स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 17 December 2015 01:52:52 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के ललित कला विभाग में शिक्षक एवं विद्यार्थियों की कला अभिव्यक्ति प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने कार्यक्रम में पत्रिका 'परिचय' का विमोचन किया तथा प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। राज्यपाल ने कहा कि चित्रकला एवं छायांकन वास्तव में मुश्किल कला है, इन कलाओं में ब्रश और क्लिक की ताकत दिखाई देती है, यह सुखद संयोग है कि 14 दिसंबर राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के रूप में मनाया जाता है और विश्वविद्यालय में ऊर्जावान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
राम नाईक ने कहा कि चित्रों को देखकर ऊर्जा मिलती है। उन्होंने कहा कि हाल ही में राज्य सरकार ने पक्षियों पर एक पुस्तक प्रकाशित की है, कुछ माह पूर्व राजभवन में आने वाले पक्षियों की एक पिक्टोरियल बुक का लोकार्पण किया गया था। राज्यपाल ने कला की बात करते हुए लखनऊ में सेना की मध्य कमान की स्मृतिका में प्रदेश के तीन परमवीर चक्र विजेताओं के स्थापित भित्ति चित्रों का भी उल्लेख किया। उन्होंने प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि कल्पना के आधार पर कैनवास पर सुंदर चित्रों को उकेरा गया है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विशेष छात्र-छात्राओं ने अपनी विशिष्ट शैली में राष्ट्रगान प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग कल्याण तथा विकलांग विकास विभाग के मंत्री साहब सिंह सैनी, लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसबी निम्से, एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्याल के कुलपति विनय पाठक, डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के कुलपति निशीथ राय और गणमान्य नागरिक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।