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Friday 6 November 2015 03:47:34 AM
बिजनौर। लड़कियों-महिलाओं के विरूद्ध छेड़छाड़ की घटनाओं पर सख्ती से अंकुश लगाए जाने के लिए बिजनौर जिला पुलिस स्कूल, कॉलेजों और संस्थानों में जागरूकता और वूमेन पॉवर लाइन 1090 का प्रचार-प्रसार कर रही है। पुलिस अधीक्षक बिजनौर सुभाष सिंह बघेल ने अपर पुलिस अधीक्षक नगर कल्पना सक्सेना के निर्देशन में वूमेन पॉवर लाइन 1090 को गांव-शहर, स्कूल-कॉलेजों में ज्यादा से ज्यादा लड़कियों-महिलाओं में प्रचारित करने और उसके क्रियांवयन के संबंध में पुलिस लाइन बिजनौर में आयोजित एक जागरूक गोष्ठी में दिशा-निर्देश दिए। गोष्ठी में जनपद के सभी थानों में नियुक्त महिला उपनिरीक्षक, महिला आरक्षी, वूमेन पॉवर लाइन, बाल कल्याण के नोडल अधिकारी और कर्मचारियों ने भाग लिया।
वूमेन पॉवर लाइन गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया कि वे महिलाओं-लड़कियों के विरूद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा एवं जागरूकता हेतु स्कूल, कॉलेज, संस्थानों में जाकर शक्ति परी बनाने के लिए छात्राओं से फार्म भरवाकर उन्हें पावर एंजिल बनाया जाए एवं उन्हें पूर्णरूप से आत्मरक्षा के लिए सक्षम बनाने हेतु प्रधानाचार्यों के सहयोग से अध्यापिकाओं-छात्राओं के सम्मेलन आयोजित कर वूमेन पावर लाइन 1090 के उपयोग और आवश्यकता की पूरी जानकारी दी जाए। गोष्ठी में महिला सशक्तिकरण हेतु कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया, महिलाओं की सुरक्षार्थ कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताए गए।
पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा टिप्स में कहा कि सभी लड़कियों में सिक्सथ सेंस होता है, जिसे इग्नोर न करें, किसी भी शक या गड़बड़ी की आशंका पर सहायता का पक्ष मजबूत करते हुए तुरंत 1090 डायल करें और अपने अभिभावकों को सूचित करें, साथ ही अपनी लोकेशन भी बताएं। अपने पास हमेशा पेपर स्प्रे की बोटल रखें, इसका इस्तेमाल चेहरे पर करते समय डरें नहीं, यदि कोई विकट स्थिति आती है तो दिमाग को संतुलित रखें, घबराने से सामने वाला और हावी हो सकता है। जो भी चीज हाथ में हो आत्मरक्षा के लिए उससे हमला कर दें, ये न सोचें कि उससे सामने वाले का सर फटेगा या और कोई चोट आएगी। ऐसे में लड़की के खिलाफ पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी। हेयर पिन, कंघी, चश्मे का फ्रेम, पेन पेंसिल, दुपट्टे का प्रयोग हथियार की तरह करें। चोट हमेशा चेहरे पर करें, इससे सामने वाला कम से कम दो मिनट के लिए पैरालाईज हो जाता है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि कोई हमला कर रहा है तो सबसे पहले शोर मचाएं, जितनी तेज़ हो सके चिल्लाएं, इससे सामने वाले का हौसला टूट जाता है और आसपास के लोग भी रक्षा करने के लिए आ सकते हैं। मोबाइल के फास्ट डायल में 1090,100 सहित अपने खास परिचितों के नम्बर्स सेव रखें। स्मार्ट फोन से शक्ति एप जरूर डाउनलोड करें। इसे क्लिक करते ही 1090 को सूचना पहुंच जाएगी और पीड़ित का घटना क्षेत्र भी पता चल जाएगा। यदि 1090 पर कॉल न मिले तो 9454401090 पर एसएमएस कर दिया जाए। ऑटो में बैठते समय आटो के नम्बर सहित ड्राईवर का फोटो क्लिक करके 9454401090 पर व्हाट्स एप से भेज दिया जाए, संभव हो सके तो ड्राईवर को महसूस कराएं कि उसका नम्बर पुलिस कंट्रोल रूम को सुरक्षा के लिए भेजा गया है। इससे उसे डर रहेगा कि यदि लड़की के साथ कुछ हुआ तो वह भी पकड़ा जायेगा।
सुरक्षा टिप्स के अनुसार यदि किसी लड़की को अकेले देर रात इमरजेंसी में हॉस्पीटल या किसी अन्य काम से घर से बाहर जाना पड़ता है तो वह 1090 में मदद के लिये फोन करे और संभव होगा तो उसे सुरक्षा दी जायेगी। इसके साथ यह भी है कि यदि इस नम्बर पर दुरूपयोग पाया जाता है तो संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई भी होगी। आत्मसुरक्षा का प्रशिक्षण जरूर लें, जिससे आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और वह खुद को सुरक्षित कर सकेगी। किसी भी व्यक्ति पर अंधा विश्वास न करें। यदि किसी भी तरह का शोषण या छेड़खानी हो तो तत्काल पुलिस को सूचित करें। बात आगे बढ़ने का इंतजार न करें। सोशल मीडिया का सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करें। इस पर लोगों से जुड़ने, उनसे दोस्ती बढ़ाने या उनसे जल्दी मिलने की न सोचें। इन सुरक्षा उपायों से सुरक्षा का पक्ष मजबूत हो सकेगा और पुलिस को भी सहायता करने में आसानी होगी।