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Thursday 22 August 2024 06:05:59 PM
वारसॉ। पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क केसाथ संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वारसॉ जैसे खूबसूरत शहर में गर्मजोशी भरे स्वागत, भव्य आतिथ्य सत्कार और मित्रताभरे शब्दों केलिए प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क का हृदय से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहाकि भारत और पोलैंड की मित्रता को मज़बूत करने में प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क का बहुत बड़ा योगदान है, आज का दिन भारत और पोलैंड के संबंधों में विशेष महत्व रखता है। गौरतलब हैकि पैंतालीस साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड का दौरा किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि उनके तीसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही उन्हें यह सौभाग्य मिला है, इस अवसर पर मैं पोलैंड की सरकार और यहां के लोगों का विशेष आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहाकि पोलैंड ने 2022 में यूक्रेन संघर्ष में फंसे हुए भारतीय स्टूडेंट्स को निकालने केलिए जो उदारता दिखाई, उसे हम भारतवासी कभी नहीं भूल सकते। पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने इस अवसर पर रूस और यूक्रेन केबीच संघर्ष का उल्लेख करतेहुए कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व के नेता हैं और वह रूस और यूक्रेन केबीच युद्ध खत्म करा सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि इस वर्ष हम अपने राजनयिक संबंधों की सत्तरवीं वर्षगांठ मना रहे हैं, इस अवसर पर हमने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहाकि भारत और पोलैंड के संबंध प्रजातंत्र और कानून का शासन जैसे साझा मूल्यों पर आधारित हैं, हमने संबंधों को एक नई दिशा देने केलिए कई पहलों की पहचान की है। उन्होंने कहाकि दो लोकतांत्रिक देशों के रूपमें हमारी पार्लियामेंट केबीच आदान प्रदान को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहाकि आर्थिक सहयोग को व्यापक रूप प्रदान करने केलिए निजी सेक्टर को जोड़ने पर काम किया जाएगा। उन्होंने कहाकि खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्रमें पोलैंड विश्व के नेताओं में से है, हम चाहते हैंकि पोलैंड की कंपनियां भारत में बनवाए जा रहे मेगा फूड पार्क से जुड़ें। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत में तेज़ गति से हो रहे शहरीकरण से जल उपचार, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, शहरी बुनियादी ढांचा जैसे क्षेत्रों में हमारे आपसी सहयोग के नए अवसर खुल रहे हैं, स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकी, हरित हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता भी हमारी साझा प्राथमिकता के विषय हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोलैंड की कंपनियों को मेक इन इंडिया और दुनिया केलिए बनाओ कार्यक्रम से जुड़ने को आमंत्रित किया। उन्होंने कहाकि फिनटेक, फार्मा, अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रोंमें भारत ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं, हमें इन क्षेत्रों में अपना अनुभव पोलैंड केसाथ साझा करने में ख़ुशी होगी, रक्षा क्षेत्रमें करीबी सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास का प्रतीक है, इस क्षेत्रमें आपसी सहयोग को सुदृढ़ बनाया जाएगा। उन्होंने कहाकि इनोवेशन और प्रतिभा हमारे दोनों देशों की युवा शक्ति की पहचान है, कुशल कार्यबल की भलाई केलिए कुशल श्रमिक की भलाई केलिए और मोबिलिटी को बढ़ावा देने केलिए दोनों पक्षों के बीच सोशल सिक्यूरिटी अग्रीमेंट पर सहमति बनाई गई है। उन्होंने कहाकि हमलोग भारत-पोलैंड अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी करीबी तालमेल केसाथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहाकि हम दोनों देश सहमत हैंकि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने केलिए संयुक्तराष्ट्र संघ तथा अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में रिफॉर्म वर्तमान समय की मांग है, आतंकवाद हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है, मानवता में विश्वास रखने वाले भारत और पोलैंड जैसे देशमें और अधिक सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहाकि क्लाइमेट चेंज हमारी साझा प्राथमिकता का विषय है, हम दोनों अपनी क्षमताओं को जोड़कर ग्रीन भविष्य केलिए काम करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जनवरी 2025 में पोलैंड यूरोपियन यूनियन की अध्यक्षता संभालेगा और मुझे विश्वास हैकि पोलैंड के सहयोग से भारत और ईयू के संबंधों को बल मिलेगा। उन्होंने कहाकि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहा संघर्ष हम सभी केलिए गहरी चिंता का विषय है। उन्होंने कहाकि भारत का यह दृढ़ विश्वास हैकि किसीभी समस्या का समाधान रणभूमि में नहीं हो सकता, किसीभी संकट में मासूम लोगों की जान की हानि पूरी मानवता केलिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। उन्होंने कहाकि हम शांति और स्थिरता की जल्द से जल्द बहाली केलिए डायलॉग और डिप्लोमेसी का समर्थन करते हैं, इसके लिए भारत अपने मित्र देशों केसाथ मिलकर हर संभव सहयोग देने केलिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने कहाकि पोलैंड में भारतीय विद्या और संस्कृत की बहुत पुरानी और समृद्ध परंपरा है, भारतीय सभ्यता और भाषाओं में गहरी रूचि से हमारे संबंधों की मज़बूत नींव रखी गई थी। उन्होंने कहाकि हमारे लोगों केबीच गहरे आपसी संबंध का एक प्रत्यक्ष और जीवंत उदाहरण मैंने देखा है। उन्होंने कहाकि उन्हें इंडियन पोल्स के ‘दोबरे महाराजा’ और कोल्हापुर के महाराज की याद में बनाए गए स्मारकों पर मुझे श्रद्धांजलि देने का सौभाग्य मिला। नरेंद्र मोदी ने कहाकि पोलैंड के लोग आजभी उनके परोपकार और उदारता का सम्मान करते हैं, उनकी स्मृति को अमर करने केलिए हम भारत और पोलैंड केबीच नवानगर के जाम साहब युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं, जिसमें हर वर्ष पोलैंड के 20 युवाओं को भारत यात्रा पर लाया जाएगा।