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ईवीएम ने भूटान का भरोसा जीता-सीईसी भूटान

चुनाव प्रक्रिया पर फर्जी बयानों से सावधान रहें-सीईसी राजीव कुमार

भारत चुनाव आयोग का दिल्ली में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 24 January 2025 12:21:07 PM

cec rajeev kumar

नई दिल्ली। भारत चुनाव आयोग का नई दिल्ली में दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ, जिसमें लगभग 13 देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि समकालीन चुनाव प्रबंधन समेत कई मुद्दों पर चर्चा केलिए एकत्रित हुए थे। 'वैश्विक चुनाव वर्ष 2024: लोकतांत्रिक स्थानों की पुनरावृत्ति, ईएमबी केलिए सीख' विषय पर सम्मेलन का आयोजन भारत और कई अन्य देशों में 2024 में चुनाव कराने में ईएमबी के विविध अनुभवों के आधार पर ईसीआई ने किया था। सम्मेलन में मॉरीशस के चुनाव आयुक्त अब्दुल रहमान मोहम्मद इरफान, भूटान के सीईसी दाशो सोनम तापगे, कजाकिस्तान के अध्यक्ष और सीईसी नूरलान अब्दिरोव, नेपाल के सीईसी दिनेश के थापलिया, नामीबिया के चुनाव आयोग की अध्यक्ष एल्सी नघीकेम्बुआ, इंडोनेशिया के आम चुनाव आयोग के आयुक्त इधम होलिक, रूसी संघ की एल्मीरा खैमुरज़िना, श्रीलंका की अनुसूया शानमुगनाथन, ट्यूनीशिया की नजला अब्रूगुई, उज्बेकिस्तान के बखरोम कुचकारोव, इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स के अध्यक्ष व सीईओ एंथनी नाथन बानबरी और ए-वेब एवं इंटरनेशनल आईडीईए के महासचिव इन-सिक-जंग भी उपस्थित थे।
सीईसी राजीव कुमार ने सम्मेलन में मुख्य भाषण देते हुए कहाकि चुनौतियों और जटिलताओं केबीच लोकतांत्रिक मूल्यों की पुष्टि केलिए 2024 चुनाव प्रबंधन निकायों केलिए एक निर्णायक वर्ष था। उन्होंने दक्षता, पारदर्शिता एवं मतदाता विश्वास को बढ़ाने में प्रौद्योगिकी और डिजिटल नवाचारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहाकि प्रौद्योगिकी अवसर प्रदान कर रही है, लेकिन यह अपने साथ साइबर सुरक्षा खतरों और गलत सूचना जैसी चुनौतियां भी लाई है। उन्होंने चुनाव प्रबंधन निकायों से इन तकनीकी चुनौतियों से निपटने केलिए रणनीतियों को कारगर बनाने का आग्रह किया, ताकि जोखिमों से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। चुनावी प्रक्रियाओं में विश्वास को खत्म करने वाले फर्जी आख्यानों से सावधान करते हुए उन्होंने कहाकि ऐसे फर्जी आख्यान आमतौर पर चुनाव प्रक्रिया के महत्वपूर्ण मोड़ पर उसके महत्वपूर्ण पहलुओं को निशाना बनाने केलिए गढ़े जाते हैं। राजीव कुमार ने देश में ऐतिहासिक आम चुनाव पर प्रकाश डालते हुए कहाकि भारत में बीते लोकसभा चुनाव में 647 मिलियन मतदाताओं ने हिस्सा लिया तथा दस लाख से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ था। उन्होंने कहाकि ये चुनाव अधिक समावेशी थे, इनमें विशेष रूपसे महिलाओं, 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों, दिव्यांग व्यक्तियों और थर्ड जेंडर के लोगों की अधिक भागीदारी रही।