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Friday 8 March 2024 01:36:39 PM
श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू कश्मीर आए और श्रीनगर में विकसित भारत विकसित जम्मू कश्मीर कार्यक्रम में 5000 करोड़ रुपये के समग्र कृषि विकास कार्यक्रम को जम्मू कश्मीर को समर्पित किया। उन्होंने स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना के तहत 1400 करोड़ रुपये से अधिक की पर्यटन क्षेत्र से संबंधित अनेक परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिसमें श्रीनगर के 'हजरतबाल तीर्थ के एकीकृत विकास' की परियोजना भी शामिल है। प्रधानमंत्री ने 'देखो अपना देश पीपल्स चॉइस टूरिस्ट डेस्टिनेशन पोल' और 'चलो इंडिया ग्लोबल डायस्पोरा अभियान' भी लॉन्च किया। नरेंद्र मोदी ने चुनौती आधारित गंतव्य विकास योजना (सीबीडीडी) में चयनित पर्यटन स्थलों की घोषणा की, जम्मू कश्मीर के लगभग 1000 नए सरकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की, जिनमें उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाएं, लखपति दीदियां, किसान और उद्यमी आदि शामिल हैं। यह पहला मौका है, जब देश के किसी प्रधानमंत्री केलिए जम्मू और कश्मीर श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत करने और सुनने को उमड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जम्मू कश्मीर आगमन और घाटी में उनका जोरदार स्वागत ऐतिहासिक है, जहां दशकों की अशांति अलगाववाद और आतंकवाद केबाद आज राष्ट्रवाद शांति समृद्धि और विकास की बयार बह रही है। इस सच्चाई को जम्मू कश्मीर के लोगों ने सिद्ध किया है। यह विश्व समुदाय के उन देशों को भी जवाब है, जो जम्मू कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताने का ऐजेंडा चलाते आ रहे हैं और जहां पाकिस्तान इस्लामिक ज़ेहाद के नाम पर लोगों को युवाओं को गुमराहकर उन्हें इस्लामिक आतंकवाद की आग में झोंकता आ रहा है। दुनिया ने भी देखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घाटी में जोरदार स्वागत हुआ है और देखाकि लोगों युवक और युवतियों में कितनी लोकप्रियता है। एक समय था जब पाकिस्तान और घाटी में उसके समर्थित अलगाववादियों ने कश्मीर घाटी को आतंकवाद की आग में झोक रखा था और आज देखने को मिल रहा हैकि वही घाटी वही लोग और वही युवा किस उत्साह से शांति और विकास का अनुभव कर रहे हैं और अपना भविष्य सुनिश्चित कर रहे हैं। वास्तव में धारा 370 जम्मू कश्मीर के विकास और शांति में बहुत बड़ी बाधा थी, जिसको हटाते ही आज यह राज्य न केवल देश की मुख्यधारा में चल पड़ा है, वह पाकिस्तान प्रायोजित इस्लामिक आतंकवाद को भी करारा जवाब दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था, वह वहां के नागरिकों महिलाओं युवक युवतियों के उत्साह से गदगद थे। उन्होंने जम्मू कश्मीर केलिए कई परियोजनाओं की घोषणा की।
जम्मू कश्मीर के युवाओं केलिए पुलवामा का मधुमक्खी पालक नाजिम नजीर एक प्रेरणा बन गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसके आत्मनिर्भर होने और दूसरों को भी उसका बड़ा रोज़गार मिलने की सफलता का अनुभव सुना। नाजिम नजीर ने प्रधानमंत्री को बताया कि उसने किस प्रकार सरकार से लाभ प्राप्त करके अपने व्यवसाय का विस्तार किया। प्रधानमंत्री को नाजिम नजीर ने बतायाकि उसने अपने घर की छत पर मधुमक्खी के दो बक्से रखे और शहद का कारोबार शुरू किया, जिसमें सफलता मिली और उसके बाद उसने सरकार से 50 प्रतिशत सब्सिडी पर मधुमक्खी पालन केलिए 25 बक्से खरीदे। नाजिम नजीर ने प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम के तहत मिले 5 लाख रुपये से धीरे धीरे मधुमक्खी पालन केलिए 200 बक्से तक विस्तार किया। नाजिम नजीर ने एक ब्रांड बनाया, एक वेबसाइट बनाई, जिसने पूरे देश में लगभग 5000 किलोग्राम के हजारों ऑर्डर उत्पन्न किए, जिससे उसका व्यवसाय लगभग 2000 मधुमक्खी पालन बक्सों तक बढ़ गया और उसने क्षेत्र के लगभग 100 युवाओं को इस व्यवसाय में शामिल किया, उसने प्रधानमंत्री को 2023 में एक एफपीओ प्राप्त करने के बारेमें भी बताया, जिससे उसे अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद मिली है।
