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मुंबई इंडियंस की दिल्ली पर जीत दर्ज

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 24 May 2014 02:53:23 PM

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मुंबई। मुंबई इंडियंस शुक्रवार को अपने चुनौतीपूर्ण स्कोर का बचाव करने में सफल रहा और उसने दिल्ली डेयरडेविल्स पर 15 रन की जीत से आइपीएल-सात के प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदें भी बरकरार रखीं। माइकल हसी की विस्फोटक शुरुआत के बाद धड़ाधड़ विकेट खोने के बावजूद हसी ने 33 गेंदों पर 56 रन बनाए और लेंडल सिमंस (35) के साथ पहले विकेट के लिए 87 रन जोड़े। दोनों के अलावा कप्तान रोहित शर्मा ने 30 रन बनाए। मुंबई ने पहले दस ओवरों में 100 रन बना लिए थे, लेकिन आखिरी आठ विकेट 33 रन के अंदर गिरने से मुंबई 19.3 ओवरों में 173 रन पर आउट हो गई। दिल्ली की तरफ से लेग स्पिनर इमरान ताहिर ने 37 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि तेज गेंदबाज जयदेव ने 24 रन देकर दो विकेट लिए। कप्तान केविन पीटरसन (44) ने दिल्ली को तेज शुरुआत दिलाई, जबकि जेपी डुमिनी (नाबाद 45) और मनोज तिवारी (41) ने चौथे विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी की। वे टीम की हार का क्रम नहीं तोड़ पाए। दिल्ली की टीम ने आखिर में चार विकेट पर 158 रन बनाए। मुंबई की तरफ से मर्चेंट डि लेंगे ने 32 रन देकर दो विकेट लिए।
मुंबई की यह 13वें मैच में छठी जीत है और उसके 12 अंक हो गए हैं। दिल्ली ने भी अपना 13वां मैच खेला और उसे 11वीं हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो पीटरसन ने जसप्रीत बमराह के पहले ओवर में चौका जड़कर खाता खोला और फिर मर्चेंट डि लेंगे के अगले ओवर में तीन चौके लगाए। बमराह जब छोर बदलकर गेंदबाजी करने आए तो उन्होंने गगनचुंबी छक्के से उनका स्वागत किया। मुरली विजय (8) हालांकि उनका अच्छा साथ नहीं निभा पाए और श्रेयांस गोपाल की स्पिन लेती गेंद पर स्टंप आउट हो गए। इससे पीटरसन भी धीमे पड़ गए। वे हरभजन की गेंद पर स्विच हिट खेलने के प्रयास में बोल्ड हुए। दिनेश कार्तिक (7) फिर से नहीं चल पाए, जिससे दिल्ली बैकफुट पर चला गई। डुमिनी और तिवारी ने हालांकि हार नहीं मानी और मैच को रोमांचक बनाने की पूरी कोशिश की। डुमिनी ने विशेषकर छक्के जड़ने की अपनी कला का अच्छा प्रदर्शन किया और दोनों अनुभवी स्पिनरों हरभजन और प्रज्ञान ओझा में से किसी को नहीं बख्शा। तिवारी ने इस बीच जब तब गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाया। जब नौ गेंदों पर 28 रन चाहिए थे, तब तिवारी ने सीमा रेखा पर कैच थमा दिया। डि लेंगे ने अपने इस ओवर में केवल सात रन देकर दिल्ली की जीत की उम्मीदों पर पानी फेरा। आखिरी ओवर में 25 रन चाहिए थे लेकिन उसमें नौ रन ही बन पाए। इससे पहले हसी ने शुरू से अपने फ्लिक, कट और पुल का शानदार नमूना पेश करके कुछ खूबसूरत चौके लगाए। उनादकट और सिद्धार्थ कौल जैसे कम अनुभवी तेज गेंदबाजों के लिए यह कड़ा सबक था।
हसी ने बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम की गेंद छह रन के लिए भेजकर उनका आत्मविश्वास डिगाने का प्रयास कर दिया। पावरप्ले में स्कोर 65 रन पहुंच गया जो मुंबई का इस सत्र में पहले छह ओवरों में सर्वाधिक स्कोर है। पिछले मैच में शतक जड़ने वाले सिमंस ने इस दौरान हसी के साथी की भूमिका बखूबी निभाई। इस कैरेबियाई बल्लेबाज ने इसके बाद ताहिर को निशाना बनाकर उनके एक ओवर में तीन चौके जड़े लेकिन आखिरी गेंद को वे सही टाइमिंग से नहीं खेल पाए और वायने पर्नेल ने कवर बाउंड्री पर दौड़ लगाकर उसे कैच कर दिया। हसी ने ताहिर के अगले ओवर में एक्स्ट्रा कवर पर छक्का जड़कर 28 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया जो आइपीएल में उनका सबसे तेज पचासा है। उनके इस प्रयास से दस ओवर पूरे होने पर मुंबई का स्कोर एक विकेट पर 100 रन हो गया। इसके तुरंत बाद हसी रन आउट हो गए। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के लगाए। रोहित ने जेपी डुमिनी पर दो चौके लगाकर शुरूसे ही हमलावर तेवर अपना लिए थे, लेकिन उनादकट की फुललेंथ गेंद को कट करने के प्रयास में वे बोल्ड हो गए। यहीं से विकेटों का गिरना शुरूहुआ और मुंबई के बल्लेबाजों ने दिल्ली के क्षेत्ररक्षकों को कैच का अभ्यास कराया। कीरोन पोलार्ड (11) भी उनादकट के इसी ओवर में विकेट के पीछे कैच दे बैठे। आदित्य तारे (14) ने उनादकट की आखिरी दो गेंदों को सीमा रेखा के पार भेजा लेकिन नदीम ने अगले ओवर में अंबाती रायडू (2) को कैच करवा दिया। तारे और हरभजन सिंह (2) ने भी हवा में गेंद लहराकर आसान कैच थमाए।

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