों पर किया जा रहा है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]