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Sunday 31 August 2014 12:00:12 AM
नई दिल्ली। इबोला वायरस बीमारी के लिए 887 यात्रियों की निगरानी की जा रही है। अधिक जोखिम वाला कोई भी मामला किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर दर्ज नहीं किया गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान इबोला बीमारी प्रभावित देशों से 161 यात्री मुंबई (48), दिल्ली (73), कोच्ची (1), बैंगलुरू (20), कोलकाता (2) चेन्नई (16) और हैदराबाद (1) पहुंच चुके हैं। सिएरा लिओन से आए तीन यात्रियों की जांच दिल्ली एयरपोर्ट पर क्वारेंटाइन कम आईसोलेशन सुविधा में की गई और निरोगी पाए जाने पर उन्हें छुट्टी दे दी गई। दस अगस्त 2014 से लेकर 27 अगस्त 2014 तक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर आने वाले करीब 15,009 यात्रियों की जांच की जा चुकी है। उनतीस अगस्त को भी अधिक जोखिम वाला कोई मामला दर्ज नहीं किया गया।
मैसर्स एफकॉन और अंतर्राष्ट्रीय एसओएस 113 यात्रियों (दो नेपाली नागरिकों सहित) को लीबिया से भारत वापस पहुंचा चुका है। इनमें से 96 यात्रियों को मुंबई और 17 को दिल्ली में उतारा गया है। जिन यात्रियों को दिल्ली में उतारा गया, उन्हें भी मैसर्स एफकॉन से मुंबई पुहंचा दिया गया। सभी अपने संबंधित स्थानों की ओर रवाना हो गए। राज्य सरकार को इनका विवरण उपलब्ध करा दिया गया है। आईडीएसपी इस यात्रियों की निगरानी कर रही है। बीस में से 10 राज्यों की आईडीएसपी इकाइयों से प्राप्त सूचना के मुताबिक 35 यात्रियों की निगरानी की जा रही है। सभी स्वस्थ हैं।
अठारह हवाई अड्डों में से उन 12 हवाई अड्डों के आव्रजन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जहां पर प्रभावित देशों से आने वाली लिंक उड़ानें आती हैं। दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलुरू, कोच्ची और तिरुवनंतपुरम (11 एयरलाइंस) हवाई अड्डों पर आने वाली उड़ानों के चालक दल के सदस्यों को चालक दल के सदस्यों के उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी दी गई है। इसके अतिरिक्त हवाई अड्डों पर हवाई अड्डा स्वास्थ्य संगठनों द्वारा यात्रियों की जांच मानकों के बारे में भी जानकारी दी गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में इसकी शुरूआत के समय (09/08/2014 सुबह) से कुल 691 कॉल्स प्राप्त की गईं हैं, जबकि 27 से 28 अगस्त के मध्य महज 7 कॉल्स प्राप्त हुई। ज्यादातर कॉलर्स इस बीमारी के संकेत और लक्षण और यात्रा के दौरान संक्रमण के खतरे के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं।