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Thursday 23 January 2025 01:04:45 PM
नई दिल्ली। देशभर में 25 जनवरी को 15वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस को मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। इस वर्ष का मतदाता उत्सव दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया, 2024 के लोकसभा चुनावों के ऐतिहासिक और सफल आयोजन के तुरंत बाद आया है। भारत चुनाव आयोग भी राष्ट्र केप्रति अपने सेवा समर्पण के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहा है। इस तथ्य के प्रकाशन परकि भारत के कुल मतदाताओं की संख्या 100 करोड़ के करीब पहुंच रही है, देश के मतदाताओं का उत्सव मनाने वाला यह आयोजन इस साल फिरसे बड़े पैमाने मनाने की तैयारी है। चुनावी डेटाबेस अभी 99.1 करोड़ है और गिनती जारी है। मतदाता सूची युवा और लैंगिक आधार पर संतुलित दिखती है, जिसमें 18-29 आयु वर्ग के 21.7 करोड़ युवा मतदाता हैं और चुनावी लिंग अनुपात में 2024 में 948 से 6 अंकों की बढ़ोतरी हुई है और 2025 में यह 954 हो गई है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के तौरपर नई दिल्ली में राष्ट्रीय समारोह की शोभा बढ़ाएंगी। राष्ट्रपति चुनावों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने में असाधारण प्रदर्शन करने वाले राज्य और जिला अधिकारियों को सर्वोत्तम चुनावी अभ्यास पुरस्कार प्रदान करेंगी। इस अवसर पर केंद्रीय विधि और न्याय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुनराम मेघवाल, मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्त कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। कार्यक्रम में चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रमुख और प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे, जो ईसीआई की ओर से आयोजित 23-24 जनवरी 2025 को 2-दिवसीय सम्मेलन में दुनियाभर में चुनाव प्रबंधन में आने वाले प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। इस वर्ष भी विषयवस्तु ‘वोटिंग जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम’ को ही बढ़ावा दिया जा रहा है, जो चुनावी प्रक्रिया में बढ़चढ़कर भागीदारी के महत्व पर जोर देती है और मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने पर गर्व महसूस करने हेतु प्रोत्साहित करती है। उत्सव कार्यक्रम में उन पहलों को विशेष मान्यता दी जाएगी, जिन्होंने मतदाताओं की भागीदारी को बढ़ाया है जैसे-परिवर्तनात्मक आउटरीच अभियान, निर्बाध चुनाव प्रबंधन केलिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल और ऐसे प्रयास जिन्होंने चुनावों को सभी केलिए सुलभ बनाया।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार चुनाव आयोग की कॉफी टेबल बुक की पहली प्रति ‘इंडिया वोट्स 2024: ए सागा ऑफ डेमोक्रेसी’ राष्ट्रपति को प्रस्तुत करेंगे। यह कॉफी टेबल बुक प्रत्येक मतदाता, चुनाव अधिकारी, सुरक्षा कर्मियों और उन हितधारकों को सम्मान है, जिन्होंने 18वें लोकसभा चुनाव की सफलता में योगदान दिया। यह पाठकों को उज्ज्वल दृश्यों और सम्मोहक कहानियों के जरिए लोकसभा चुनाव 2024 की भारत की लोकतांत्रिक यात्रा की झलक प्रदान करेगी। कार्यक्रम में वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी की निर्मित डॉक्यू-ड्रामा सीरीज ‘इंडिया डिसाइड्स’ की एक छोटी क्लिप भी जारी की जाएगी। यह तीन भाग की श्रृंखला दुनिया के सबसे बड़े चुनावों के इतिहास और निर्माण पर गहराई से प्रकाश डालती है। डॉक्यू ड्रामा सीरीज डिस्कवरी चैनल और इसके ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी। चुनाव आयोग की ओर से राष्ट्रपति को ईसीआई प्रकाशन ‘बैलट पर भरोसा: भारत के 2024 चुनावों को आकार देने वाली मानवीय कहानियां’ प्रस्तुत की जाएगी, जो लोगों की दिलचस्पी से जुड़ी कहानियों का एक सेट है।
लोकसभा चुनाव-2024 के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डालने वाली मल्टीमीडिया प्रदर्शनी भी प्रदर्शित की जाएगी, इसमें मौजूद लोगों के अनुभव केलिए संवादात्मक और आकर्षक जगहें होंगी। गौरतलब हैकि वर्ष 2011 से भारत के गणतंत्र बनने से एकदिन पहले 25 जनवरी 1950 को स्थापित भारत के चुनाव आयोग के स्थापना दिवस की याद में 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य मतदाता की केंद्रीयता को रेखांकित करना, नागरिकों केबीच चुनावी जागरुकता बढ़ाना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रेरित करना है। राष्ट्र के मतदाताओं को समर्पित राष्ट्रीय मतदाता दिवस नए मतदाताओं विशेषकर युवा व्यक्तियों के नामांकन कोभी बढ़ावा देता है, जो हालही में इसका हिस्सा बने हैं। देशभर में एनवीडी समारोहों के दौरान नए मतदाताओं को सम्मानित किया जाता है और उन्हें उनके मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रदान किए जाते हैं। राष्ट्रीय, राज्य, जिला निर्वाचन क्षेत्र और मतदान केंद्र के स्तरपर मनाया जाने वाला एनवीडी देश के सबसे व्यापक और महत्वपूर्ण समारोहों में से एक है।