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Thursday 20 February 2014 02:42:38 AM
नई दिल्ली। भारतीय लेखा एवं अंकेक्षण सेवा के 20 अधिकारी प्रशिक्षुओं के एक समूह ने कल राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट की। इनमें भूटान के रॉयल ऑडिट अथॉरिटी के दो अधिकारी प्रशिक्षु भी शामिल थे। अधिकारी प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वे लोग एक ऐसे ऐतिहासिक विभाग का हिस्सा बनने जा रहे हैं, जो 150 वर्ष पुराना है। उन्होंने कहा कि इस विभाग की स्थापना 1857 में हुई थी और तब से लगातार इसकी स्थिति मजबूत होती जा रही है। इस प्रकार यह देश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और जनता की सेवा करना हर सरकारी संस्थान का कर्तव्य है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से कहा कि उनका संगठन सरकार के लिए प्रहरी के तौर पर काम करता है। अधिकारी प्रशिक्षुओं को इस समय राष्ट्रीय लेखा एवं अंकेक्षण अकादमी, शिमला में 92 सप्ताहों का व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।