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Wednesday 4 September 2024 02:38:34 PM
बंदर सेरी बेगावान (ब्रुनेई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और ब्रुनेई केबीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ मनाते हुए अपनी पहली द्विपक्षीय और ऐतिहासिक ब्रुनेई यात्रा पूरी कर ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल बोल्किया द्वारा उनके सम्मान में आयोजित राजकीय भोज में गर्मजोशीभरे स्वागत और आतिथ्य सत्कार केलिए उन्हें और पूरे शाही परिवार को हृदय से आभार व्यक्त किया। नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहाकि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ब्रूनेई की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है, लेकिन यहां मिले अपनेपन से उन्हें भारत और ब्रुनेई के सदियों पुराने संबंधों का एहसास हुआ है। उन्होंने ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल बोल्किया से कहाकि इस साल ब्रूनेई की आजादी की 40वीं वर्षगांठ का जश्न है और उनके नेतृत्व में ब्रूनेई ने परंपरा और निरंतरता के महत्वपूर्ण संगम केसाथ उल्लेखनीय प्रगति की है एवं ब्रूनेई केलिए उनका ‘वावासन 2035’ विज़न भी सराहनीय है। प्रधानमंत्री ने 140 करोड़ भारतीयों की ओरसे सुल्तान हाजी हसन अल बोल्किया और ब्रूनेई के लोगों को शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल बोल्किया को भारत आने का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत और ब्रूनेई के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, इस साल हम अपने राजनयिक संबंधों की चालीसवीं सालगिरह मना रहे हैं और इस अवसर पर हमने निर्णय लिया हैकि अपने संबंधों को बढ़ी हुई भागीदारी का दर्जा देंगे और इसको स्ट्रेटेजिक दिशा देने केलिए हमने सभी पहलूओं पर व्यापक चर्चा की है। प्रधानमंत्री ने कहाकि हम आर्थिक, वैज्ञानिक और रणनीतिक क्षेत्रोंमें अपने सहयोग को मजबूत करने केलिए प्रतिबद्ध हैं, हमने कृषि उद्योग, फार्मा और स्वास्थ्य केसाथ फिनटेक और साइबर सिक्युरिटी में आपसी सहयोग पर बल देने का निर्णय लिया है, ऊर्जा क्षेत्रमें हमने एलएनजी में दीर्घावधि सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की है, रक्षा क्षेत्रमें सहयोग को बढ़ाने केलिए हमने रक्षा उद्योग, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की संभावनाओं पर सकारात्मक विचार साझा किए हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि अंतरिक्ष के क्षेत्रमें अपने सहयोग को सुदृढ़ करने केलिए हमने सेटेलाइट डवलपमेंट, रिमोट सेंसिंग और ट्रेनिंग पर सहमति बनाई है एवं दोनों देशों केबीच कनेक्टिविटी केलिए जल्द ही सीधी उड़ानें शुरू की जाएंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारे लोगों से लोगों तक संबंध हमारी साझेदारी की नींव है। उन्होंने खुशी जताईकि भारतीय समुदाय ब्रूनेई की अर्थव्यवस्था और समाज में सकारात्मक योगदान दे रहा है और यहां भारतीय राजदूतावास के लोकार्पण से भारतीय समुदाय को एक स्थायी पता मिला है। प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय के कल्याण और हितों की देखरेख केलिए ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसन अल बोल्किया और उनकी सरकार का आभार जताया। ज्ञातव्य हैकि ब्रुनेई में भारतीयों के आगमन का पहला चरण 1920 के दशक में तेल की खोज केसाथ शुरू हुआ था, वर्तमान में लगभग 14000 भारतीय ब्रुनेई में रह रहे हैं। ब्रुनेई के स्वास्थ्य देखभाल सेवा तथा शिक्षा क्षेत्रों के विकास में भारतीय डॉक्टरों तथा शिक्षकों के योगदान को अच्छी मान्यता मिली है। प्रधानमंत्री ने दोनों देशों केबीच जीवंत सेतु के रूपमें भारतीय समुदाय की भूमिका तथा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहाकि भारत की एक्ट ईस्ट नीति और भारत-प्रशांत विज़न में ब्रूनेई एक महत्वपूर्ण साझेदार है एवं भारत हमेशा आसियान केंद्रीयता को प्राथमिकता देता आया है और आगे भी देता रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि हम यूएनसीएलओएस जैसे अंतराष्ट्रीय कानूनों के तहत नौवहन और उड़ान की स्वतंत्रता का समर्थन करते हैं, हम सहमत हैंकि इस क्षेत्र में आचार संहिता पर सहमति बने, हम विस्तारवाद नहीं विकासवाद की नीति का समर्थन करते हैं।
बंदर सेरी बेगवान पहुंचने पर प्रधानमंत्री का ब्रुनेई के प्रधानमंत्री कार्यालय में वरिष्ठ मंत्री राजकुमार हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंदर सेरी बेगवान में प्रतिष्ठित उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया, जहां ब्रुनेई के धार्मिक मामलों के मंत्री पेहिन दातो उस्ताज़ हाजी अवांग बदरुद्दीन ने उनकी अगवानी करते हुए उन्हें जानकारियां साझा कीं। मस्जिद का नाम ब्रुनेई के 28वें सुल्तान यानी वर्तमान सुल्तान के पिता, जिन्होंने इसका निर्माण कार्य भी शुरू करवाया था, उमर अली सैफुद्दीन III के नाम पर रखा गया है और यह 1958 में बनकर तैयार हुई थी। भारत और ब्रुनेई केबीच मैत्रीपूर्ण संबंध द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर आपसी सम्मान और समझ पर आधारित हैं। दोनों देश एक सहस्राब्दी से चले आ रहे इतिहास, संस्कृति और परंपरा से जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री और ब्रुनेई के सुल्तान केबीच प्रतिनिधिमंडल स्तर वार्ता के दौरान भारत-ब्रुनेई केबीच कई महत्वपूर्ण सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर करके आदान-प्रदान किया गया। भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और ब्रुनेई के परिवहन एवं सूचना संचार मंत्री पेंगिरन दातो शमहारी पेंगिरन दातो मुस्तफा ने उपग्रह और प्रक्षेपण यानों केलिए टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और टेलीकमांड स्टेशन के संचालन में सहयोग के संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने बंदर सेरी बेगावान और चेन्नई केबीच शुरु होने वाली सीधी उड़ान सेवा का भी स्वागत किया।