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Thursday 28 January 2016 06:07:31 AM
तिरूवनंतपुरम। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तिरूवनंतपुरम में छात्र पुलिस कैडेट कार्यक्रम के पहले वार्षिक दिवस समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा है कि उनका मंत्रालय केरल पुलिस की स्कूल आधारित क्षमता विकास पहल की तर्ज पर छात्र पुलिस कैडेट कार्यक्रम के विस्तार की संभावना तलाश रहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि छात्र पुलिस कैडेट कार्यक्रम बच्चों के व्यापक विकास में सहायक है और केंद्र सरकार इसे लेकर खासी उत्सुक है। गृहमंत्री ने कहा कि आज के तेजी से बदलते परिवेश में कामयाब नागरिक के रूप में मूल्यों को आत्मसात करना, कुशलता को बढ़ावा देना और गुणों को सर्वोच्च महत्व देना जरूरी है, क्योंकि हम वैश्वीकरण और प्रतिस्पर्धा वाले विश्व में रहते हैं।
गृहमंत्री ने कहा कि अच्छे भारतीय मूल्यों, वैश्विक भाईचारे, देशभक्ति और सच्चाई को समुदाय या देश के हितों से ऊपर रखने की हममें क्षमता है। गृहमंत्री ने कहा कि भारत के युवा का नज़रिया यह है कि वे विश्व में सर्वोत्तम अवसरों को हासिल करने की योग्यता प्रदर्शित करते हुए अपने सपनों को महसूस करते हैं, वे सच्चे अर्थों में देश और विश्व का नेतृत्व करने लायक हैं, यह भरोसे और सर्वोत्तम प्रतिभा से संभव है। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि हमारे युवाओं को सबसे अच्छे मौके उपलब्ध हों। इस अवसर पर केरल के गृहमंत्री रमेश चेन्नीथला और शिक्षा मंत्री पीके अब्दुल रब्ब भी उपस्थित थे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तिरुवंतपुरम के कोवलम में ‘नेशनल कम्युनिटी पुलिसिंग कॉनक्लेव’ का भी उद्घाटन किया और पुलिस बल का आह्वान किया है कि वह शांति स्थापना के लिए अपनी कार्रवाई के दौरान प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करे। गृहमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पुलिस-समुदाय के संबंधों को अधिकार संपन्न बनाने में बहुत सक्षम है और इसके जरिए पुलिस तथा लोगों के बीच संचार और आपसी भरोसा बढ़ता है। उन्होंने सावधान किया कि रक्षाकर्मियों को सोशल मीडिया का नियंत्रित और अनुशासित रूप से उपयोग करना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा कि कम्युनिटी पुलिसिंग, पुलिस बल के लिए दिशा-निर्देश का काम करता है, लेकिन इसका प्रमुख फोकस संबंध बनाने पर होना चाहिए।
गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस को लोगों का भरोसा और सम्मान अर्जित करने के लिए हर दिन कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, जिससे पुलिस और जनता के बीच का अंतराल कम हो सके। समुदाय के साथ नजदीकी तालमेल रखने के लिए पुलिस बल की आवश्यकता पर जोर देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देशभर में पुलिसबल को कम्युनिटी पुलिसिंग प्रणाली से जुड़ना चाहिए, ताकि कानून लागू करने वाली एजेंसियों तथा आम जनता के बीच का अंतराल कम हो सके। उन्होंने कहा कि पुलिस बल उसी समय अधिक प्रभावशाली हो सकता है, जब स्थानीय समुदाय के साथ इसके प्रगाढ़ संबंध हों। उन्होंने कहा कि इंटरनेट और सोशल मीडिया ने देशभर में पुलिस की गतिविधियों को बहुत बदल दिया है।
केरल के गृहमंत्री रमेश चेन्नीथला ने इस अवसर पर बताया कि राज्य सरकार की कम्युनिटी पुलिसिंग पहल से राज्य की अपराध दर में बहुत कमी आई है। इस वर्ष के कॉनक्लेव की विषयवस्तु ‘स्मार्ट कनेक्ट’ है। दो दिवसीय आयोजन के दौरान कम्युनिटी पुलिसिंग के संदर्भ में सिफारिशों और दिशा-निर्देशों पर चर्चा की गई, जिसमें धार्मिक कट्टरता, मानव तस्करी, वाम उग्रवाद संबंधी विभिन्न मुद्दों और तटीय सुरक्षा के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग को सक्षम बनाने पर भी विचार-विमर्श हुआ।