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Thursday 27 August 2015 06:38:52 AM
शिमला। कहानीकार एसआर हरनोट की चर्चित कहानी 'चश्मदीद' का गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय नोएडा उत्तर प्रदेश में बीएएलएलबी इंटिग्रेटेड कोर्स में हिंदी पाठयक्रम के अंतर्गत चयन किया गया है, जिसे अगले वर्ष से पढ़ाना प्रारंभ किया जाएगा। यह कहानी आधार प्रकाश प्राइवेट लिमिटेड से प्रकाशित हरनोट के बहुचर्चित और पुरस्कृत कथा संग्रह 'जीनकाठी' में संग्रहीत है। यह सूचना उत्तर प्रदेश गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसर रेणु गौतम ने एसआर हरनोट को दी है, जो स्वयं हिंदी की लेखिका हैं।
'चश्मदीद' एक ग़रीब परिवार की लड़की की कहानी है, जो एक रात गांव के प्रधान की साजिश के कारण अपने ही इलाके के राजनेता के बेटे की हवस का शिकार हो जाती है। उसके मां बाप उस दिन घर नहीं होते और उस रात बाघ के डर से वह अपने कुत्ते को भी बांध देती है, लेकिन इस अपकृत्य को कुत्ता अपनी आंखों से देखता रहता है। जब हादसे का पता लगता है तो गांव में तूफान सा आ जाता है और कई स्वयंसेवी संस्थाएं नेता के बेटे के खिलाफ हो जाती हैं। मामला कोर्ट में जाता है, लेकिन वहां कोई चश्मदीद नहीं होता। अचानक पीड़िता का कुत्ता कार्रवाई के समय कोर्ट में प्रकट हो जाता है, जो नेता के बेटे पर हमला कर देता है। कोर्ट की कार्रवाई भी राजनीतिक प्रभाव में है, इसलिए वह कुत्ता न्यायाधीश पर भी झपट पड़ता है।
अन्याय के विरूद्ध कई अनछुए पहलुओं को उजागर करती यह कहानी एक जानवर की संवेदना और वफादारी का बेजोड़ उदाहरण प्रस्तुत करती है। इससे पूर्व 'जीनकाठी' संग्रह की दो अन्य चर्चित कहानियां-एम डॉट कॉम और 'मां पढ़ती है' केरल विश्वविद्यालय और केरल सरकार के उच्च माध्यमिक पाठ्यक्रम में पहले से ही पढ़ाई जा रही हैं। उनकी कहानियां केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में भी अंग्रेजी के पाठयक्रमों में शामिल हैं।