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Saturday 17 August 2013 09:29:54 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारतीय रिज़र्व बैंक के इतिहास पर पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि यह कहने की जरूरत नहीं है कि भारतीय रिज़र्व बैंक का इतिहास स्वतंत्रता के समय से ही हमारे देश की वृद्धि का इतिहास है, रिज़र्व बैंक ने देश के लिए गौरवमयी भूमिका निभाई है, इसने मौद्रिक नीति तैयार करने, क्रेडिट नीति तैयार करने और यदि मुझे सही याद है तो खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में क्रेडिट की आपूर्ति को प्रभावित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रिज़र्व बैंक ने महान विशेषता के साथ हमारे देश की सेवा की है, लेकिन लगता है कि बेहतरीन कार्य तो अभी होना है। उन्होंने कहा कि डॉ सुब्बाराव ने नीति-निर्माण में विविध पहलुओं को स्पर्श किया है तथा मैं यह कहने का साहस करता हूं कि डॉ रघुरमन राजन हमारे देश के समक्ष बेहद मुश्किल हालात में नई कार्रवाई करने के लिए अपने पूर्ववर्ती के अनुभव का लाभ उठाएंगे। उन्होंने कहा कि हम यथास्थिति से कदापि संतुष्ट नहीं हो सकते।
उन्होंने कहा कि जब मैं गवर्नर बना था, तो मुझे मौद्रिक नीति के बारे ज्यादा ज्ञान नहीं था और इसलिए मैंने प्रोफेसर चक्रवर्ती को मौद्रिक नीति के कामकाज, लक्ष्यों और माध्यमों एवं उपायों की देखरेख के लिए समिति का नेतृत्व करने को कहा तथा वह रिपोर्ट कुछ समय के लिए बहुत प्रभावशाली रही और अब मुझे लगता है कि यह सोचने का समय आ गया है, जब हमें उन कुछ क्षेत्रों पर फिर से विचार करना चाहिए-वैश्विक अर्थव्यवस्था में, वित्तीय रूप से दबाव की अर्थव्यवस्था में मौद्रिक नीति की संभावनाओं और सीमाओं पर। उन्होंने कहा कि मैं सोचता हूं कि यह एक विषय है, लेकिन वृहत आर्थिक नीति निर्माण, लक्ष्य और इन्स्ट्रमेंट्स अन्य क्षेत्र हैं, जहां नए सिरे से सोचने की जरूरत है तथा मुझे आशा है कि भविष्य के गवर्नर खासतौर से डॉ रघुराम राजन इन कुछ मुश्किल क्षेत्रों का पुनरावलोकन करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हमें देश में व्यापक स्तर पर सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव लाने हैं, तो कम से कम कुछ प्रोफेशनलों एवं राष्ट्रीय सर्वसम्मति की जरूरत है, क्योंकि भारत बहुत जटिल है। उन्होंने डॉ सुब्बाराव का पूरे समर्पण के साथ रिज़र्व बैंक और देश की सेवा करने के लिए धन्यवाद किया और उनके स्थान पर नए गवर्नर डॉ रघुराम राजन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त बहुत विशिष्ट अर्थशास्त्री हैं और मुझे आशा है कि भारतीय रिज़र्व बैंक उनके कार्यकाल में और भी शानदार उपलब्धि हासिल करेगा।