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बजट में नए अवसर नई ऊर्जा-प्रधानमंत्री

बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश की तो बल्ले-बल्ले हो गई है

देश में इंडी अलायंस के फैलाए जा रहे भ्रम और झूंठ हवा हो रहे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 23 July 2024 04:14:02 PM

pm narendra modi

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हैकि यह बजट नए अवसर, नई ऊर्जा लेकर आया है, इसमें ढेर सारे नए रोज़गार, स्वरोज़गार के अवसर हैं, यह बेहतर विकास और उज्ज्वल भविष्य लेकर आया है, यह भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनाने की पूरी प्रक्रिया में कैटेलिस्ट का काम करेगा और विकसित भारत की एक ठोस नींव रखेगा। उन्होंने देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जानेवाले महत्वपूर्ण बजट 2024-25 पर देशवासियों और केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम को भी बधाई दी। उन्होंने कहाकि ये बजट समाज के हर वर्ग को शक्ति देने वाला बजट है, ये देश के गांव, ग़रीब, किसान को समृद्धि की राह पर ले जाने वाला बजट है। बजट में बिहार और आंध्र प्रदेश की तो बल्ले-बल्ले हो गई है। ये दोनों राज्य अपने लिए विशेष राज्य का दर्जा मांग रहे थे, लेकिन इन राज्यों केलिए बजट में जिस धनराशि और योजनाओं का प्रावधान हुआ है, वह विशेष राज्य के दर्जे से भी आगे निकल जाता है। इंडी अलायंस बजट से परेशान हो उठा है और देशमें फैलाए जा रहे उसके भ्रम और झूंठ नहीं टिक पाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि बीते 10 वर्ष में 25 करोड़ लोग ग़रीबी से बाहर निकले हैं और ये जो नीयो मीडिल क्लास बना है, यह बजट उनके सशक्तिकरण की निरंतरता का बजट है, ये नौजवानों को अनगिनत नए अवसर देने वाला बजट है। उन्होंने कहाकि इस बजट से शिक्षा और स्किल को नई स्केल मिलेगी, ये मिडिल क्लास को नई ताकत देने वाला बजट है, ये जनजातीय समाज, दलित, पिछड़ों को सशक्त करने की मजबूत योजनाओं केसाथ आया है, इससे महिलाओं की आर्थिक भागीदारी सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि बजट से छोटे व्यापारियों, एमएसएमई को यानि की लघु उद्योगों, उसकी प्रगति का नया रास्ता मिलेगा। उन्होंने उल्लेख कियाकि बजट में मैन्यूफैक्चरिंग पर बल है, इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी बल है, इससे आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी और गति को भी निरंतरता मिलेगी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि रोज़गार और स्वरोज़गार के अभूतपूर्व अवसर बनाना, ये हमारी सरकार की पहचान है और आज का बजट इसे और सुदृढ़ करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि देश और दुनिया ने पीएलआई स्कीम की सफलता देखी है, अब इस बजट में सरकार ने रोज़गार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना की घोषणा की है, इससे देश में करोड़ों-करोड़ों नए रोज़गार बनेंगे। उन्होंने कहाकि योजना के तहत जीवन में पहली नौकरी पानेवाले युवा की पहली तनख्वाह सरकार देगी, स्किल डेवलपमेंट और उच्च शिक्षा केलिए मदद हो या फिर 1 करोड़ नौजवानों को इंटर्नशिप की योजना, इससे गांव के, ग़रीब के मेरे नौजवान साथी, बेटे-बेटी, देश की टॉप कंपनियों में काम करेंगे, उनके सामने संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे। उन्होंने कहाकि हमें हर शहर, हर गांव, हर घर उद्यमियों बनाना हैं, इसी उद्देश्य से बिना गारंटी के मुद्रा लोन की लिमिट को 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए किया गया है, इससे छोटे कारोबारियों विशेष रूपसे महिलाओं, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों में स्वरोज़गार को बल मिलेगा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमसब मिलकर भारत को ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाएंगे, देश का एमएसएमई सेक्टर मध्यम वर्ग से जुड़ा हुआ है, एक प्रकारसे एमएसएमई सेक्टर का स्वामित्व मध्यमवर्गीय है और इसी सेक्टर से ग़रीबों को ज्यादा से ज्यादा रोज़गार भी मिलता है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि छोटे उद्योगों को बड़ी ताकत देना हमारा अहम कदम है, बजट में एमएसएमई केलिए ऋण की आसानी बढ़ाने वाली नई योजना का एलान किया गया है। उन्होंने कहाकि मैन्युफेक्चरिंग और एक्सपोर्ट्स इकोसिस्टम को हर जिले तक लेजाने केलिए बजट में अहम घोषणा की गई है, ई-कॉमर्स निर्यात केंद्र और फूड क्वालिटी टेस्टिंग केलिए 100 यूनिट्स ऐसे कदमों से वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट अभियान को गति मिलेगी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि यह बजट स्टार्टअप्स केलिए इनोवेशन इकोसिस्टम केलिए ढेर सारे नए अवसर लेकर आया है, स्पेस इकॉनॉमी को बढ़ावा देने केलिए एक हजार करोड़ रुपए का फंड हो, एंजल टैक्स हटाने का फैसला हो, ऐसे कई सारे उल्लेखनीय कदम बजट में उठाए गए हैं। उन्होंने कहाकि रिकॉर्ड हाई कैपेक्स इकॉनॉमी का एक ड्राइविंग फोर्स बनेगा, बारह नए इंडस्ट्रियल नोड्स देशमें नए सैटलाइट टाउंस का विकास और 14 बड़े शहरों केलिए पारगमन योजनाओं से देश में नए आर्थिक केंद्र विकसित होंगे और बहुत बड़ी संख्या में नए रोज़गार बनेंगे।
नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज डिफेंस एक्सपोर्ट्स रिकॉर्ड स्तरपर हैं, बजट में डिफेंस सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने केलिए अनेक प्रावधान किएगए हैं। उन्होंने कहाकि दुनिया में भारत केप्रति आकर्षण बढ़ा है और भारत में टूरिज्म के क्षेत्रमें नई संभावनाएं बनी हैं, टूरिज्म क्षेत्र ग़रीब और मध्यम वर्ग केलिए कई अवसर लेकर आता है, बजट में टूरिज्म क्षेत्र परभी विशेष बल दिया गया है। नरेंद्र मोदी ने कहाकि एनडीए सरकार ने पिछले 10 साल में ये सुनिश्चित किया हैकि ग़रीब और मध्यम वर्ग को लगातार टैक्स से राहत मिलती रहे, बजट में भी इनकम टैक्स में कटौती और स्टैंडर्ड डिडक्शन में वृद्धि का फैसला लिया गया है, टीडीएस के नियमों को भी सरल किया गया है, इन कदमों से हर टैक्सपेयर को अतिरिक्त बचत होनेवाली है। उन्होंने कहाकि देशके विकास केलिए भारत के पूर्वी क्षेत्र का संपूर्ण विकास, पूर्वोदय के विजन से इस अभियान को नई गति, नई ऊर्जा मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि हम पूर्वी भारतमें कई महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे हाईवेज, वाटर प्रोजेक्ट्स और पावर प्रोजेक्ट्स का निर्माण कर विकास को नई गति देंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि बजट का एक बहुत बड़ा फोकस देश के किसान हैं, अन्न भंडारण केलिए दुनिया की सबसे बड़ी स्कीम केबाद अब हमसब्जी उत्पादन क्लस्टर बनाने जा रहे हैं, इससे एक ओर छोटे किसानों को फल-सब्ज़ियों, अन्य उपज केलिए नए बाजार मिलेंगे, बेहतर दाम मिलेंगे तो दूसरी ओर मध्यम वर्ग केलिए फल-सब्जियों की उपलब्धता बढ़ेगी और परिवार केलिए पोषण भी सुनिश्चित होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि कृषि क्षेत्रमें भारत का आत्मनिर्भर बनना समय की मांग है, इसलिए दलहन, तिलहन की पैदावार बढ़ाने केलिए किसानों को मदद की घोषणा की गई है। उन्होंने कहाकि देश में ग़रीबी समाप्त हो, ग़रीब का सशक्तिकरण हो, इस दिशा मेंभी बजट में प्रमुख घोषणाएं की गई हैं, उनके लिए 3 करोड़ नए घर बनाना तय हुआ है। जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान, संतृप्ति दृष्टिकोण केसाथ 5 करोड़ आदिवासी परिवारों को मूलभूत सुविधाओं से जोड़ेगा, इसके अलावा ग्राम सड़क योजना, 25 हजार नए ग्रामीण क्षेत्रों को सभी मौसम केलिए सड़कें जोड़ेंगी, इसका लाभ देश के सभी राज्यों के दूर-दराज गांवों को मिलेगा। कहने वाले कह रहे हैंकि यह बजट इंडी अलायंस की नींद उड़ा देने केलिए काफी है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं वो करते हैं और उनकी सरकार ने बजट में जो और जिनके लिए धन और योजनाओं के प्रावधान किए हैं, वह पूरे होंगे। बिहार और आंध्रप्रदेश जैसे राज्य केलिए इससे ज्यादा कुछ नहीं हो सकता और अगर मोदी पर दबाव की राजनीति ही करनी है तो उससे इन दोनों राज्यों को कुछ नहीं मिलेगा और वे चाहकर भी मोदी विरोधियों के हाथ में नहीं खेल सकते हैं। बजट की कहीं आलोचना और कहीं भारी प्रशंसा हो रही है। 

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