स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 10 June 2014 09:05:57 PM
मुंबई। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सभी वित्तीय क्षेत्र विनियामकों के जरिए वित्तीय स्थिरता और समंवित नज़रिए की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने नई सरकार से अत्यधिक राजनीतिक आकांक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अर्थव्यवस्था के समक्ष लंबे समय से अनसुलझी समस्याओं को सुलझाने का समय है। अरुण जेटली ने वित्तीय समेकन के क्षेत्र में सुस्ती न बरतने की चेतावनी दी। बैठक में वित्तीय क्षेत्र के सभी विनियामकों ने आगामी बजट 2014-15 के संबंध में सुझाव दिए। उन्होंने अगली पीढ़ी के वित्तीय सुधारों के बारे में विचार भी प्रकट किए।
वित्त मंत्री ने व्यवसाय का माहौल सुधारने और व्यवसाय करने की लागत कम करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि निवेश की स्थिति को फिर से पटरी पर लाने के लिए यह महत्वपूर्ण माध्यम है। अरुण जेटली वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद की 11वीं बैठक में बोल रहे थे, जो उनकी अध्यक्षता में 7 जून 2014 को मुंबई में आयोजित की गई। इस बैठक में रिज़र्व बैंक के गवर्नर डॉ रघुराम जी राजन, वित्त सचिव डॉ अरविंद मायाराम, वित्तीय सेवाए विभाग के सचिव डॉ जीएस संधू, सेबी के अध्यक्ष यूके सिंहा, इरडा के अध्यक्ष टीएस विजयन, एफएमसी के अध्यक्ष रमेश अभिषेक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।