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Wednesday 1 June 2016 05:10:34 AM
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के वर्धा जिले के पुलगांव में एशिया में सबसे बड़े केंद्रीय आयुध डिपो में भीषण आग और जानमाल के भारी नुकसान की जांच एसआईटी करेगी। बताया जाता है कि सोमवार की रात को गोला बारूद और हथियार भंडार के एक शेड में यह आग लगी। घटना स्थल पर गए रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने फिलहाल किसी साजिश से इंकार करते हुए कहा कि एसआईटी गठित की गई है, उसकी रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि इस हादसे में बचाव कार्य में करीब सोलह लोगों की जान चली गई है। अग्निकांड भयानक है कि उसमें भारी जानमाल का नुकसान हुआ है। नागपुर से करीब एक सौ पंद्रह किलोमीटर दूर सेना का बम, ग्रेनेड गोला बारूद, राइफलों और मिसाइलों का यह डिपो करीब सात हजार एकड़ में फैला है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना भीषण हादसा होगा।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जोरदार धमाकों के साथ आग की लपटें उठने लगीं। बचाव कार्य में हड़बड़ी के कारण जान का नुकसान ज्यादा हुआ। आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली गईं। आग पर काबू पा लिया गया है। मरने वालों में कर्नल और मेजर एवं दमकलकर्मी हैं, जबकि घायलों में दूसरे सैन्य अफसर, सैनिक और दमकल के कर्मचारी शामिल हैं। मालूम हो कि आसपास के आयुध कारखानों में उत्पादन के बाद इसी डिपो में हथियार सामग्री रखी जाती है और जिसका यहीं से वितरण होता है। यह आयुध डिपो चारों ओर से एंटी टैंकर माइंस जैसी उच्च सुरक्षा से घिरा है। घटना की गंभीरता को देखते हुए आसपास के गांव खाली कराने पड़े, लेकिन अब खबर है कि आग से धमाकों का खतरा टल गया है। इस अग्निकांड पर बचाव कार्य इतना तीव्र था कि उसमें बचावकर्मियों की जानें तो गईं, किंतु और बड़े नुकसान को होने से बचा लिया गया। भारतीय सेना की यही विशेषता है कि वह जहां युद्ध कौशल में प्रवीण मानी जाती है, वहीं उसका बचाव कार्य भी उत्कृष्ट श्रेणी का होता है, जो उसने समय आने पर सिद्ध किया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने आयुध डिपो में लगी भीषण आग में मरने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के राज्यपाल चेन्नमनेनी विद्यासागर राव को भेजे संदेश में कहा है मुझे वर्धा जिले के पुलगांव स्थित केंद्रीय आयुध डिपो में लगी भीषण आग में मृतकों और घायल हुए लोगों के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि राहत और बचाव कार्य जारी हैं और मुझे विश्वास है कि राज्य सरकार और अन्य एजेंसियां घायलों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करने तथा शोक संतप्त परिवारों को सभी संभव सहायता देने के लिए आवश्यक कदम उठा रही होंगी।
उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने भी आयुध डिपो में लगी भीषण आग में मरने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि आयुध डिपो में लगी आग के कारण जानमाल की हानि के बारे में जानकर उन्हें बहुत दुख हुआ। उन्होंने कहा कि मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें, इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के जल्दी स्वस्थ होने की भी कामना करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुध डिपो में लगी भीषण आग में मरने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने अपने ट्विट में कहा ‘महाराष्ट्र के पुलगांव के केन्द्रीय आयुध डिपो में लगी आग के कारण हुई जानमाल की हानि से उन्हें बहुत दुख हुआ है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। उन्होंने कहा कि मैं इस घटना में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं और मैंने रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा।