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Thursday 26 February 2015 08:43:49 PM
बिजनौर। मुख्य विकास अधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने जिले की विभिन्न योजनाओं में चयनित लाभार्थियों को स्वीकृत ऋण आवंटित करने में देरी को गंभीरता से लेते हुए बैंक शाखा प्रबंधकों से कहा है कि वे स्वीकृत आवेदन पत्रों पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि लाभार्थी समय से अपना रोज़गार शुरू कर सकें। उन्होंने जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए कि जिन लाभार्थियों के आवेदन ऋण स्वीकृति हेतु विभिन्न बैंकों में लंबित हैं, उनकी बैंकवार सूची तैयार करें और स्वयं निस्तारित होने वाले आवेदनों की मासिक समीक्षा करें। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनोद सिंह चौधरी, उपायुक्त उद्योग अंजुरानी, जिला अग्रिणी बैंक प्रबंधक जयरथ तथा उद्योग बंधु एवं संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य विकास अधिकारी ने कलक्ट्रेट सभागार में जिला उद्योग बंधुओं की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि उद्योग बंधुओं की परेशानियों को प्राथमिकता देकर निस्तारित किया जाए, इस बैठक का उद्देश्य भी यही है कि एक मेज पर विभिन्न अधिकारियों के माध्यम से उनकी शिकायतों एवं समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि यह गंभीर बात है कि विभागीय स्वीकृति के बाद भी लाभार्थियों की फाइलें कई-कई माह से बैंक शाखाओं में लंबित हैं और संबंधित शाखाओं के प्रबंधकों ने बार-बार संपर्क करने के बावजूद भी उनको ऋण की धनराशि उपलब्ध नहीं कराई है, जिससे वे अपना व्यवसाय शुरू करने में भी असमर्थ हैं।
अखंड प्रताप सिंह ने शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए चेतावनी दी है कि जो बैंक शाखा प्रबंधक विभागीय स्वीकृत प्रकरणों में ऋण की धनराशि तत्काल लाभार्थी को नहीं देंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। समीक्षा के दौरान विद्युत भार स्वीकृति मामले में विद्युत वितरण खंड नजीबाबाद-3 तथा धामपुर के दो अभ्यर्थियों को विद्युत कनक्शन जारी किए गए। समीक्षा में धामपुर विद्युत वितरण खंड में एक-एक मामला अनुबंध और प्राकलन हेतु लंबित पाया गया, जबकि दो मामले धनराशि जमा न होने सामने आए। समीक्षा के दौरान नगीना में निर्मित होने वाले बड़े बिजली घर के निमार्ण की रफ्तार धीमी पाई गई, जिसके फलस्वरूप संबंधित अधिकारी को निमार्ण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने को कहा गया।