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Friday 19 January 2024 04:34:20 PM
सोलापुर (महाराष्ट्र)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के सोलापुर में आज लगभग 2000 करोड़ रुपये लागत की आठ अमृत यानी कायाकल्प और शहरी परिवर्तन केलिए अटल मिशन परियोजनाओं की आधारशिला रखी और महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के अंतर्गत बनाए गए 90000 से अधिक आवास लाभार्थियों को समर्पित किए। सोलापुर में रायनगर हाउसिंग सोसाइटी के 15000 आवास हथकरघा कामगार, वेंडर, पावरलूम श्रमिक, कचरा बीनने वाले, बीड़ी श्रमिक, ड्राइवर और अन्य को दिए गए। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र में पीएम-स्वनिधि के 10000 लाभार्थियों को पहली और दूसरी किस्त का वितरण भी शुरू किया। विशाल जन समूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि 22 जनवरी को अयोध्या धाम में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर संपूर्ण देशवासी भक्ति के रंग में सराबोर हैं, एक तंबू में भगवान श्रीराम के दर्शन की दशकों पुरानी पीड़ा अब दूर हो जाएगी। उन्होंने कहाकि वह साधु-संतों के मार्गदर्शन में 11 दिवसीय अनुष्ठान के नियमों और विनियमों का पूरी निष्ठा एवं प्रतिबद्धता केसाथ पालन कररहे हैं और उन्होंने नागरिकों के आशीर्वाद से श्रीराम विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा आयोजित करने का विश्वास व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि उनका 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान महाराष्ट्र के नासिक में पंचवटी में शुरू हुआ था। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त कीकि भक्ति की इस बेला में महाराष्ट्र के एक लाख से अधिक परिवार अपना गृह प्रवेश कर रहे हैं और ये 22 जनवरी की शाम को अपने पक्के घरों में श्रीराम ज्योति जलाएंगे। प्रधानमंत्री के आग्रह पर लोगों ने अपने मोबाइल का फ्लैश ऑनकर श्रीराम ज्योति के संकल्प को प्रदर्शित किया। प्रधानमंत्री ने इन परियोजनाओं केलिए क्षेत्र और पूरे महाराष्ट्र के लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाराष्ट्र के गौरव केलिए महाराष्ट्रवासियों की कड़ी मेहनत और प्रगतिशील राज्य सरकार के प्रयासों को भी इसका श्रेय दिया। उन्होंने कहाकि श्रीराम ने हमें सर्वदा अपने शब्दों और वचनों केप्रति सच्चा रहना सिखाया। उन्होंने कहाकि सोलापुर के हजारों गरीबों के कल्याण केलिए लिया गया संकल्प आज वास्तविकता बन रहा है, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत सबसे बड़ी सोसायटी का उद्घाटन किया गया है। उन्होंने भावुक होकर ऐसे घरों में रहने की अपने बचपन की इच्छा को याद किया और कहाकि यह हमें बहुत संतुष्टि देता है, जब हजारों परिवारों के सपने साकार होते हैं, उनका आशीर्वाद मेरी सबसे बड़ी दौलत बन जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्होंने परियोजना के शिलान्यास समारोह में लोगों को यह आश्वासन दिया थाकि परियोजना पूरी होने पर मोदी खुद उनके घरों की चाबियां सौंपने आएंगे, आज मोदी ने अपनी गारंटी पूरी करदी, मोदी की गारंटी का मतलब है गारंटी की पूर्ति। प्रधानमंत्री ने कहाकि जिन लोगों को आज अपने घर मिले हैं, उनकी पीढ़ियों को बेघर होने के कारण पीड़ा एवं कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, मुझे विश्वास हैकि पीड़ा की श्रृंखला अब टूट जाएगी और आने वाली पीढ़ियों को उस कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि 22 जनवरी को प्रज्ज्वलित की जानेवाली श्रीराम ज्योति निर्धनता के अंधेरे को दूर करने की प्रेरणा बनेगी। उन्होंने कहाकि हमारी सरकार पहले दिन से ही प्रयास कर रही हैकि श्रीराम के आदर्शों पर चलते हुए देश में सुशासन हो और देश में ईमानदारी का राज हो, यह राम राज्य ही है, जिसने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को प्रेरित किया है। नरेंद्र मोदी ने रामचरित मानस का उल्लेख कियाकि सरकार ने निर्धनों के कल्याण