स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 21 May 2024 02:35:44 PM
यशोभूमि (द्वारका)। देश और दुनिया में महिलाओं की भागीदारी उन व्यवसायों में ज्यादा देखने को मिल रही है, जिनपर पहले पुरुषों का वर्चस्व था। ऐसी ही एक भागीदारी 15 से 19 मई तक हुई इंडियास्किल्स प्रतियोगिता-2024 में महिला प्रतिभागियों ने अपने पुरुष समकक्षों केसाथ सीधे मुकाबले में उत्साहवर्धक प्रदर्शन करके दिखाई और यह साबित कियाकि कौशल और प्रतिभा किसीभी रूपमें लैंगिक वजहों से बाधित नहीं हो सकती। इसवर्ष इंडियास्किल्स प्रतियोगिता-2024 में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से 61 कौशलों से जुड़े 900 से अधिक उम्मीदवार और 400 से अधिक उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिसमें लॉजिस्टिक्स एवं फ्रेट फॉरवर्डिंग, वेब टेक्नोलॉजीज, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, फैशन तकनीक, ग्राफिक डिजाइन तकनीक, पेंटिंग और डेकोरेटिंग, इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन, औद्योगिक डिजाइन प्रौद्योगिकी एवं नवीकरणीय ऊर्जा जैसे व्यवसायों में 170 से अधिक महिलाएं भी शामिल हुईं।
इंडियास्किल्स प्रतियोगिता के बीते वर्ष प्लंबिंग और हीटिंग कौशल में एक महिला उम्मीदवार ने भाग लिया था। परिदृश्य (लैंडस्केप) बागवानी कौशल में दो महिला टीमें थीं। विजुअल मर्चेंडाइजिंग में भी महिलाओं का वर्चस्व था। मोबाइल रोबोटिक्स में भी दो लड़कियों की टीम ने हिस्सा लिया था। इंडियास्किल्स प्रतियोगिता-2024 के निर्णायक मंडल के सदस्य और इंडियास्किल्स-2022 के विजेता सोनू लाठेर ने कहाकि इंडियास्किल्स-2024 में महिला भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिससे उनकी अपार प्रतिभा और लचीलेपन का पता चलता है। उन्होंने कहाकि यह बढ़ता प्रतिनिधित्व न केवल उनके कौशल का प्रमाण है, बल्कि देश केलिए अधिक समावेशी और न्यायसंगत भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। ओडिशा से इंडियास्किल्स में भाग लेनेवाली कीर्तिपर्णा सदांगी ने कहाकि उन्हें पिछले साल की प्रतियोगी रिंकी महतो से प्रेरणा मिली। उन्होंने कहाकि अगर उन्हें फ्रांस जाने का मौका मिलता है तो वे वैश्विक मंच पर तिरंगे को गौरवांवित करने केलिए दृढ़ संकल्पित हैं।
ऑटोनॉमस मोबाइल रोबोटिक्स, ऑटोमोबाइल रिपेयरिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग और मेक्ट्रोनिक्स जैसे कौशल भी इंडियास्किल्स प्रतियोगिता के इस संस्करण में काफी लोकप्रिय रहे और प्रतिभागियों ने इन उभरते क्षेत्रों में बहुत उत्साह और दृढ़ संकल्प से भाग लिया। नए जमाने के कौशल नवाचार को बढ़ावा देकर उत्पादकता बढ़ाकर और रोज़गार अवसरों को बढ़ावा देकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिहाज से महत्वपूर्ण हो रहे हैं, ये कौशल एक जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दे रहे हैं, नई भूमिकाओं का सृजन कर रहे हैं और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को भी आकर्षित कर रहे हैं, जो उल्लेखनीय रूपसे आर्थिक विकास में योगदान करते हैं। डिजिटल और तकनीकी कौशल में दक्षता देश की निर्यात क्षमताओं को बढ़ाती है, हरित प्रौद्योगिकियों के जरिए सतत विकास का समर्थन करती है और स्मार्ट बुनियादी ढांचे के माध्यम से समग्र जीवनस्तर में सुधार करती है। ऑटोनॉमस मोबाइल रोबोटिक्स के जूरी अक्षत मराठी ने कहाकि इंडियास्किल्स प्रतियोगिता 2024 भविष्य को आकार देने में नए युग के कौशल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालती है, जिसमें प्रतिभागियों ने अत्याधुनिक तकनीकों में विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। इंडियास्किल्स प्रतियोगिता-2024 के विजेता सर्वश्रेष्ठ उद्योग प्रशिक्षकों की मदद से सितंबर 2024 में फ्रांस के लियोन में होने वाली वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिता केलिए तैयारी करेंगे और इसमें 70 से अधिक देशों के 1500 प्रतियोगी भाग लेंगे। इस साल शुरुआती रुझानों से यहभी अनुमान लगाया हैकि भारत वर्ल्ड स्किल्स में ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटैलिटी, मेक्ट्रोनिक्स और जल प्रौद्योगिकी में पदक जीतेगा।
एमएसडीई के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने इस प्रतियोगिता को क्रियांवित किया, जिसका भव्य समारोह केसाथ समापन हुआ। इस वर्ष प्रतिभागियों को राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क के अंतर्गत क्रेडिट हासिल करने का अवसर मिलेगा। वर्ल्डस्किल्स और इंडियास्किल्स में प्रदर्शित कौशल राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क केसाथ कुशलतापूर्वक जुड़े हैं, जिससे प्रतिभागियों को अपने सीखने के परिणामों में सुधार और अपने चुने हुए क्षेत्रों में कैरियर बनाने का अधिकार मिलता है। इंडियास्किल्स ने क्यूरेंसिया नामक प्रतियोगिता सूचना प्रणाली को शामिल किया। स्किल इंडिया डिजिटल हब पोर्टल पर प्रतियोगिता केलिए लगभग 2.5 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 26000 को प्री-स्क्रीनिंग की प्रक्रिया से छांटा गया था। यह डेटा राज्य और जिलास्तरीय प्रतियोगिता के आयोजन केलिए राज्यों केसाथ साझा किया गया था, जिसमें से 900 से अधिक छात्रों को इंडियास्किल्स राष्ट्रीय प्रतियोगिता केलिए चुना गया था। इंडियास्किल्स को 400 से अधिक उद्योग और शैक्षणिक साझेदारों का समर्थन प्राप्त है, इनमें टोयोटा किर्लोस्कर, ऑटोडेस्क, जेके सीमेंट, मारुति सुजुकी, लिंकन इलेक्ट्रिक, एनएएमटेक, वेगा, लॉरियल, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, फेस्टो इंडिया, आर्टेमिस, मेदांता और सिगनिया हेल्थकेयर आदि हैं।