स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 16 March 2024 05:00:45 PM
नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग के आज शाम भारत गणराज्य की 18वीं लोकसभा केलिए चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ भारत में 97 करोड़ मतदाताओं का लोकतंत्र का जश्न शुरू हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने विज्ञान भवन में मीडिया से खचाखच भरे संवाददाता सम्मेलन में कहाकि भारत के लोकतंत्र में यह एक सबसे बड़ा चुनावी आंदोलन है, जिसे 1.5 करोड़ से अधिक मतदान अधिकारी 10.5 लाख मतदान केंद्रों पर 55 लाख से अधिक ईवीएम से संपन्न कराएंगे। चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल, दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवा चरण 20 मई, छठा चरण 25 मई, सातवां चरण 1 जून को पूरा होगा और मतगणना 4 जून 2024 को हो जाएगी। लोकसभा चुनाव केसाथ चार राज्यों आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा एवं सिक्किम में भी विधानसभा चुनाव होंगे। राजीव कुमार ने बतायाकि भारत में कुल 96.8 करोड़ मतदाता हैं, इनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47.1 करोड़ महिलाएं हैं, इनमें 1.82 करोड़ मतदाता पहलीबार वोट डालेंगे। उन्होंने बतायाकि मतदाता सूची में 88.4 लाख विकलांग व्यक्ति शामिल हैं, 82 लाख मतदाता 85 वर्ष से अधिक आयु के हैं, जिन्हें हम अपने साथ पाकर गौरवांवित हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बतायाकि चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है, जिसके दौरान उन्होंने राजनीतिक दलों को नसीहतें और नैतिक चर्चा की सलाह दी। उन्होंने भारतीय चुनावों की भयावहता और प्रत्येक मतदाता तक पहुंचने केलिए कठिन इलाकों से गुजरने वाली चुनावी तैयारियों के बारेमें बताया। सीईसी राजीव कुमार ने मीडिया पर फर्जी ख़बरों से बचने और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जागरुक उपयोग पर काव्यात्मक अपील की। उन्होंने यह भी कहाकि 1 अप्रैल 2024 तक जिसकी उम्र 18 वर्ष हो जाएगी, वो जरूर वोट डाले। मुख्य निर्वाचन आयुक्त से लोकसभा चुनाव पर मीडिया के अनेक सवाल हुए, जिनमें ईवीएम पर आक्षेप, चुनाव में कालेधन के इस्तेमाल, इलेक्टोरल बांड, व्यक्तिगत चरित्र हनन, सांप्रदायिक और धर्म आधारित प्रचार पर उन्होंने उत्तर दिए। ईवीएम पर बेईमानी के आक्षेप पर उनका करारा जवाब था, जिसपर उन्होंने कहाकि विशेषज्ञों द्वारा इसकी ईमानदारी अनेक बार जांची-परखी जा चुकी है, लिहाजा इसपर आक्षेप नहीं लगाया जाए। सात चरणों में मतदान क्यों के सवाल पर उन्होंने कहाकि देश की भौगोलिक संरचना को देखते हुए ऐसा किया गया है, ताकि चुनाव सुचारू ढंग से संपन्न हो सकें।
ज्ञातव्य हैकि भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) एक स्वायत्त संवैधानिक प्राधिकरण है, जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं के प्रशासन केलिए जिम्मेदार है। इसकी स्थापना 25 जनवरी 1950 को की गई थी, जिसे राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूपमें मनाया जाता है। यह निकाय भारत में लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधानसभाओं, देश में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव का संचालन करता है। इसका राज्यों में पंचायतों और नगर पालिकाओं के चुनावों से कोई सरोकार नहीं है, उनका निर्वाचन आयोग अलग है। भारत निर्वाचन आयोग का सचिवालय नई दिल्ली में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव की घोषणा पर कहा हैकि लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का शुभारंभ हो गया है, चुनाव आयोग ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बीजेपी और एनडीए इन चुनावों में उतरने केलिए पूरी तरह से तैयार है, सुशासन और जनसेवा के अपने ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर हम जनता जनार्दन केबीच जाएंगे। उन्होंने कहाकि मुझे पूरा विश्वास हैकि 140 करोड़ परिवारजनों और 96 करोड़ से अधिक मतदाताओं का भरपूर स्नेह और आशीर्वाद उन्हें लगातार तीसरी बार भी मिलेगा। संवाददाता सम्मेलन में बाकी दोनों नए चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ सुखबीर सिंह संधू भी मौजूद थे।