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'चुनाव का पर्व, देश का गर्व'

राष्ट्रपति ने निर्वाचन आयोग की थीम सराही

मतदाताओं को मताधिकार की शपथ भी दिलाई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 25 January 2024 05:59:29 PM

'festival of elections, pride of the country'

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारत निर्वाचन आयोग के पचहत्तरवें स्थापना दिवस और राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर आज देशवासियों को बधाई देते हुए चुनाव संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन केलिए राज्य एवं जिलास्तर के अधिकारियों को वर्ष-2023 के सर्वश्रेष्ठ चुनावी कार्य पुरस्कार प्रदान किए। विभिन्न सरकारी विभागों, मीडिया संगठनों और महत्वपूर्ण हितधारकों को भी मतदाताओं को जागरुक करने में बहुमूल्य योगदान देने केलिए पुरस्कार प्रदान किए गए। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर हर प्रकार के भेदभाव और संकीर्णता से ऊपर उठकर, निर्भय होकर, नैतिकता केसाथ सभी चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने केलिए शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहाकि ये नए मतदाता देश के उन करोड़ों युवाओं के प्रतिनिधि हैं, जो वर्ष 2047 के स्वर्णिम भारत के निर्माण में अपनी निर्णायक भूमिका निभाएंगे और इस राष्ट्रनिर्माता युवाशक्ति को जागरुक करने के प्रयासों केलिए निर्वाचन आयोग की प्रशंसा की। राष्ट्रपति को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार से 'आम चुनाव 2024 केलिए ईसीआई की पहल' की पहली प्रति प्राप्त हुई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि लोकतंत्र का यह उत्सव राज्य और जिलास्तर पर एवं देश के अनेक मतदाता केंद्रों पर एकसाथ मनाया गया है और प्रशासन एवं जनता की बड़े पैमाने पर भागीदारी की केलिए निर्वाचन आयोग को साधुवाद दिया। उन्होंने दुनिया के सबसे विशाल और जीवंत लोकतंत्र की विश्वपटल पर प्रतिष्ठा बढ़ाने केलिए मतदाताओं की भी प्रशंसा की। राष्ट्रपति ने कहाकि हमारे लोकतंत्र की विशालता और विविधता हमारे लिए गर्व की बात है, इसकी गौरवशाली यात्रा में निर्वाचन आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका है, अबतक निर्वाचन आयोग 17 आम चुनाव और 400 से अधिक विधानसभा चुनाव सम्पन्न करा चुका है और इसवर्ष 2024 के आम चुनाव सम्पन्न कराएगा। राष्ट्रपति ने कहाकि देश में 96 करोड़ से अधिक मतदाता हैं तथा आम चुनाव में लगभग 12 लाख मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, और इसवर्ष आम चुनाव को सम्पन्न कराने में लगभग डेढ़ करोड़ चुनावकर्मी अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। उन्होंने कहाकि उन्हें बताया गया हैकि आगामी आम चुनाव में अधिक से अधिक मतदान हो तथा मतदान प्रक्रिया सुविधाजनक हो, ऐसे उद्देश्यों केसाथ निर्वाचन आयोग ने एक टर्नआउट कार्यांवयन योजना तैयार किया है, अनेक जटिलताओं और चुनौतियों केबीच निर्वाचन आयोग चुनाव प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराता है, इसके लिए निर्वाचन आयोग केतहत कार्यरत टीम का प्रत्येक सदस्य बधाई का हकदार है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि विदेश में रहनेवाले मतदाताओं, फौज में अपनी तैनाती के स्थान पर मौजूद सेनानियों और प्रवासी मजदूरों केलिए मतदान करना सुगम बनाने की दिशा में निर्वाचन आयोग निरंतर प्रयासरत है, मतदाता सूची को अपडेट करने तथा उसमें संशोधन करने, मतदाताओं में जागरुकता बढ़ाने और मतदान केंद्रों तक पहुंचकर मतदान के अधिकार का प्रयोग करने आदि पहलुओं पर निर्वाचन आयोग पूरा ध्यान दे रहा है। राष्ट्रपति ने कहाकि 'कोई भी मतदाता छूटने न पाए', इसके लिए निर्वाचन आयोग सदैव प्रयासरत है और इसवर्ष की जागरुकता थीम 'चुनाव का पर्व, देश का गर्व' अत्यंत सारगर्भित और प्रेरक है। उन्होंने कहाकि जितने बड़े पैमाने और जिस सफलता केसाथ भारतीय चुनाव प्रक्रिया में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, वह विश्व के सभी लोकतांत्रिक देशों केलिए एक मिसाल है। राष्ट्रपति ने कहाकि देश के सभी हिस्सों में रहनेवाले मतदाता सुविधा केसाथ मतदान कर पाएं इसकी व्यवस्था करपाना आसान नहीं है, हर प्रकार की चुनौतियों के बावजूद निर्वाचन आयोग की टीम इस कठिन काम को अंजाम देती है, यह हमारे लोकतंत्र की बहुत बड़ी उपलब्धि है। राष्ट्रपति ने कहाकि निर्वाचन आयोग ने विभिन्न स्तरों पर प्रशासन और संस्थानों का सहयोग सुनिश्चित करके महिलाओं, दिव्यांगों, वरिष्ठ नागरिकों, सुदूर क्षेत्रों में बसे जनजातीय समुदाय के लोगों और समाज के वंचित वर्गों द्वारा मतदान को प्रोत्साहित किया है, जो लोग मतदान केंद्रों तक नहीं जा सकते, उनके लिए घरमें ही मतदान की सुविधा का प्रबंधन सराहनीय है, इन प्रयासों से हमारे देश की चुनाव प्रक्रिया और अधिक समावेशी हुई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि मतदाताओं के समावेश के मूल में जो सोच है, उसे आज यहां दिखाई गई फिल्म में बहुत प्रभावी ढंग से प्रदर्शित किया गया है, रोचक माध्यम के जरिए 'वोटिंग जैसा कुछ नहीं, मैं निश्चित रूप से वोट करता हूं' राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2024 का संदेश प्रसारित करने केलिए निर्वाचन आयोग की सराहना की। उन्होंने कहाकि चुनाव प्रक्रिया में नैतिक आचार का संरक्षण करने के प्रयासों से विशेष मतदान केंद्र की स्थापना तक अनेक उल्लेखनीय कार्य आयोग ने किए हैं। राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अबतक का अधिकतम मतदान कराने में सफलता केलिए निर्वाचन आयोग टीम को विशेष बधाई दी। उन्होंने कहाकि वे आशा करती हैंकि निर्वाचन आयोग शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से पाठ्यक्रमों में चुनावी साक्षरता को शामिल करना, विद्यार्थियों को नागरिकता के एक अत्यंत महत्वपूर्ण कर्तव्य केप्रति सजग बनाने में सफल सिद्ध होगा। राष्ट्रपति ने कहाकि युवा हमारे लोकतंत्र के भविष्य के कर्णधार हैं और आज यहां उपस्थित मतदाताओं ने निर्वाचक फोटो पहचानपत्र प्राप्त करके देश की लोकतांत्रिक प्रणाली में निर्णायक भागीदार होने का अधिकार प्राप्त कर लिया है, जिसको प्राप्त करने केसाथ उनके कर्तव्य भी बढ़ गए हैं एवं देश के सभी मतदाता लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखने केलिए वचनबद्ध हैं।

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