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Saturday 30 April 2016 05:23:10 AM
नई दिल्ली। भारतीय खिलाड़ियों को वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी के प्रतिबंधित पदार्थ लेने के खतरों से अवगत कराने के लिए नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने आउटरीच कार्यक्रम प्रारंभ किया है, ऐसे मामलों पर खिलाड़ियों के बीच जागरुकता बढ़ने से इस प्रकार के मामलों में कमी आने की संभावना है। नाडा, खेलों में डोपिंग के बारे में जागरूकता फैलाने से संबंधित मामलों को देखती है, इनमें सूचना का प्रसार, शिक्षण सत्रों, विचार, गोष्ठियों, कार्यशालाओं के माध्यम से खिलाड़ियों, कोच और सहायकों को डोपिंग के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी प्रदान करना तथा स्पर्धा में भाग ले रहे और स्पर्धा से बाहर खिलाड़ियों पर डोप परीक्षण करना शामिल है।
नाडा ने अक्टूबर 2014 से प्रोग्राम फॉर एजुकेशन एंड अवेयरनेस ऑन एंटी डोपिंग इन स्पोर्ट्स प्रारंभ किया है, इसका उद्देश्य देशभर में डोपिंग के खिलाफ संघर्ष है, इसके तहत देशभर में खेलों के सभी स्तरों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इस पहल के तहत हितधारकों के साथ मिलकर खेल संगठनों, राज्य खेल प्राधिकरणों और शारीरिक शिक्षा विभागों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के सहयोग से कुल 64 ऐसे शैक्षिक कार्यक्रम, एंटी डोपिंग कार्यशालाओं का आयोजन किया गया है। इसके अतिरिक्त नाडा ने हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, बांग्ला, असमी, गुजराती, मराठी, उड़िया, कश्मीरी और मणिपुरी सहित 14 भाषाओं में एंटी डोपिंग ब्रोशर, सूचना का अनुवाद और प्रकाशन किया है, ताकि देश के विभिन्न हिस्सों में खिलाड़ियों को एंटी डोपिंग के बारे में जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराया जा सके।