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Monday 17 June 2024 02:38:20 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा केलिए सुरक्षा एवं सुविधाओं की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सुरक्षा एजेंसियों को और ज्यादा चौकस रहने एवं पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था केलिए सुस्थापित मानक संचालन प्रतिक्रिया तंत्र सहित एजेंसियों केबीच बेहतरीन समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया। गौरतलब हैकि हालही में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने श्रद्धालुओं पर टारगेटेड हमले किए हैं, जिन्होंने यहां की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा पुख्ता करने की ओर जनता और प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है। अमित शाह ने कहाकि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में है। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, केंद्रीय गृह सचिव, निदेशक आसूचना ब्यूरो, सेनाध्यक्ष (नामित) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक, जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
गृहमंत्री अमित शाह ने बैठक में कहाकि केंद्र सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन श्रद्धालुओं केलिए सुविधाजनक और बेहतर अनुभव सुनिश्चित करने तथा अमरनाथ यात्रा प्रबंधन में पर्यावरण अनुकूल उपाय करने केलिए कटिबद्ध है। अमित शाह ने कहाकि यह प्राथमिकता पर हैकि अमरनाथ गुफा में श्रद्धालुओं को बाबा अमरनाथ यानी 'बर्फानी बाबा' के सुगमता से दर्शन हों और उन्हें किसी समस्या का सामना न करना पड़े। जम्मू-कश्मीर के मुख्यसचिव एवं पुलिस महानिदेशक और वरिष्ठ अधिकारियों ने गृहमंत्री को जानकारी दीकि जम्मू कश्मीर प्रशासन ने श्रद्धालुओं केलिए यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाने केलिए कई महत्वपूर्ण पहलें की हैं। गौरतलब हैकि पिछले साल 4.5 लाख से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने बर्फानी बाबा के दर्शन किए थे। अमरनाथ यात्रा आगामी 29 जून से शुरू होगी। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने इसके सुचारू संचालन केलिए व्यापक व्यवस्था की है, जिसमें बिना किसी परेशानी के पंजीकरण, काफिले की आवाजाही, शिविर लगाने की सुविधा, चिकित्सा सुविधाएं, ट्रैक्स को बेहतर बनाना, बिजली एवं पानी की आपूर्ति और मोबाइल फोन कनेक्टिविटी प्रदान करना शामिल है।
गृहमंत्री अमित शाह ने पूरे जम्मू कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य पर भी गहन विचार-विमर्श किया। गृहमंत्री ने जम्मू में एरिया डोमिनेशन प्लान और ज़ीरो टेरर प्लान के जरिए कश्मीर घाटी में हासिल की गई सफलताओं को दोहराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहाकि सरकार इनोवेटिव तरीकों से आतंकवादियों पर कार्रवाई कर रही है। गृहमंत्री ने सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों को मिशन मोड पर काम करने और समन्वित तरीके से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने पर जोर दिया। अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों केबीच निर्बाध समन्वय और संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान, वहां की सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान देने पर ज़ोर दिया। गृहमंत्री ने स्थानीय खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने, सुरंगों का पता लगाने और ड्रोन का मुकाबला करने केलिए आधुनिक तकनीक अपनाने को कहा। उन्होंने कहाकि सुरक्षा एजेंसियों को केंद्र सरकार का पूर्ण सहयोग और समर्थन है। उन्होंने दावा कियाकि केंद्र सरकार के प्रयासों से घाटी में आतंकवादी घटनाओं में भारी कमी केसाथ बड़े पैमाने पर सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं, कश्मीर में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों का आना वहां कानून व्यवस्था में सुधार को दिखाता है। गृहमंत्री ने जम्मू कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान केसाथ लोकसभा चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने केलिए जम्मू कश्मीर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सराहना की।