नाजिम नजीर ने डिजिटल इंडिया पहल शुरू करने केलिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया, जिसने देश का फिनटेक परिदृश्य ही बदल दिया है। प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर में एक मीठी क्रांति का मार्ग प्रशस्त करने केलिए नाजिम नजीर के प्रयास की सराहना की और उसकी सफलता पर उसे बधाई दी। व्यवसाय स्थापित करने केलिए सरकार से प्रारंभिक समर्थन प्राप्त करने के बारेमें प्रधानमंत्री के पूछने पर नाजिम नजीर ने कहाकि उसे शुरुआती कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, मगर कृषि विभाग उसकी मदद को आगे आया और उसके उद्देश्य का समर्थन किया। यह देखते हुएकि मधुमक्खी पालन का व्यवसाय एक बिल्कुल नया क्षेत्र है, प्रधानमंत्री ने इसके लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहाकि मधुमक्खियां एक तरह से खेत मजदूरों की तरह काम करती हैं, जो इसे फसलों के लिए फायदेमंद बनाती हैं। नाजिम नजीर ने कहाकि मधुमक्खी पालन केलिए जमीन मालिक मुफ्त में जमीन देने को तैयार हैं, क्योंकि यह प्रक्रिया किसानों केलिए भी फायदेमंद है। नाजिम नजीर ने प्रधानमंत्री केसाथ एक सेल्फी लेने की इच्छा व्यक्त की, जिसे प्रधानमंत्री ने पूरा किया और नाजिम नजीर ने उसे अपनी वॉल पर भी पोस्ट कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाजिम नजीर को उसकी सफलता पर प्रसन्न होकर उसे हिंदू कुश पहाड़ों के आसपास मध्य एशिया में उत्पादित शहद पर अनुसंधान करने का सुझाव दिया और उससे बक्सों के चारों ओर विशिष्ट फूल उगाकर शहद का एक नया स्वाद तैयार करने पर भी विचार करने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहाकि शहद उत्पादन एक विशिष्ट बाजार है। उन्होंने उत्तराखंड में भी ऐसे ही सफल प्रयासों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने जिक्र कियाकि दुनियाभर में अत्यधिक मांग के कारण बबूल शहद की कीमत 400 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 1000 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जो शहद उत्पादकों केलिए प्रसन्नता की बात है। प्रधानमंत्री ने अवधारणा और विजन की स्पष्टता एवं अपने व्यवसाय को चलाने में नाजिम नजीर के प्रयास और साहस की सराहना की एवं उसके माता पिता को भी बधाई दी। उन्होंने कहाकि नाजिम नजीर भारत के युवाओं को स्वरोज़गार के क्षेत्र में दिशा दे रहे हैं और प्रेरणास्रोत भी बन रहे हैं। श्रीनगर की एक बेकरी उद्यमी एहतेशाम माजिद भट्ट खाद्य प्रौद्योगिकी कौशल विकास कार्यक्रम के माध्यम से बेकरी में नया इनोवेशन लेकर आई है। उसे महिला कौशल विकास केलिए सरकारी पॉलिटेक्निक के इनक्यूबेशन केंद्र से सहायता प्राप्त हुई थी। सरकार की सिंगल विंडो की प्रणाली ने उसकी और उसकी टीम की विभिन्न विभागों से एनओसी प्राप्त करने में सहायता की। एहतेशाम माजिद भट्ट ने यह जानकारी प्रधानमंत्री से वर्चुअल संवाद में साझा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एहतेशाम माजिद भट्ट को बतायाकि केंद्र सरकार करोड़ों युवाओं को उनके स्टार्टअप से जुड़े सपनों को साकार बनाने में सहायता कर रही है। उन्होंने एहतेशाम माजिद भट्ट की उद्यमशीलता उद्यमों में विभिन्न जिलों के अपने मित्रों को शामिल करने केलिए उसकी सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारा प्रयास हैकि युवाओं के विचार संसाधनों और वित्त की कमी से प्रभावित न हों, उन्हें आत्मविश्वास केसाथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहाकि जम्मू कश्मीर की बेटियां पूरे देश के युवाओं केलिए नई प्रेरणादायी मिसालें कायम कर रही हैं। डेयरी व्यवसाय से जुड़ी गांदरबल की हमीदा बानो ने प्रधानमंत्री को बतायाकि उसे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से लाभ प्राप्त हुआ और उसने दुग्ध उत्पादों केलिए एक प्रसंस्करण इकाई खोली, उसने दूसरी महिलाओं को भी काम केलिए इसमें शामिल किया है। उसने प्रधानमंत्री को उत्पादों के गुणवत्ता नियंत्रण, पैकेजिंग और विपणन के बारेमें बताया, उसके दुग्ध उत्पाद परिरक्षकों से रहित हैं। उसने प्रधानमंत्री को अपने इस संवेदनशील उत्पाद के विपणन के तरीकों के बारेमें जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने उसकी व्यवसायिक कुशलता और पोषण के काम को बढ़ावा देने को लेकर उसकी प्रशंसा की। नरेंद्र मोदी ने उसे गुणवत्ता का ध्यान रखने और पर्यावरण अनुकूल तरीके से अपना व्यवसाय करने केलिए उसकी सराहना भी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहाकि धरती के स्वर्ग पर पहुंचने की अनुभूति को शब्दों में नहीं पिरोया जा सकता, प्रकृति, वायु, घाटी, पर्यावरण और कश्मीर के भाईयों बहनों के प्यार और स्नेह का यह अद्वितीय रूप है। उन्होंने कार्यक्रम स्थल के बाहर उपस्थित नागरिकों और वीडियो लिंक के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े 285 ब्लौकों के 1 लाख से अधिक लोगों का भी अभिवादन किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह नया जम्मू कश्मीर है, जिसकी दशकों से प्रतीक्षा की जा रही थी और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इसी जम्मू कश्मीर केलिए अपने प्राणों की आहूति दी थी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि नए जम्मू कश्मीर की आंखों में भविष्य की चमक है और सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने का संकल्प है। उन्होंने कहाकि 140 करोड़ नागरिक शांति महसूस करते हैं, जब वे जम्मू कश्मीर के लोगों के मुस्कराते हुए चेहरे देखते हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि मोदी स्नेह के इस ऋण को चुकाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा और मैं यह सारी मेहनत आपका दिल जीतने केलिए कर रहा हूं और मुझे यकीन हैकि मैं सही रास्ते पर हूं, मैं आपका दिल जीतने की अपनी कोशिशें जारी रखूंगा, यह मोदी की गारंटी है और आप सभी जानते हैंकि मोदी की गारंटी का अर्थ है गारंटी के पूरे होने की गारंटी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि विकास की शक्ति, पर्यटन की संभावना, किसानों की क्षमताएं और जम्मू कश्मीर के युवाओं का नेतृत्व विकसित जम्मू कश्मीर केलिए रास्ता प्रशस्त करेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि जम्मू कश्मीर केवल एक स्थान नहीं है, भारत का मस्तक है और ऊंचा मस्तक विकास और सम्मान का प्रतीक है, इसलिए विकसित जम्मू कश्मीर विकसित भारत की प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री ने उस समय को याद किया, जब देश में लागू कानून जम्मू कश्मीर में लागू नहीं किए जाते थे और गरीबों के कल्याण केलिए उन योजनाओं का उल्लेख किया, जिनका लाभ वंचितों को नहीं मिल पाता था। उन्होंने कहाकि जब इरादे नेक हों और प्रतिबद्धताओं को पूरा करने का दृढ़ संकल्प हो तो परिणाम मिलना तय है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में जी20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहाकि एक समय था जब लोग सवाल करते थेकि पर्यटन केलिए जम्मू कश्मीर की यात्रा कौन करेगा, आज जम्मू कश्मीर पर्यटन के सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है, केवल वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर ने पिछले रिकॉर्ड को पार करते हुए 2 करोड़ से अधिक पर्यटकों का स्वागत किया है। प्रधानमंत्री ने विदेशी पर्यटकों के आगमन में वृद्धि और मशहूर हस्तियों एवं अंतर्राष्ट्रीय मेहमानों केप्रति बढ़ते आकर्षण पर कहाकि अब यहां प्रमुख हस्तियां और विदेशी मेहमान जम्मू-कश्मीर की घाटियों का पता लगाने, वीडियो और रील बनाने केलिए आते हैं।
