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Tuesday 7 January 2014 06:43:40 PM
नई दिल्ली। एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अनिरूद्ध चक्रवर्ती ने कहा है कि सरकार द्वारा सौंपे गए लक्ष्यों की पूर्ति के लिए एनसीसी पूरी तरह समर्पित है। गणतंत्र दिवस 2014 के अवसर पर आयोजित एनसीसी कैंप के उद्घाटन से एक दिन पहले मीडिया से उन्होंने कहा कि एनसीसी की लोकप्रियता दिन व दिन बढ़ती जा रही है और 7377 शैक्षणिक संस्थान एनसीसी की इकाईयां खोलना चाहते हैं, लेकिन वे प्रतीक्षा सूची में हैं। उनका कहना था कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित इस कैंप का उद्देश्य है कि कैडेट हमारे देश की समृद्ध कला एवं परंपराओं से परिचित हो सकें, इस अवसर पर राजधानी में आयोजित विभिन्न महत्वपूर्ण गतिविधियों से भी समृद्ध हो सकें, यही नहीं, इस कैंप के आयोजन से देश के लोगों को एनसीसी के आदर्शों से परिचित होने का एक मौका भी मिलता है, यह कैंप ‘मिनी भारत’ की छवि प्रस्तुत करता है।
एनसीसी के महानिदेशक ने राष्ट्र निर्माण, सामाजिक चेतना तथा अभियानों, सामुदायिक विकास, पर्यावरण सुरक्षा, खेल तथा साहसिक कार्यों के क्षेत्र में एनसीसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि मई 2013 में एनसीसी की लड़कों की एक टीम की माउंट एवरेस्ट की चढ़ार्इ यह दर्शाती है कि एनसीसी देश का एक प्रमुख युवा संस्थान है। लेफ्टिनेंट चक्रवर्ती ने कहा कि प्रशिक्षण के दर्शन को भी युवाओं तथा समाज की बदलती आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किया गया। प्रशिक्षण में इस बात को अहमियत दी गई कि कैडेट के कौशल को बढ़ावा दिया जाए और उनके व्यक्तित्व को विकसित किया जाए। महानिदेशक ने दस देशों के साथ एनसीसी के युवा विनिमय कार्यक्रम की जानकारी दी और बताया कि वर्ष 2013 में डेज़र्ट सफारी, नौका दौड़ तथा शिवाजी ट्रेल ट्रेक जैसी विभिन्न गतिविधियों में एनसीसी के कैडेट शामिल हुए।
एनसीसी गणतंत्र दिवस कैंप 2014 का शुभारंभ दिल्ली कैंट के गैरिसन परेड ग्राऊंड पर पहली जनवरी 2014 को हुआ। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल ने उद्घाटन भाषण दिया। एनसीसी के 17 महानिदेशालयों से 2070 कैडेट इस कैंप में भाग लेने आए हैं। देश की सेवा के जोश से भरे भारत के सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों से ये कैडेट्स यहां आए हैं और इनमें 702 लड़कियां हैं। जम्मू-कश्मीर से 102 कैडेट और पूर्वोत्तर से 156 कैडेट कैंप में भाग ले रहे हैं। कैंप के लिए देश भर के चुनिंदा कैडेट शामिल होते हैं, क्योंकि चयन प्रक्रिया बेहद कठिन होती है। एक महीने तक चलने वाले इस कैंप में कैडेट दिनभर व्यस्त रहते हैं वे कर्इ तरह की गतिविधियों–जैसे कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों, राष्ट्रीय एकीकरण जागरूकता कार्यक्रमों तथा संस्थागत प्रशिक्षण प्रतियोगताओं में भाग लेते हैं। इस कैंप में कई गणमान्य नागरिक भी आएंगे।