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Thursday 28 November 2013 04:31:43 AM
मुंबई। केंद्रीय जहाजरानी मंत्री जीके वासन ने कहा है कि कार्पोरेट सामाजिक दायित्व के तौर पर देश के आर्थिक विकास में बंदरगाहों की महत्ता को समझने के लिए आम लोगों को शिक्षित करने में पोर्ट ट्रस्टों की अहम भूमिका है। कल मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट की विभिन्न सीएसआर परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि जहाजरानी राज्य मंत्री मिलिंद देवड़ा की पहल से जेएनपीटी अपने अभियानों और सुरक्षा से समझौता किए बिना बंदरगाहों पर मौजूद सुविधाओं को जानने के लिए स्कूली छात्रों को आमंत्रित करने वाला पहला बंदरगाह बन चुका है।
उन्होंने कहा कि मुंबई के विभिन्न क्षेत्रों के विद्यालयों के छात्रों को इसमें शामिल किया जाएगा। परियोजना के तहत बंदरगाह पर वर्तमान सुविधाओं, प्रणालियों, भारत के सबसे बड़े कंटेनर बंदरगाह की कार्य प्रणालियों और आयात-निर्यात व्यापार में बंदरगाहों की महत्ता जैसे विषयों की जानकारी छात्रों को दी जाएगी। जीएल वासन ने बताया कि जेएनपीटी खासतौर पर कम लाभान्वित युवाओं के लिए विभिन्न क्षेत्रों में व्यायामशालाओं का निर्माण भी करेगा। वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के तहत प्रारंभ में छह माह की अवधि के लिए जेएनपीटी ने बोट क्रूज का भी शुभारंभ किया है।
पोर्ट ट्रस्ट, टूरिस्ट फर्स्ट के साथ साझेदारी में यूनेस्को के घोषित विश्व धरोहर स्थल ऐलीफेंटा आइलैंड पर कुछ सुविधाएं प्रदान करने के प्रस्ताव के अलावा गेटवे ऑफ इंडिया के आसपास के क्षेत्र में कुछ पहल करने जा रहा है। जेएनपीटी समाज के विभिन्न तबकों जैसे वरिष्ठ नागरिकों, युवाओं, छात्रों और पर्यटकों की मदद के लिए विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ कर रहा है। पिछले वर्ष मंत्रालय ने सीएसआर गतिविधियों को चलाने के लिए प्रमुख बंदरगाहों को समर्थ बनाने हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए थे।