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Tuesday 26 May 2015 03:47:35 AM
देहरादून। उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त राज्य बनाने के प्रयासों के तहत वर्ल्ड लंग फाउंडेशन के सौजन्य से देहरादून के राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होते हुए उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल ने युवाओं से अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि तम्बाकू साइलेंट किलर है, इसके सेवन से भंयकर दुष्परिणाम देखे गए हैं। उन्होंने कहा कि तम्बाकू सेवन जैसी बुरी आदतों से बचने के लिए युवाओं को स्वयं को रचनात्मक कार्यों से जोड़ना होगा, प्राणायाम, योग का एक ऐसा अभ्यास है, जो तम्बाकू सेवन जैसी अन्य सभी बुरी लतों से मुक्त रखने का आत्मबल देने के साथ ही रचनात्मक कार्यों के लिए प्रेरित करता है।
राज्यपाल ने संसार में तम्बाकू सेवन तथा भारत में इसके चलन के इतिहास की जानकारी दी और इसके सेवन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद बच्चों से कहा कि यदि आपका पसंदीदा फिल्मी हीरो या अन्य कोई व्यक्ति, जिससे आप प्रभावित हों, वह तम्बाकू या अन्य किसी नशे का सेवन करता हो तो उससे प्रभावित न हों। बुरी आदतों के प्रभाव से भटकाव को रोकने के लिए खुद को अच्छे कामों में व्यस्त रखें। राज्यपाल ने उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त राज्य बनाने के लिए वर्ल्ड लंग फाउंडेशन की पहल और प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों, धार्मिक स्थलों तथा सार्वजनिक स्थानों आदि के आस-पास किसी भी प्रकार की नशीली सामग्री के क्रय-विक्रय पर कठोर कार्रवाई आवश्यक होने के साथ ही बुरे व्यसनों के खिलाफ युवाओं में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने भी जरूरी हैं।
कार्यक्रम में तम्बाकू के सेवन के दुष्परिणामों से लोगों को जागरूक बनाने के अभियान के अंतर्गत आयोजित राज्यस्तरीय निबंध तथा चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को राज्यपाल ने सम्मानित भी किया। इस अवसर पर आयोजकों ने राज्यपाल को एक विशेष स्मृति चिन्ह भेंट किया, जिसका घंटा बजाकर राज्यपाल ने उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त राज्य बनाने के संकल्प का प्रतीकात्मक शुभारंभ किया। कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य सचिव एन रविशंकर तथा अपर मुख्य सचिव एस राजू ने तम्बाकू मुक्त प्रदेश बनाने की पहल की सराहना करते हुए बच्चों को इस हानिकारक व्यसन से दूर रहने की सलाह दी। वर्ल्ड लंग फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ जीआर खत्री ने राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय आकड़ों के आधार पर तम्बाकू के सेवन से होने वाली मृत्यु की संख्या व अन्य दुष्परिणामों पर विस्तृत प्रकाश डाला।