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Monday 20 June 2016 06:56:50 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कल द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राष्ट्रपति भवन में भारत के योग प्रदर्शन का उद्घाटन करेंगे, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून की सुबह चंडीगढ़ में कैपिटल कम्पलैक्स में कॉमन योग प्रोटोकॉल के सामूहिक योग प्रदर्शन में द्वितीय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व करेंगे। राष्ट्रपति के साथ योगा में राष्ट्रपति भवन में लगभग 1000 लोग शामिल होंगे। प्रतिभागियों में राष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारी, उनके परिवार के सदस्य, दिल्ली पुलिस और आईटीबीपी के सदस्य तथा राष्ट्रपति के अंगरक्षकों के साथ ही राष्ट्रपति भवन परिसर के अन्य निवासी शामिल होंगे। राष्ट्रपति भवन में निवास कार्यक्रम के तहत रह रहे आईआईटी, आईआईएसईआर और आईआईएससी बैंगलोर के छात्र भी इसमें भाग लेंगे। ये सभी लोग आयुष मंत्रालय के अंतिम रूप दिए गए आम प्रोटोकॉल के अनुसार योगासन करेंगे। यह कार्यक्रम मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से होगा। पहले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को भी राष्ट्रपति भवन में योग प्रदर्शन में करीबन 1000 लोग शामिल हुए थे।
देश और दुनिया में 21 जून की सुबह योग दिवस मनाया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र से लेकर दुनिया के सभी देशों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की जोरदार तैयारी की है। खासबात यह है कि दुनिया का कोई देश ऐसा नहीं है, जिसने योगा को नहीं अपनाया है। पहली बार कुछ दुविधाएं सामने आई थीं, लेकिन इस बार कई दिन से दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की धूम है। भारत और दुनिया के मुस्लिम देशों में भी योग का अभ्यास किया जा रहा है। तंदुरुस्ती के इस चमत्कार का उदय भारत में हुआ था, यह भारत के ऋषि-मुनियों की खोज है और आज यह पूरे विश्व में फैल चुका है। भारत में यूं तो काफी समय से अनेक योगगुरू जनमानस में योग की शिक्षा देते आ रहे हैं, लेकिन इसे देश-दुनिया में खास प्रसिद्धि दिलाने में योगगुरू बाबा रामदेव का नाम लिया जाता है। योगाभ्यास का असर दुनिया के देशों के राष्ट्राध्यक्षों और वहां के लोगों पर सिर चढ़कर दिख रहा है। भारत और मुस्लिम देशों में कुछ जगहों पर इसे धर्म संप्रदाय से जोड़ा गया, किंतु ऐसा चल नहीं पाया। मुस्लिम समाज ने भी अब इसे अपनाया है, यह अलग बात है कि कहीं-कहीं पर राजनीतिक और सामाजिक कारणों से योग की उपेक्षा की जा रही है। योग एक पोलियो ड्रॉप की तरह है, जो मनुष्य को अनेक जानलेवा बीमारियों से रक्षा करता है, स्वस्थ बनाता है एवं दीर्घायु प्रदान करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंडीगढ़ में कैपिटल कम्पलैक्स में कॉमन योग प्रोटोकॉल के सामूहिक योग प्रदर्शन में द्वितीय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यासियों का नेतृत्व करेंगे। नरेंद्र मोदी के बारे में कहा जाता है कि वह योग शिक्षा से बचपन से ही जुड़े हैं। वैसे भी संघ की शाखाओं में प्रातःकाल योगाभ्यास ही किया जाता है, जिसमें योग की विभिन्न क्रियाएं अपनाई जाती है, यह अलग बात है कि संघ की शाखाओं में योगाभ्यास और उसकी सहायक क्रियाओं को संदेह की दृष्टि से बदनाम भी किया जाता है। योगाभ्यास समारोह कल सुबह 6.30 बजे सुबह शुरू होगा तथा इसमें 45 मिनट का योग प्रोटोकॉल प्रदर्शन शामिल होगा। चंडीगढ़ के कैपिटल कम्पलैक्स में 35 हजार से अधिक लोगों के भाग लेने की उम्मीद है, जबकि चंडीगढ़ शहर के 100 विभिन्न स्थानों पर 10 हजार से अधिक लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। इस वर्ष दिव्यांगों, युवाओं एवं समाज के निर्बल वर्गों के लोगों की भागीदारी पर जोर दिया गया है। विख्यात योग संस्थान देशभर में प्रदर्शन समारोहों का नेतृत्व करते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में भाग लेंगे। योग प्रदर्शन राष्ट्रीय एवं राज्यों के राजधानियों में भी कई स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे। देश के विख्यात योग संस्थानों के सहयोग से देश के सभी जिला मुख्यालयों में ऐसे ही समारोहों की योजना बनाई गई है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में मुख्य समारोहों का आयोजन आयुष मंत्रालय एवं नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने कनॉट प्लेस, लोधी गार्डन, नेहरु पार्क एवं ताल कटोरा गार्डन में किया है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग एवं सांसद मीनाक्षी लेखी दिल्ली में योग प्रदर्शनों में भाग लेंगी। दिल्ली में अन्य बड़े योग समारोह द्वारका, रोहणी एवं यमुना स्पोर्टस कम्पलैक्स में आयोजित किए जाएंगे। दुनियाभर में 173 से अधिक भारतीय मिशन भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए योग प्रदर्शनों का आयोजन कर रहे हैं। योग दिवस पर मुख्य समारोह के अतिरिक्त कई भारतीय मिशनों ने योग जागरुकता के प्रसार के लिए विश्व के कई हिस्सों में पूर्वालोकन समारोहों की एक श्रृंखला का आयोजन किया गया है। पिछले वर्ष योग दिवस पर आयोजित समग्र स्वास्थ के लिए योग पर अंतरराष्ट्रीय दिवस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग की एक ‘अवस्था’ के रूप में व्याख्या की थी, जो एक वस्तु या एक व्यवस्था होने के विपरीत है। प्रधानमंत्री ने दुनियाभर में एक साथ योग दिवस मनाने के महत्व पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि योग के माध्यम से अन्य देशों में भाइयों एवं बहनों के साथ एकजुट होने के प्रति प्रदर्शित की गई एकता हमारे हृदयों एवं मस्तिष्कों को करीब लाती है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए ‘योग गीत’ नामक एक थीम गीत जारी की गई है, यह गाना हिंदी भाषा में 3 मिनट 15 सेकंड का है। इस गीत के लेखक एवं निर्माता धीरज सारस्वत हैं तथा इसे गंधार टीडी जाधव एवं गाथा जाधव ने गाया है। संगीत की रचना सुमंतो राय ने की है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने योग को बढ़ावा देने के लिए सरकारी विद्यालयों के स्कूली बच्चों की भागीदारी के साथ ‘योग ओलंपियाड’ पहल की शुरूआत की है। दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्रसंघ आम परिषद के 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किए जाने के बाद पिछले वर्ष पहली बार भारत एवं पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया था। पिछले वर्ष दिल्ली के राजपथ में योग प्रोटोकॉल में सामूहिक प्रदर्शन को एक स्थान पर 35,000 से अधिक भागीदारों के योग सीखने की संख्या तथा सर्वाधिक देशों (84) के भागीदारों के लिए सबसे बड़ी संख्या के गिनिस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकार्ड में शामिल किया गया था। प्रधानमंत्री ने देश और विश्व समुदाय से अपने जीवन में योग अपनाकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने का संदेश दिया है।