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने क्षमता निर्माण और वैश्विक सहयोग में सहयोगी प्रयासों के महत्व को रेखांकित किया, क्योंकि ये लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की सुरक्षा और विश्वभर में चुनाव प्रबंधन को मजबूत करने केलिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने मुख्य सीखों पर पहले सत्र में भारतीय चुनावों के पैमाने, जटिलता और गुणवत्ता को रेखांकित करते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव का मामला प्रस्तुत किया। उन्होंने कहाकि चुनौती की भयावहता के बावजूद चुनाव प्रक्रिया ने गुणवत्ता को बनाए रखा और वैश्विक स्तरपर चुनावों के संचालन में नए मानक स्थापित किए हैं। सीईसी राजीव कुमार ने चुनावों के भविष्य को आकार देनेवाले प्रमुख रुझानों को भी रेखांकित किया, जिसमें एआई संचालित प्रक्रियाएं, ऑनलाइन और दूरस्थ मतदान, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और वैश्विक सहयोग में वृद्धि शामिल है और सभी प्रतिभागियों से चुनावों को अधिक पारदर्शी, समावेशी और सुलभ बनाने में तकनीकी प्रगति केसाथ अवसरों का पता लगाने का आह्वान किया। उन्होंने न केवल वैश्विक स्तरपर चुनावी प्रक्रियाओं को सुरक्षित करने में, बल्कि उनकी पहुंच और प्रभाव का विस्तार करने में ईएमबी की भूमिका को भी रेखांकित किया।
सम्मेलन में उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, मॉरीशस, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान के चुनाव प्रबंधन निकायों ने अपने-अपने चुनावी अनुभवों को साझा किया और लाइव चुनावों में चुनावी अखंडता को प्रभावित करने वाले सोशल मीडिया पर गलत सूचना, भ्रामक सूचना और फर्जी आख्यानों पर चिंताएं प्रकट कीं। मॉरीशस के सीईसी अब्दुल रहमान ने ईएमबी में मतदाताओं के विश्वास को कम करने केलिए फर्जी ख़बरों के ख़तरों से अवगत कराया। चुनाव कर्मचारियों की भर्ती केलिए फर्जी ऑनलाइन आवेदनों के एक विशेष मामले पर प्रकाश डालते हुए सीईसी अब्दुल रहमान ने चुनावों के दौरान गलत और भ्रामक सूचना के ख़तरे को बढ़ावा देने में प्रौद्योगिकी और सोशल मीडिया के उपयोग पर चिंता व्यक्त की। नामीबिया के चुनाव आयोग के प्रतिनिधि ने फर्जी ख़बरों के बढ़ते चलन पर चिंता व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर फर्जी ख़बरों से निपटने केलिए सुझाव मांगे। इंडोनेशिया के आम चुनाव आयोग के आयुक्त इदान होलिक ने गलत सूचनाओं से निपटने केलिए समर्पित व्हाट्सएप चैनल के उपयोग पर अपने अनुभवों को साझा किए। भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त दाशो सोनम तापगे ने ‘चुनाव प्रबंधन में प्रौद्योगिकी की भूमिका-अवसर और चुनौतियां’ विषय पर बोलते हुए ईवीएम उपलब्ध कराने केलिए भारत को धन्यवाद दिया और भूटान में चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल केबाद से आई प्रक्रिया दक्षता की सराहना की।
भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त दाशो सोनम तापगे ने कहाकि ईवीएम ने भूटान के लोगों का भरोसा जीता है। डिजिटल आईडी पर बोलते हुए दाशो सोनम तापगे ने कहाकि भूटान केपास बायोमेट्रिक यूनिफाइड नेशनल आईडी है, जिसका इस्तेमाल मतदाता प्रमाणीकरण केलिए किया जाता है। उन्होंने कहाकि भूटान भविष्य के चुनावों में ऑनलाइन वोटिंग की संभावना तलाश रहा है। सम्मेलन के पहले दिन के सत्र में-चुनाव प्रबंधन में प्रौद्योगिकी की भूमिका, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और चुनाव प्रबंधन पर उनका प्रभाव, समावेशी और सुलभ चुनावों केलिए चुनावी समानता को बढ़ावा देना तथा क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर चर्चा हुई। दूसरे दिन लोकतंत्रों केलिए 'चुनावों का भविष्य' पर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें चुनावों और चुनावी लोकतंत्रों के बेहतर तालमेल और सुदृढ़ीकरण केलिए साझा प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।

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