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Monday 20 June 2016 02:24:12 AM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने लखनऊ के संत आसूदाराम आश्रम में योग पर आधारित एक कार्यक्रम में कहा है कि शास्त्रीय पद्धति से योग करना बीमारी को रोकने का रामबाण उपाय है, स्वस्थ मन के लिए योग महत्वपूर्ण है, भारत में योग की हजारों वर्ष की परंपरा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व को बता दिया है कि योग का महत्व क्या है, जिसके फलस्वरूप संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया है, विश्व के 170 देश योग को एक पद्धति के रूप में आत्मसात कर इसका लाभ ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की देन योग को समझने में दुनिया को 5 हजार साल लगे।
राज्यपाल ने कहा कि स्वस्थ रहने में योग और सूर्य नमस्कार का महत्वपूर्ण योगदान है, योग से स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ नया उत्साह और प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि स्वयं स्वस्थ रहने वाला व्यक्ति ही दूसरे के लिए कुछ कर सकता है, योग क्रिया से मनुष्य न केवल रोग से मुक्ति पाता है, बल्कि रोगमुक्त भी रहता है। राज्यपाल ने कहा कि योग स्वास्थ्य की 'मास्टर की' है। राम नाईक ने सिंधी समाज की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश की प्रगति में सिंधी समाज का सराहनीय योगदान है। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद दुर्भाग्य से देश का बंटवारा हुआ, जिसमें सिंधी बंधु अपना घर-बार छोड़कर भारत आए और देश के विकास में सहयोगी बने। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज की विशेषता है कि वे जहां जाते हैं, वहीं की हो जाते हैं।
राज्यपाल ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में अधिक से अधिक भागीदारी कर उसे सफल बनाने की अपील की। इस अवसर पर संत बाबा सांईजी ने कार्यक्रम में अपने वचनों से श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। कार्यक्रम में मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि, कैंट की विधायक रीता बहुगुणा जोशी, सिटी मांटेसरी स्कूल लखनऊ के संस्थापक जगदीश गांधी, लखनऊ के नवाब मीर अब्दुल्ला जाफर और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम में कर्नल एसवी सिंह ने एक सूक्ष्म योग प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया। सीएमएस के बच्चों ने योग पर आधारित नृत्य प्रस्तुति दी।