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Monday 19 August 2013 09:22:11 AM
नई दिल्ली। आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साले और कांग्रेस नेता अनिरुद्ध प्रसाद उर्फ साधु यादव को भाजपा नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने पर कांग्रेस ने अपने यहां से निकाल दिया है। साधु यादव की पिछले हफ्ते गांधीनगर में मोदी से मुलाकात हुई थी। दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत हुई थी जिसमें बिहार कांग्रेस के नेता दसई राम भी मौजूद थे। साधु यादव ने नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद सार्वजनिक तौर पर कहा था कि देश के नाम पर वो नरेंद्र मोदी के साथ हैं।
ज्ञातव्य है कि साधु यादव बिहार के गोपालगंज से सांसद रह चुके हैं। रामविलास पासवान के साथ सीटों की साझेदारी के मसले पर वह लालू प्रसाद यादव का साथ छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद साधु यादव का अंदाज बागी हो गया था। साधु यादव ने कह दिया था कि देश के नाम पर मैं मोदी भाई का समर्थन करूंगा, मेरे लिए सबसे ऊपर देश है और इसलिए मैं सभी पार्टियों से भी कहता हूं कि मोदी का समर्थन करें। साधु यादव ने यह भी कहा था कि मैं लोगों से पूछना चाहता हूं कि सेक्युलरिज्म का मतलब क्या है?राहुल गांधी पर व्यंग्य करते हुए साधु यादव ने कहा था कि अगर राहुल गांधी में क्षमता होती तो वो देश की बात करते, लेकिन वो देश की बात ही नहीं करते हैं, नरेंद्र मोदी देश की बात करते हैं और मैं उनके साथ हूं।
हालॉकि साधु यादव की राजनीतिक पहचान उनके जीजीश्री लालू प्रसाद यादव के कारण बनीं। अपनी तीव्र राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण ही वे एक विवादास्पद छवि वाले नेता बन गए। राजनीतिक चपलताओं की ही वजह से वे कांग्रेस में गए और मोदी से भी मुलाकात करने पहुंच गए। इस कारण वे कांग्रेस से निकाल दिए गए हैं और भाजपा में जाकर उसका टिकट भी जरूर पा सकते हैं। कुछ नहीं कहा जा सकता वे लालू यादव के वोट कटवा भी हो सकते हैं, और ऐन वक्त पर उनका अपनी बहिन राबड़ी देवी से मोह भी जाग सकता है। बहरहाल बिहार की राजनीति में हो रहे उलटफेर को देखते हुए इस घटनाक्रम को नज़रअंदाज तो नहीं किया जा सकता।