को केंद्र में रखा है। प्रधानमंत्री ने उस समय को याद किया जब पक्के घर और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण निर्धन इस सम्मान से वंचित थे, इस कारण वर्तमान सरकार का ध्यान घरों और शौचालयों के इन मुद्दों पर गया और मिशन मोड में 10 करोड़ 'इज्जत घर' तथा 4 करोड़ पक्के घर उपलब्ध कराए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि सरकार का रास्ता लोगों को बहकाने के स्थान पर श्रम की गरिमा, आत्मनिर्भर श्रमिक और गरीबों का कल्याण करने का है। प्रधानमंत्री ने नागरिकों को आश्वासन दियाकि आप बड़े सपने देखें, आपके सपने ही मेरा संकल्प हैं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों केलिए किफायती शहरी आवासों एवं उचित किराया लेने वाली समितियों का उल्लेख किया और कहाकि हम कार्यस्थल के समीप आवास उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। श्रमिकों के शहर होने केबारे में अहमदाबाद केसाथ सोलापुर शहर की तुलना करते हुए प्रधानमंत्री ने पूर्वाश्रम में व्यतीत किए गए समय के दौरान सोलापुर शहर से अपने संबंध पर चर्चा की और कहाकि यह पद्मशाली परिवार ही थे, जो उन्हें भोजन उपलब्ध कराते थे, भलेही उनकी रहने की स्थिति खराब थी। प्रधानमंत्री ने उनके जीवन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वकील लक्ष्मणराव ईनामदार की बुनी हुई कलाकृति भेंट किए जाने को याद किया और कहाकि यह आजभी उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने उचित इरादे की कमी और बिचौलियों के कारण पहले के गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के परिणामों की कमी की ओर संकेत किया। उन्होंने कहाकि साफ नियत, गरीबों के सशक्तिकरण की पक्षधर नीतियों और राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता के कारण मोदी ने सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुंचाने की गारंटी दी है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि 10 वर्ष में 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि सीधे महिलाओं, किसानों, युवाओं और गरीबों के खातों में स्थानांतरित की गई है, जन धन-आधार-मोबाइल की जेएएम ट्रिनिटी का उपयोग करके 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों को बाहर करदिया गया। विभिन्न योजनाएं का शुभारंभ करके निर्धन कल्याण को प्राथमिकता देने के सरकार के प्रयासों पर प्रधानमंत्री ने बतायाकि 9 वर्ष में देश में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं, यह 10 साल की तपस्या और गरीबों केप्रति सच्चे समर्पण का परिणाम है। उन्होंने कहाकि यह भाव गरीबी को हराने केलिए दूसरों को भी सशक्त और प्रेरित करता है। प्रधानमंत्री ने इस विश्वास को दोहरायाकि यदि गरीबों को संसाधन और सुविधाएं प्रदान की जाएं तो वे निर्धनता से उबर सकते हैं, इसलिए वर्तमान सरकार ने संसाधन एवं सुविधाएं उपलब्ध कराईं तथा उनके कल्याण की दिशा में ईमानदार प्रयास किए। उस समय को याद करते हुए जब गरीबों केलिए मुख्य मुद्दा दो वक्त का भोजन था प्रधानमंत्री ने सरकार के नि:शुल्क राशन कार्यक्रम का उल्लेख किया, ताकि किसीभी गरीब व्यक्ति को खाली पेट न सोना पड़े। उन्होंने कहाकि कोरोनाकाल में शुरू की गई इस योजना को अब 5 साल केलिए बढ़ाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने उन 25 करोड़ लोगों को समर्थन देने की आवश्यकता पर बल दिया, जो गरीबी से बाहर आ गए हैं, ताकि वे भविष्य में कभी भी गरीबी रेखा से नीचे न आएं। उन्होंने कहाकि ये 25 करोड़ लोग मेरे संकल्प को पूरा करने केलिए समर्पण केसाथ आगे बढ़ रहे हैं और मैं उनके साथ खड़ा हूं।
एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इससे उन लोगों को निरंतर राशन की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जो काम के सिलसिले में एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते हैं। उन्होंने कहाकि चिकित्सा खर्च लोगों को गरीबी में धकेलता है, इसलिए सरकार आयुष्मान कार्ड लेकर आई है, इस कार्ड से 5 लाख रुपये तक का नि:शुल्क चिकित्सा उपचार प्रदान किया जाता है, जिससे चिकित्सा खर्च पर लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की बचत होती है, इसी प्रकार जन औषधि केंद्र से प्राप्त दवाओं पर 80 प्रतिशत की छूट मिलने से गरीब मरीजों के लगभग 30 हजार करोड़ रुपये की बचत होती है। जल जीवन मिशन नागरिकों को जलजनित बीमारियों से बचा रहा है। उन्होंने बतायाकि लाभार्थियों में सबसे अधिक संख्या पिछड़े और आदिवासी समुदायों से आती है। प्रधानमंत्री कहाकि गरीबों को पक्का घर मिले, शौचालय मिले, बिजली कनेक्शन मिले, पानी मिले ये सारी सुविधाएं सामाजिक न्याय की भी गारंटी हैं। गरीबों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए, यह भी मोदी की गारंटी है। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्होंने गरीबों केलिए दुर्घटनाओं और जीवन बीमा केलिए 2 लाख रुपये के कवर वाली जीवन बीमा योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने गरीब परिवारों को आवश्यकता के समय बीमा के रूपमें 16000 करोड़ रुपये दिए जाने की जानकारी भी साझा की। प्रधानमंत्री ने उन लोगों का उल्लेख किया जिनके पास बैंक खाते नहीं थे और उनके लिए बैंक से ऋण प्राप्त करना असंभव था।
प्रधानमंत्री ने जन धन योजना का उल्लेख करते हुए कहाकि इससे 50 करोड़ गरीबों को बैंक खाते खोलकर बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा गया। उन्होंने आज के अवसर का भी उल्लेख किया, जहां 10000 लाभार्थियों को पीएम स्वनिधि के अंतर्गत बैंक सहायता मिली। उन्होंने बतायाकि जिन रेहड़ी-पटरी वालों और फेरीवालों को अधिक ब्याज वाले ऋण केलिए बाजार की ओर देखना पड़ता था, उन्हें अब बिना किसी गारंटी के बैंक ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहाकि सोलापुर एक औद्योगिक शहर है, श्रमिकों का यह शहर स्कूल की वर्दी बनाने केलिए सबसे बड़े सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग का क्लस्टर है, वर्दी सिलने वाले ऐसे विश्वकर्माओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ऋण, प्रशिक्षण और आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने केलिए पीएम विश्वकर्मा योजना लेकर आई। उन्होंने पात्र श्रमिकों से नामांकन कराने को कहा, क्योंकि 'मोदी की गारंटी की गाड़ी' देशभर में धूम मचा रही है। आत्मनिर्भर भारत निर्माण की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इस मिशन में लघु और कुटीर उद्योगों की भूमिका को प्रमुख है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग को समर्थन देने के कदमों के बारेमें प्रधानमंत्री ने महामारी के दौरान इन उद्योगों को दिए पैकेज और एक जिला एक उत्पाद योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि वोकल फॉर लोकल और मेड इन इंडिया जैसे अभियानों से भारतीय उत्पादों को बेहतर प्रोफाइल के कारण नई संभावनाओं का लाभ मिल रहा हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान भारत विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। उन्होंने कहाकि मैंने नागरिकों को इसकी गारंटी दी है और इसे पूरा भी किया जाएगा। उन्होंने देश के आर्थिक विस्तार में सोलापुर जैसे कई शहरों की भूमिका पर प्रकाश डाला और इन शहरों में पानी तथा सीवेज जैसी सुविधाओं में लगातार सुधार केलिए डबल इंजन सरकार को श्रेय दिया। उन्होंने शहरों को अच्छी सड़कों, रेल और वायुमार्गों से जोड़ने के विकास कार्यों को तेज गति से पूरा करने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि संत ज्ञानेश्वर महाराज पालखी मार्ग हो या संत तुकाराम पालखी मार्ग इनपर तेजीसे काम चल रहा है और रत्नागिरि, कोल्हापुर तथा सोलापुर केबीच चार लेन के राजमार्ग का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त कियाकि नागरिक भाजपा सरकार को यूंही आशीर्वाद देना जारी रखेंगे। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार तथा रायनगर फेडरेशन के संस्थापक नरसैया एडम भी उपस्थित थे।