प्रधानमंत्री ने कृषि की ओर बढ़ते हुए केसर, सेब, सूखे फल और चेरी सहित जम्मू कश्मीर की कृषि उपज की ताकत पर बल दिया और इस क्षेत्र को एक महत्वपूर्ण कृषि केंद्र के रूपमें नामित किया। उन्होंने कहाकि 5000 करोड़ रुपये के कृषि विकास कार्यक्रम से अगले 5 वर्ष में जम्मू कश्मीर के कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि होगी, विशेष रूपसे बागवानी और पशुधन विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहाकि यह पहल विशेष रूपसे बागवानी और पशुपालन के क्षेत्र में हजारों नए अवसर पैदा करेगी। उन्होंने जम्मू कश्मीर में किसानों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत लगभग 3000 करोड़ रुपये के सीधे हस्तांतरण का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि फलों और सब्जियों की भंडारण क्षमता बढ़ाने और उनके लंबे समय तक संरक्षण को सुनिश्चित करने केलिए जम्मू कश्मीर में भंडारण सुविधाएं बढ़ाने केलिए महत्वपूर्ण निवेश किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने जम्मू और श्रीनगर को स्मार्ट सिटी बनाने केलिए नई परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहाकि आनेवाले समय में जम्मू कश्मीर की सफलता की कहानी पूरी दुनिया केलिए एक उदाहरण बनेगी। उन्होंने कमल केसाथ जम्मू कश्मीर के खास संबंध को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर के युवाओं के हर क्षेत्र में विकास केलिए सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहाकि कौशल विकास से खेल तक नए अवसर पैदा हो रहे हैं। उन्होंने जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय खेल टूर्नामेंटों की मेजबानी का उदाहरण दिया, अब जम्मू कश्मीर देश की शीतकालीन खेल राजधानी के रूपमें उभर रहा है।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि जम्मू कश्मीर स्वतंत्र रूपसे सांस ले रहा है, इसलिए नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है, जिससे युवाओं की प्रतिभा का सम्मान और सभी केलिए समान अधिकार और समान अवसर प्राप्त हुए हैं। उन्होंने पाकिस्तान से आए शरणार्थियों, वाल्मिकी समुदाय और सफाई कर्मचारियों को मतदान का अधिकार मिलने, अनुसूचित जाति वर्ग में शामिल होने केलिए वाल्मिकी समुदाय की मांग को पूरा करने, अनुसूचित जनजाति, पद्दारी जनजाति केलिए विधानसभा में सीटें आरक्षित करने और पद्दारी जनजाति, पहाड़ी जातीय समूह, गद्दा ब्राह्मण और कोली समुदाय को अनुसूचित जनजातियों में शामिल करने के ऐतिहासिक निर्णयों का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने बतायाकि जम्मू कश्मीर में वंशवादी राजनीति ने पंचायत, नगरपालिका और नगरनिगम में अन्य पिछड़े वर्गों को सरकार के प्रदान किए गए आरक्षण के अधिकार से वंचित कर दिया था, मगर अब हर वर्ग को उसका हक लौटाया जा रहा है। जम्मू कश्मीर बैंक के बदलाव पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने अतीत के कुप्रबंधन को याद किया और इसे वंशवाद की राजनीति, भ्रष्टाचार का शिकार बताया। उन्होंने कहाकि आजादी केबाद से जम्मू कश्मीर वंशवादी राजनीति का सबसे बड़ा शिकार रहा है। प्रधानमंत्री ने लोगों को आश्वासन दियाकि जम्मू कश्मीर अगले 5 वर्ष में और अधिक तेजी से विकसित होगा। प्रधानमंत्री ने रमज़ान पर शुभकामनाएं देते हुए कहाकि रमजान से सभीको शांति और सद्भाव का संदेश मिले। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह भी उपस्थित थे।