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Thursday 11 April 2024 11:41:50 AM
नई दिल्ली। भारत सरकार में शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग में सचिव संजय कुमार और रूस के उप शिक्षा मंत्री डेनिस ग्रिबोव ने बैठककर भारत और रूस केबीच शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग को ज्यादा मजबूत एवं बढ़ावा देने पर जोर दिया। संजय कुमार ने डेनिस ग्रिबोव से बातचीत में भारतीय शिक्षा प्रणाली के विशाल स्वरूप और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने उल्लेख कियाकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों केबाद कक्षा VI से कौशल शिक्षा के घटकों को सम्मिलित किया गया है। उन्होंने अनुभवात्मक शिक्षा, नई मूल्यांकन प्रक्रियाओं, प्रतिभाशाली बच्चों केलिए नीतियों आदि पर भी जोर दिया। गौरतलब हैकि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से देशभर में शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर विद्यार्थियों की गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक उत्कृष्टता एवं कौशल पर जोर दिया जा रहा है। इसीके तहत देश और विदेश में शिक्षा कौशल से जुड़ी पहलों और कार्यक्रमों में सहयोगात्मक आदान-प्रदान को बढ़ावा भी दिया जा रहा है।
रूस के उप शिक्षा मंत्री डेनिस ग्रिबोव ने भी रूसी शिक्षा प्रणाली की विशेषताओं का उल्लेख किया और कहाकि विद्यार्थियों को उनकी पसंदीदा शिक्षा क्षेत्र, विशिष्ट ग्रेडिंग प्रणाली आदि पर मार्गदर्शन करने केलिए उनके मूल्यांकन पर विशेष बल दिया जाता है। उन्होंने भारतीय संस्थानों में रूसी भाषा सिखाने और शिक्षकों के आदान-प्रदान कार्यक्रम में रुचि दिखाई। रूसी उप शिक्षा मंत्री डेनिस ग्रिबोव के नेतृत्व में रूसी प्रतिनिधिमंडल ने रूस में भारत की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में अनुशंसित मूल्य शिक्षा को लागू करने केलिए मार्गदर्शन मांगा और संजय कुमार से अमूल्य सुझाव प्राप्त किए। संजय कुमार ने उन्हें इसके लिए उचित सामग्री विकसित करने में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की भूमिका के बारेमें जानकारी दी।
भारत और रूस केबीच शिक्षा क्षेत्र में सहयोग पर हुई बैठक में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की नीता प्रसाद ने भारत की अध्यक्षता में जी20 के दौरान दोनों देशों केबीच विभिन्न क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने में गहरी दिलचस्पी का जिक्र किया। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से एक अवधारणा नोट साझा करने का अनुरोध किया, ताकि शिक्षक विनिमय कार्यक्रम और भाषा शिक्षण की दिशा में आगे की कार्रवाई शुरू की जा सके। अपर सचिव आनंदराव वी पाटिल ने काउंटी की शिक्षा प्रणाली में प्रौद्योगिकी की भूमिका के बारेमें विस्तार से बताया। संयुक्त सचिव अर्चना शर्मा अवस्थी ने प्रतिनिधिमंडल को मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता पर जानकारी दी और बतायाकि मातृभाषा और स्थानीय भाषाओं में शिक्षण पर बल दिया जाता है। प्राची पांडे ने कक्षा छह से विद्यार्थियों को कौशल शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया। बैठक में भारत और रूस के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।