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Saturday 29 November 2014 03:26:54 AM
गुवाहाटी। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सरकार विश्व के किसी भी आतंकवादी संगठन को भारत में पांव पसारने की अनुमति नहीं देगी। राजनाथ सिंह ने गुवाहाटी में पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के 49वें वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश के कुछ भ्रमित युवा आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं, लेकिन सरकार इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि देश में किसी भी तरह के आतंकवाद से सख्ती से निपटा जाएगा।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस बलों और खुफिया एजेंसियों की भूमिका देश की जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में काफी अहम रही है और वर्दी पहनने के बाद इसे धारण करने वाले के भीतर एक गर्व और जिम्मेदारी की भावना आ जाती है। उन्होंने पुलिस को आधुनिक बनाने का आश्वासन देते हुए राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने राज्यों में पुलिस विभागों में रिक्त पड़े सभी पदों को भरने की प्रक्रिया को पूरा करें, इस मामले में केंद्र सरकार उन्हें पूरी मदद देगी। उन्होंने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले बहादुर पुलिस कर्मियों को श्रृद्धांजलि दी और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस मेमोरियल के निर्माण के लिए 50 करोड़ रुपये मंजूर किए।
राजनाथ सिंह ने देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में सामाजिक, आर्थिक और समूह आधारित विवादों पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में विकास और गुणवत्ता युक्त आधारभूत ढांचे की कमी है और सरकार इस क्षेत्र में आधारभूत सुविधाओं में इजाफा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक आतंकवादी नेटवर्क का खुलासा हुआ है और राज्य पुलिस तथा राष्ट्रीय जांच एजेंसी इस नेटवर्क का खुलासा करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं की स्थितियों में राहत एवं बचाव कार्यों में अथक योगदान के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की भूमिका की सराहना की।
राजनाथ सिंह ने राष्ट्र विरोधी और समाज विरोधी ताकतों में साइबर स्पेस के बढ़ते इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इसकी निगरानी के लिए कदम उठाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा तटीय सुरक्षा नेटवर्क अपर्याप्त है और इसे मजबूत बनाया जाना चाहिए। राजनाथ सिंह ने आईएसआईएस के नेटवर्क को दुनिया की शांति व्यवस्था के लिए चुनौती बताया। आईएसआईएस के लिए कथित रूप से काम करते हुए इराक से मुंबई पहुंचे आरिफ माजिद का नाम लिए बगैर गृहमंत्री ने साफ किया कि भारत आतंकवाद से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि भारत के कुछ युवा ऐसे संगठनों से गुमराह हो रहे हैं।