स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 6 August 2024 06:42:39 PM
सुवा (फिजी)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु फिजी, न्यूज़ीलैंड और तिमोर-लेस्ते की यात्रा के पहले चरण में आज सुबह नाडी से सुवा पहुंचीं, जहां हवाई अड्डे पर फिजी के प्रधानमंत्री सितीवेनी राबुका ने उनकी भव्य अगवानी की और उनका परम्परागत तरीके से स्वागत किया। किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की फिजी की यह पहली यात्रा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु केसाथ राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन, लोकसभा सांसद सौमित्र खान और जुगल किशोर भी हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु केलिए सुवा में परम्परागत स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इसके बाद राष्ट्रपति ने स्टेट हाउस का दौरा किया, जहां फिजी के राष्ट्रपति रातू विलियम मैवालिली काटोनीवरे ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों राजनेताओं ने भारत-फिजी संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत प्रशांत द्वीप देशों केसाथ अपने संबंधों और विकास साझेदारी को मजबूत करने केलिए प्रतिबद्ध है, जिनमें फिजी एक महत्वपूर्ण साझेदार है।
स्टेट हाउस में फिजी के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को फिजी का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ प्रदान किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 'राष्ट्राध्यक्षों के आवासों का सौरीकरण' परियोजना की प्रगति भी देखी, जो एक भारतीय पहल है, जिसका उद्घाटन पिछले साल फरवरी में किया गया था। अगले कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने फिजी की संसद को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने कहाकि हमारे आकार में बहुत अंतर होनेके बावजूद, भारत और फिजी में बहुत कुछ समान है, जिसमें हमारे जीवंत लोकतंत्र भी शामिल हैं। उन्होंने फिजी के सांसदों को आश्वासन दियाकि जमीनी स्तरपर लोकतंत्र को बढ़ावा देने के समृद्ध अनुभव वाले एक करीबी मित्र और साझेदार के रूपमें भारत हर समय फिजी केसाथ साझेदारी करने केलिए तैयार है। राष्ट्रपति ने कहाकि आज फिजी को दुनियाभर में भारत के साझा प्रयासों में बढ़ते योगदान केलिए जाना जाता है, जो दो प्रमुख वैश्विक चुनौतियां जलवायु परिवर्तन और मानवीय विवादों का समाधान करने पर केंद्रित है, चाहे वह जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक संवाद को आकार देना हो या महासागर-राज्यों की चिंताओं को आवाज़ देना हो, फिजी वैश्विक भलाई केलिए बहुत योगदान दे रहा है। उन्होंने कहाकि भारत दुनियाभर में फिजी की बढ़ती प्रमुख भूमिका को बहुत महत्व देता है और उसकी सराहना करता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि बाकी दुनिया को फिजी से बहुत कुछ सीखना है, जिसमें फिजी की सौम्य जीवनशैली, परंपराओं और रीति-रिवाजों केप्रति गहरा सम्मान और खुला तथा बहुसांस्कृतिक वातावरण शामिल है। उन्हें यह जानकर खुशी हुईकि विभिन्न क्षेत्रों में भारत-फिजी सहयोग लगातार मजबूत होता जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहाकि वैश्विक दक्षिण की एक शक्तिशाली आवाज के रूपमें भारत जलवायु न्याय केलिए फिजी और अन्य महासागरीय देशों केसाथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा। इसके बाद फिजी के प्रधानमंत्री सितीवेनी राबुका ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। दोनों राजनेताओं ने व्यापक चर्चा की और ऐतिहासिक संबंधों को बढ़ावा देने तथा दोनों देशों केबीच साझेदारी को मजबूत करने पर सहमति जताई। राष्ट्रपति ने कहाकि भारत फिजी केसाथ अपनी विकास साझेदारी को गहरा करने केलिए प्रतिबद्ध है, जिसमें जलवायु लचीलापन और स्वच्छ एवं नवीकरणीय ऊर्जा के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री सितीवेनी राबुका ने भारतीय उच्चायोग चांसरी और भारतीय सांस्कृतिक केंद्र परिसर, सुवा और 100 बिस्तरों वाले सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, सुवा केलिए परियोजना स्थलों के आवंटन हेतु दस्तावेज सौंपने के समारोह की अध्यक्षता भी की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय प्रवासी समुदाय की एक उत्साही सभा कोभी संबोधित किया। उन्होंने कहाकि 145 साल पहले फिजी आए और तमाम मुश्किलों के बावजूद अपनी नई मातृभूमि में फलने-फूलने वाले 'गिरमिटिया' मजदूरों का दृढ़ संकल्प और लचीलापन दुनिया केलिए बड़ी प्रेरणास्रोत है। राष्ट्रपति ने कहाकि हम दुनियाभर में फैले अपने प्रवासी भारतीय समुदाय को अपने सपनों के भारत के निर्माण की यात्रा में महत्वपूर्ण भागीदार और हितधारक के रूपमें देखते हैं। राष्ट्रपति ने शहीद सैनिकों की स्मृति में सुवा में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का भी दौरा किया। उन्होंने महात्मा गांधी मेमोरियल हाईस्कूल काभी दौरा किया, जहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। दिन के अंतिम आधिकारिक कार्यक्रम में फिजी के राष्ट्रपति रातू विलियम मैवलिली कैटोनीवरे ने स्टेट हाउस में राष्ट्रपति मुर्मु के सम्मान में एक स्वागत समारोह आयोजित किया, जिसमें सभी क्षेत्रों के प्रतिष्ठित फिजीवासी एकत्रित हुए। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने फिजी के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और फिजी की सरकार एवं नागरिकों को उनके गर्मजोशीभरे स्वागत केलिए धन्यवाद दिया। सुवा केबाद राष्ट्रपति नाडी केलिए रवाना हो गईं, जहांसे वह कल ऑकलैंड, न्यूजीलैंड केलिए रवाना होंगी।