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Saturday 7 September 2024 11:54:56 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों से मुलाकात की। सम्मानित शिक्षकों ने प्रधानमंत्री केसाथ शिक्षण के अनुभव साझा किए। उन्होंने प्रधानमंत्री को बच्चों को पढ़ाने और पढ़ाई को अधिक रोचक बनाने केलिए अपनाई जाने वाली दिलचस्प तकनीकों केबारे में बताया। उन्होंने अपने नियमित शिक्षण कार्य केसाथ-साथ अपने सामाजिक कार्यों के उदाहरण भी साझा किए। प्रधानमंत्री ने शिक्षकों केसाथ मुलाकात में शिक्षण केप्रति शिक्षकों के समर्पण और पिछले कुछ वर्ष में उनमें प्रदर्शित उल्लेखनीय उत्साह की सराहना की, जिसे पुरस्कारों के माध्यम से मान्यता मिली है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभाव पर चर्चा की और अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करने के महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुझाव दियाकि शिक्षक विभिन्न भाषाओं में छात्रों को स्थानीय लोककथाएं सुना सकते हैं, ताकि छात्र दूसरी भाषाएं भी सीख सकें और भारत की जीवंत संस्कृति से भी परिचित हो सकें। उन्होंने कहाकि शिक्षक अपने विद्यार्थियों को भारत की विविधता से परिचित कराने केलिए शैक्षणिक भ्रमण पर लेजा सकते हैं, जिससे उन्हें कुछ विशेष सीखने में मदद मिलेगी और अपने देश केबारे में समग्र रूपसे जानने में भी मदद मिलेगी, इससे पर्यटन को बढ़ावा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। प्रधानमंत्री ने सुझाव दियाकि पुरस्कार विजेता शिक्षकों को सोशल मीडिया के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े रहना चाहिए और पढ़ाई के सर्वोत्तम तरीकों को आपस में साझा करना चाहिए, ताकि हर कोई ऐसे बेहतरीन तरीकों से सीख सके, उन्हें अपना सके और उनसे लाभ उठा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि शिक्षक राष्ट्र केलिए बहुत महत्वपूर्ण सेवा प्रदान कर रहे हैं, आजके युवाओं को विकसित भारत केलिए तैयार करने की जिम्मेदारी उनके हाथों में है। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों का उद्देश्य देशके शिक्षकों को शिक्षा एवं शिक्षण में उनके अद्वितीय योगदान केलिए उन्हें सम्मानित करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत से न केवल शिक्षा क्षेत्रकी गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन कोभी समृद्ध बनाया है। इस वर्ष पुरस्कारों केलिए देशभर से 82 शिक्षकों का चयन किया गया, जिनमें स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के चुने गए 50 शिक्षक, उच्च शिक्षा विभाग के चुने गए 16 शिक्षक और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के चुने गए 16 शिक्षक शामिल हैं।