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Friday 2 February 2024 05:33:00 PM
नई दिल्ली/ लखनऊ। रेलवे सुरक्षा बल 12 से 16 फरवरी 2024 तक बाबू जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी लखनऊ में 67वीं अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट की मेजबानी कर रहा है, इस मीट की जिम्मेदारी एआईपीडीएम की केंद्रीय समन्वय समिति ने आरपीएफ को सौंपी है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कानून प्रवर्तन क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा बढ़ाने केलिए अपराधों की वैज्ञानिक अनुसंधान और जांच की दिशा में पुलिस अधिकारियों केबीच उत्कृष्टता तथा सहयोग को बढ़ावा देना है। रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक मनोज यादव ने इस अवसर पर आरपीएफ के तकनीकी समूह की समर्पित मोबाइल ऐप और वेबसाइट लॉंच की।
इनहाउस रूपसे विकसित डिजिटल प्लेटफार्मों को सुव्यवस्थित करने, उन्हें वास्तविक समय पर अपडेट करने और ऑटोबोट आधारित बहुभाषी चैट समर्थन जैसी विशेषताओं केसाथ इस कार्यक्रम में भाग लेनेवाले अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्बाध भागीदारी की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। उपयोगकर्ता अनुकूल इंटरफेस और विविधि प्रक्रियाओं जैसे प्रतिभागी पंजीकरण, आयोजन की लाइव ट्रैकिंग तथा डिजिटल प्रमाणपत्र, ई-ब्रोशर, नियमों, परिणामों, अनुदेशों का पालन करने और प्रतिभागियों की इवेंट शेड्यूल तक पहुंच के अलावा प्रतिभागियों के पंजीकरण, घटनाओं की लाइव ट्रैकिंग तथा न्यायाधीशों द्वारा परिणामों को चिन्हित करने एवं घोषित करने जैसी प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण सुविधाओं से लैस यह प्लेटफार्म प्रतिभागियों केबीच पारदर्शिता को बढ़ावा देता है।
ऐप और वेबसाइट एक अमूल्य उपकरण के रूपमें काम करेंगे, जो प्रतिभागियों के अनुभवों को बढ़ाएंगे और डिजिटल के वर्तमान युग में कानून प्रवर्तन कर्मियों के जांच-पड़ताल संबंधी कर्तव्यों में प्रौद्योगिकी उपयोग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करेंगे। अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट कानून प्रवर्तन पेशेवरों के एकजुट होने, सीखने और जांच-पड़ताल उत्कृष्टता के सामूहिक प्रयास को मजबूत करने का आह्वान करती है। अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे-जांच में वैज्ञानिक सहायता, पुलिस फोटोग्राफी, कंप्यूटर जागरुकता, विशेष कैनाइन यूनिट प्रतियोगिता, तोड़फोड़ निरोधक जांच और पुलिस वीडियोग्राफी केसाथ पुलिस ड्यूटी मीट कानून प्रवर्तन कर्मियों केलिए अपनी योग्यताओं को निखारने और श्रेष्ठ प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान के मंच के रूपमें कार्य करेंगी। गौरतलब हैकि आरपीएफ अधिनियम-1957 के तहत वर्ष 2004 में स्थापित रेलवे सुरक्षा बल तभीसे ही रेलवे संपत्ति की सुरक्षा, यात्रियों एवं उनके सामानों को सुरक्षा प्रदान करने में सहायक रहा है।
उल्लेखनीय हैकि आरपीएफ में 9 प्रतिशत महिलाओं का प्रतिनिधित्व है, जो भारत के सभी सशस्त्र बलों में सबसे अधिक है। रेल मंत्रालय केतहत वर्ष 1955 में स्थापित जगजीवनराम आरपीएफ अकादमी लखनऊ प्रोबेशनर्स आईआरपीएफएस कैडर अधिकारियों और आरपीएफ सब इंस्पेक्टर कैडेटों केलिए एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान के रूपमें कार्य कर रही है, यह साइबर अपराध और आपदा प्रबंधन जैसे उभरते क्षेत्रों में पाठ्यक्रम प्रदान करती है। अकादमी की रेलवे रक्षकों केलिए व्यापक प्रशिक्षण सुनिश्चित करने केलिए आईएनएमएएस-डीआरडीओ, एसवीपी-एनपीए, बीपीआरएंडडी और एनआईएसए जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों केसाथ साझेदारी भी है।